ranchi me ghumne ki jagah | Things to do in ranchi रांची में घूमने की जगह

ranchi me ghumne ki jagah | रांची में घूमने की जगह

 झारखंड की राजधानी रांची झारखंड की स्मार्ट सिटी के नाम से जानी जाती है और राजधानी रांची के आसपास Ranchi me ghumne ki jagah | रांची में घूमने की जगह बहुत सारे हैं रांची एक दर्शनीय स्थल है और यहां पर कई सारे दर्शनीय धाम मंदिर,पर्यटन स्थल भरे पड़े हैं

इस स्थान पर आपको खूबसूरत झरने जलप्रपात ऐतिहासिक मंदिर जैसे अनेक जगह आपको देखने को मिलते हैं मौजूदा हालात में रांची एक मॉडल सिटी है और यहां पर आप भारत के जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी का भी घर इसी सिटी पर है यदि आप झारखंड के हैं आप अपने  परिवार दोस्त के साथ रांची के tourist places in ranchi waterfall आ सकते हैं उसके साथ साथ झारखंड

या आसपास स्टेट से belong  करते हैं तो आपको रांची में घूमने के कई अन्य जगह मिल जाएंगे जिसमें आप घूम सकते हैं यदि आप घूमने का कभी प्लान करते हैं तो आप रांची के आसपास के इलाके में घूम सकते हैं आज की इस लेख में आपको हम झारखंड की राजधानी रांची के आसपास घूमने की जगह के बारे में आपको बतलाएंगे जिसमे हमने निम्न लिखित  पॉइंट कवर किये हैं |

ranchi ghumne ki jagah | best places to visit in august रांची में घूमने की जगह

जब बात आती है रांची में घुमने की तो आप साल भर इस जगह कभी भी घूम सकते हैं | चलिए जानते हैं कुछ प्रसिद्ध जगह के बारे में

1.रांची में स्थित टाइगर हिल
यदि आप शांत वातावरण और एक ऊंची चोटी में बैठकर शहर का view देखना चाहते हैं तो आप रांची में स्थित महान कवि टैगोर के नाम से पड़ा टाइगर हिल पर जाकर इस मनमोहक दृश्य को देख सकते हैं कहा जाता है कि जब रविंद्र नाथ टैगोर अपने आध्यात्मिक और अपने  काव्य लिखते थे

तो इसी हिल पर जाकर अपना समय व्यतीत करते थे और वह अपने अच्छे-अच्छे किताबें इसी टाइगर हिल पर बैठकर लिखते थे इसी वजह से इस जगह का नाम टैगोर हिल रखा गया टाइगर हिल के आसपास के छोटे-बड़े टेकरी नामक पहाड़ी जहां से इस शहर का सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है

लोग इस जगह प्रतिदिन आया करते हैं और इस एकांत शांत टाइगर हिल पर बैठकर घंटा समय व्यतीत करते हैं इस जगह आपको हरी-भरी हरियाली देखने को मिलती है और शहर से दूर होने की वजह से या एक शांत माहौल और एकांत व्यक्तित्व करती है इसी के पास में ही एक प्रसिद्ध रामकृष्ण आश्रम और दिव्यांग कृषि व्यावसायिक केंद्र पर स्थित है

2.रांची के ओरमांझी पार्क बिरसा ज़ोलोजिकल  पार्क
यदि आप परिवार के साथ ranchi ghumne ka place या   घूमने का योजना बनाते हैं यह घूमते हैं और जब रांची आते हैं तो आप रांची की ओर मांझी पार्क में आप घूम सकते हैं जी हां इस पार्क में आपको दिन-भिन्न प्रकार का जंगली जानवर देखने को मिलते हैं और यह रांची हजारीबाग वाले रास्ते पर और मांझी में स्थित है इस पार्क में आपको हिरण शेर चीता भालू हाथी जैसे अन्य जीव जंतु देखने को मिलते हैं

3.रांची सिटी का रॉक गार्डन 

रांची के रातू रोड से कांके जाने वाले रास्ते के बाएं तरफ एक खूबसूरत सा पार्क है जिसका नाम है रॉक गार्डन कांके डैम पर स्थित यह रॉक गार्डन शहर की खूबसूरती को और अधिक बढ़ती है चारों तरफ चट्टानों से गिरा हुआ यह रॉक गार्डन का व्यू देखने लायक बनता है इसरो गार्डन में जब आप आते हैं तो आपको कई सारे इवेंट देखने को मिलते हैं जिसमें आप अपने परिवार बच्चों के साथ इस जगह को काफी एंजॉय कर सकते हैं

4.ODR restaurant Ranchi

राजधानी रांची के कांके में  रॉक गार्डन के ऊपर पहाड़ी पर यह ग्लास ब्रिज restaurant बना है जो की एक रेस्टोरेंट है और रेस्टोरेंट को ग्लास ब्रिज जैसा फिल  देने को कोशिश  किया है जिसमें ग्लास का ब्रिज का निर्माण किया गया है और एक बेहतरीन रेस्टोरेंट है जहां पर लोगों की  इन दिनों काफी अधिक क्राउड देखने को मिल रहा है और यह रांची का पहला ऐसा रेस्टोरेंट है जिस पर इस तरह का एक्टिविटीज करने की कोशिश की है

जिसमें शीशे का ब्रिज बनाया गया है जिससे आप कांके के डैम के पास सनसेट का नजारा बहुत ही बेहतरीन देख सकते हैं इस रेस्टोरेंट में ट्रांसपेरेंट ग्लास का उपयोग किया गया है जिससे कि ऐसा लगे कि यह एक ग्लास ब्रिज है इस रेस्टोरेंट का नाम ODR restaurant Ranchi रखा गया है यदि आप रांची में घूमने की जगह की सोच रहे हैं तो शाम के समय इस रेस्टोरेंट को आप visit कर सकते हैं

अपने परिवार के साथ एक अलग तरह का एक्सपीरियंस का fill करेंगे, तो इस तरह से इस रेस्टोरेंट में अलग प्रकार की एक्टिविटी दिखाने की कोशिश की गई है और लोगों को काफी पसंद आ रही है लोग भर भर के इस जगह पर आ रहे हैं और काफी एंजॉय कर रहे हैं तो आप भी अपने परिवार के साथ इस जगह लिए और इंजॉय कर सकते हैं

रांची में घूमने की जगह  Things to do in ranchi और  खूबसूरत मॉल

वैसे तो रांची एक मॉडल सिटी है और इस मॉडल सिटी पर कई बेहतरीन मॉल बनाए गए हैं जिनमें से Nucleus mall ,Central mall, Mall of Ranchi,
जेडी हाई स्ट्रीट मॉल स्पीड सिटी मॉल जैसी मॉल रांची में आप अपने परिवार के साथ समय व्यतीत कर सकते हैं

  • Nucleus mall न्यूक्लियस मॉल में बहुत सारे collection स्टोर हैं और यह रांची ranchi city के सर्कुलर रोड पर स्थित है जिसमें आप घूम सकते हैं रेस्टोरेंट है कपड़े की दुकान है वॉच की दुकान है ब्रांडेड कब दुकान है जिसमें आप घंटा व्यतीत  कर सकते हैं साथ ही अपने बच्चों परिवार के लिए कई सारे सामान भी ले सकते हैं यदि आप सिनेमा देखने का शौक रखते हैं तो PVR सिनेमा भी आपको इस माल पर देखने को मिल जाता है
  • Central mall ranchi रांची के में रोड पर स्थित रांची सेंट्रल मॉल जिसमें कई सारे स्टोर कई सारे दुकान ब्रांडेड दुकान ब्रांडेड समान आपको इस माल पर देखने को मिलते हैं रांची की इस माल पर आप घंटा समय व्यतीत कर सकते हैं

रांची में घूमने वाला जगह और झरनों का शहर रांची | ranchi tourist places name list

यदि आप नेचर लवर्स हैं या प्राकृतिक को करीब से जाकर देखना पसंद है तो आप रांची के शहरों में आपका स्वागत है जी हां दोस्तों रांची को झरनों का शहर भी कहा जाता है वैसे में ranchi me ghumne ki jagah | रांची में घूमने की जगह  के बारे में बात करें तो  यहां पर कई अधिक झरने मौजूद हैं जो आने वाले सैलानियों को अपने और आकर्षित करते हैं यदि आप रांची आए हैं और रांची में घूमने की जगह के बारे में सोच रहे हैं

तो आज आपको हम रांची के आसपास घूमने ranchi tourist places near me वाले प्राकृतिक सुंदर झरना जलप्रपात वॉटरफॉल्स जैसे Hundru fall ,जॉन्हा फॉल्स, रीमिक्स फॉल्स, पंचघाघ वॉटरफॉल्स जैसे जलप्रपात यहां पर आपको अपनी और आकर्षित मनमोहित कर देती है इसके साथ-साथ और भी प्राकृतिक को करीब से जानने के लिए आप राजधानी रांची के पतरातु घाटी, धुर्वा डैम, रांची के बड़ा तालाब जैसे अन्य आकर्षण में जा सकते हैं

  • Hundru Fall– राजधानी रांची से 34 किलोमीटर का दूरी पर स्थित हुंडरू जलप्रपात भारत का 34 व सबसे बड़ा जलप्रपात है और यह 322 फीट की ऊंचाई से इसकी धारा नीचे गिरती है राजधानी के आसपास घूमने की जगह में से यह बेहतरीन जगह है और यहां पर आप छुट्टियां व्यतीत कर सकते हैं
  • Jonha fall -Ranchi के पास में स्थित रांची पुलिया रोड पर रांची से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित और यह पठारी क्षेत्र में है अगल-बगल बहुत सारे पहाड़ हैं
  • Remix falls रांची खूंटी चाइबासा मार्ग पर जय वॉटरफॉल दशम फॉल झरने पर स्थित है या दशम पुल से आगे जाकर एक शांत तुम कम जोखिम भारत जलप्रपात का निर्माण करता है
  • पंच घाघ जलप्रपात -जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है पांच भाग खाने का मतलब है पांच चरणों का संगम है इस स्थान पर इसलिए इस जगह को पंच घाट के नाम से जानते हैं स्थानीय लोगों एवं रांची के आसपास लोगों का यह एक बेहतरीन प्लेस है  जिस पर लोग साप्ताहिक छुट्टी में अक्सर अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए जगह पर आते हैं पंच घाट के तलहटी पर लोग स्नान करने के लिए जाते हैं क्योंकि वह तलती पर बहुत अच्छा जगह है और नीचे उतरने के लिए सीढ़ियां भी बनाई गई है
  • Patratu valley Ranchi – रांची से लगभग 45 किलोमीटर की दुरी पर स्थित पतरातू घाटी अपने सुन्दरता के लिए जाना जाता है यहाँ की घुमाव दार घाटी लोगो को अपने और हर दिन आकर्षित करती है साथ ही पतरातू डैम ,पतरातू रिसोर्ट और पतरातू डैम में आप बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं |

Things to do in ranchi | hidden places to visit in ranchi

रांची में घूमने के बाद अब बारी आती है रांची में रुकने की तो जब आप रांची के आसपास घूमने के बाद जब रात रुकने की  तो आपको सबसे पहले नजर जाता है एक अच्छे होटल की तो आपको रांची में सबसे बेस्ट होटल का नाम बताएंगे जहां पर आप रुक सकते हैं और वहां से बस स्टैंड रेलवे स्टैंड और हवाई अड्डा की दूरी का भी जिक्र करेंगे
सबसे पहले बात करते हैं ठहरने के लिए उत्तम होटल की जो की आपके बजट के अनुसार आप खुद डिसाइड कर सकते हैं

  1. Hotal Green horizon ranchi
  2. Hotel Element ranchi
  3. Hotel Churuwala Inn
  4. होटल कैपिटल हिल
  5. द रॉयल रिट्रीट Ranchi
  6. चाणक्य बीएनआर होटल रांची

इसे भी जरुर पढ़े –hundru waterfall || हुंडरू का अर्थ क्या है | हुन्डरु जलप्रपात रांची

संक्षेप इस blogs में लिखे गए लेख आपको ranchi me ghumne ki jagah , ranchi tourist spot में घूमने की जगह के बारे में बताया गया है जिसमें आप रांची के बेहतरीन प्लेस को आप जाकर विजिट कर सकते हैं घूम सकते हैं अपने परिवार के साथ वीकेंड छुट्टी मना सकते हैं यदि आप झारखंड  पर्यटन  बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो झारखंड पर्यटन के अधिकारिक वेबसाइट https://tourism.jharkhand.gov.in/ को visit कर जानकारी ले सकते हैं

आशा करता हूं कि इस लेख में आपको रांची में घूमने के जगह के बारे में पता चल गया होगा साथ ही लोगों के द्वारा गूगल से पूछे जाने वाले सवाल का उतर हमने देने का प्रयास किया है जिसे आप  FAQ सेक्शन में पढ़  सकते हैं  धन्यवाद

FAQ

रांची में कौन सा प्रसिद्ध है

रांची में से कई स्थान है जो रांची को अपने खूबसूरती और अपने आकर्षण के लिए बेहतरीन बनती है वैसे में रांची प्रसिद्ध है अपने झरनों के शहर के लिए जिसमें आपको होंड्रफ हॉल जोन्हा फुल पंचगांव रीमिक्स फुल दशम फॉल साथ ही ओरमांझी पार्क फ्लावर पार्क, धुर्वा डैम कांके डैम जैसे अनेकों ऐसे स्थल है जिसके लिए रांची प्रसिद्ध है
झारखंड में कौन सा चीज फेमस है
झारखंड अपने पारंपरिक आदिवासी संस्कृत कलर के लिए प्रसिद्ध है और और साथ ही यहां खूबसूरत झरनों एवं टूरिस्ट प्लेस के लिए प्रसिद्ध है
रांची का प्रसिद्ध मंदिर कौन सा है
रांची का सबसे प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर जो की ध्रुव में स्थित है रांची के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में से एक है

रांची में घूमने के लिए क्या है
रांची में घूमने के लिए फ्लावर पार्क वाटर पार्क रॉक गार्डन और मांझी धुर्वा डैम,चांडिल डैम,अन्य
रांची में कौन-कौन से पार्क हैं
रांची में आपको फ्लावर पार्क, रॉक गार्डन पार्क और मांझी पार्क जैसे बेहतरीन प्रसिद्ध पार्क देखने को मिलते हैं
रांची में फ्लावर पार्क कहां है
रांची से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तुपुदाना से 8 किलोमीटर पर झारखंड का नहीं बल्कि एशिया का तीसरा सबसे बड़ा फ्लावर पार्क वाइल्ड वादी flowers पार्क स्थित है
रांची में वाटर पार्क कहां है
रांची के तुपुदाना से 8 किलोमीटर दक्षिण में रांची की खूबसूरत वाटर पार्क स्थित है
रांची झील कहां है
सर के बीचो-बीच रांची का सबसे बड़ा तालाब बड़ा तालाब के नाम से जानते हैं

 

jharkhand tourism places: tour in jharkhand

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झारखंड में जलप्रपात की कमी नहीं है अगर आप jharkhand  tourism places: tour in jharkhand के बारे में जानना चाहते हैं तो चलिए बताते हैं सदनी जलप्रपात झारखंड के गुमला जिला से 90  किलोमीटर की दूरी पर चैनपुर प्रखंड में पड़ता है लोग इसे बहुत कम जानते हैं और इसके बारे में जानकारी आपको गूगल में बहुत कम पढ़ने को मिलती है आज आपको इस आर्टिकल में झारखंड की राजधानी से 184  किलोमीटर की दूरी पर स्थित sadni जलप्रपात के बारे मे बताएंगे झारखंड का यह एक पर्यटन स्थल है जिसे हिडेन jharkhand tourist spot कह सकते हैं |

लेकिन अभी तक यह हिडन प्लेस के रूप में है लोग इससे कम जानते हैं जिस वजह से इस जगह अभी उजागर नहीं हुआ है आने वाले समय में इस वॉटरफॉल की जब आर्टिकल्स वीडियो पब्लिश किए जाएंगे लिखे जाएंगे तब यह वॉटरफॉल्स प्रसिद्ध हो जाएगा गुमला जिले से 90 किलोमीटर का दूरी पर स्थित शंख नदी पर यह जलप्रपात है जिसकी ऊंचाई 200 फीट है

Sadni waterfall सदनी फॉल jharkhand tourism places: tour in jharkhand

गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड में मौजूद Sadni waterfall जो राजाडेरा गांव में पड़ता है जिसकी ऊंचाई 200 फिट है और यह शंख नदी पर मौजूद है घने जंगलों के बीच से होते हुए सजनी फॉल्स के पानी नागोई डैम पर आकर इकट्ठा होती है जंगलों के बीचों बीच में होने के कारण यहां पर रास्ता नहीं है यदि आप वहां जाते हैं तो आपको कच्ची रास्ता मिलता है जो काफी ऑफ रोडिंग है, जब आप sadni fall की तरफ आते हैं

तो आपको एक नाला पार करना होता है जहां पर पुल नहीं है लेकिन वहां पर पानी बहता रहता है जिस वजह से वहां पर जाना बड़ा मुश्किल होता है लोग गूगल से सवाल करते हैं Sadni falls on which rivers तो इसका सही उत्तर है शंख नदी जहां sadni falls height 60 मीटर की ऊंचाई और 200 फीट से गिरने के कारण sadni ghagh झारखंड का एक जलप्रपात का निर्माण करती है और बहुत ही आकर्षक और जंगल के बीचों-बीच होने के कारण यह एक हिडन प्लेस है जिसे लोग काम जानते हैं इस वॉटरफॉल का पानी चैनपुर के Naogain Dam पर store होती है

jharkhand tourism places: sadni falls jharkhand आस पास घुमने की जगह

जब आप सदनी जल प्रपात घुमने आते हैं तो साथ ही उसके आस पास बहुत पर्यटन स्थल मौजद है जिसे भी आप घुमने जा सकते हैं तो चलिए आगे और बिस्तार से आस पास इलाके के बारे में बतलाते हैं

  • Naogain Dam –जी हाँ दोस्तों सदनी falls का पानी ही नोगैन डैम में जमा होता है और एक बिशाल डैम का निर्माण करता है लगभग  05 किलोमीटर के  AREA में फैला नोगैन डैम चारो और पहाड़ी से घिरा हुआ है जो एक अलग ही रोमांच का मौका देती है इसमें आप बोटिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं साथ प्रकृति का आनंद ले सकते  हैं |
  • KIRO WATERFALL -चैनपुर से 55 किलोमीटर की दुरी में स्थित KIROWATERFALLS एक बरसाती falls है जिसे आप बरसात के दिनों में देख सकते हैं

 

कैसे आ सकते हैं  Sadni Waterfalls kaise aa sakte hain

यदि आप सजनी वॉटरफॉल्स आना चाहते हैं तो नजदीकी शहर जोगी जिला मुख्यालय गुमला से आपको 90 किलोमीटर के आसपास दूरी पड़ेगी गुमला से दो रास्ते हैं एक आप नेतरहाट रोड के रास्ते आ सकते हैं दूसरा आप चैनपुर के रास्ते होकर आ सकते हैं आपको पता होना भी चाहिए कि आप केवल इस जगह बाइक से ही आ सकते हैं उसमें भी iआपको कुछ देर पर बाइक को छोड़कर इस वॉटरफॉल तक पैदल आना पड़ता है

क्योंकि जिस जगह यह जलप्रपात है उसे जगह आने के साधन नहीं है आपको ऑफ रोडिंग पैदल चलना पड़ेगा यदि बाइक किसी तरह आता भी है तो बहुत कठिनाई और मुश्किल भरी रास्ता है इस वजह से बाइक को एक सब जगह आप छोड़ सकते हैं अब बात करते हैं कि कौन रास्ते से आपको सुविधा होगी

इसे भी जरूर पढ़े -hundru waterfall || हुंडरू का अर्थ क्या है | हुन्डरु जलप्रपात रांची

गुमला चैनपुर जैरागी के रास्ते

जब आप गुमला चैनपुर बैरागी के रास्ते इस जलप्रपात पर आते हैं तो आपको 90 किलोमीटर की दूरी पड़ेगी आप बाइक बस या व्यक्तिगत गाड़ी से सीधे आप जैरागी तक या उसके अंदर गांव तक आ सकते हैं परंतु उसके बाद आपको वहां से पैदल जाना होगा

गुमला घाघरा नेतरहाट के रास्ते

जब आप गुमला घाघरा नेतरहाट केरास्ते से होकर आते हैं तो आपको सजनी वॉटरफॉल की दूरी लगभग 97 किलोमीटर पड़ेगी इस रास्ते में आपको नेतरहाट के बाद जब आप सजनी जलप्रपात की ओर बढ़ते हैं तो आपको बॉक्साइट पाठ के एरिया देखने को मिलते हैं उसे एरिया पर घुसकर ही आप इस जलप्रपात तक पहुंच सकते हैं तो एक तरह से आपको यदि एक नया कंटेंट एडवेंचर देखने को चाहिए तो आप इस रास्ते से होकर आ सकते हैं आपके रास्ते में कई बॉक्साइट की मीनिंग खदान भी देखने को मिल सकती है
Sadni वॉटरफॉल Naogain Dam का निर्माण करती है
शंख नदी में बहने के कारण सजनी जलप्रपात की सारा पानी Naogain dam इकट्ठा होता है ।

FAQ
नेतरहाट से sadni falls की दूरी कितनी है

Sadni waterfalls की दूरी नेतरहाट से 35 किलोमीटर दक्षिण में है

Sadni falls height कितनी है

Sadni falls की height 200 फीट और ऊंचाई 60 मीटर है

संछेप वर्णन – इस लेख में आप सदनी जलप्रपात के बारे में जाने जो गुमला जिला में पड़ता है जो जंगलो के बीच में हैं रास्ता  पूरा ऑफ रोडिंग है यदि आप ऐसे स्थान पर घुमने आते भी हैं तो लोकल guide की मदद जरुर लें ताकि आप उस स्थान जगह के बारे में  जान सके कोई परेशानी से बच सके |

hundru waterfall malghonghsa jharkhand

Hundru waterfall from ranchi || हुंडरू का अर्थ क्या है | हुन्डरु जलप्रपात रांची

“Hundru Waterfall, Malghonghsa: Jharkhand’s Majestic Cascade of Wonder “

hundru waterfall malghonghsa jharkhand -झारखंड के रांची जिले जिसे झरनों का शहर भी कहा जाता है इसी शहर के पास में एक जलप्रपात  है जिसका नाम हुंडरू जलप्रपात waterfalls in jharkhand  कहते हैं  रांची से इसकी दुरी Hundru Waterfall, Faul, Hundru, Malghonghsa  रांची से 45 किलोमीटर है | झारखंड की ऊंचाई वाले वॉटरफॉल में हुंडरू जलप्रपात का भी नाम सबसे पहले आता है जी हां 322 फीट ऊंचाई से गिरने के साथ-साथ 98 मीटर ऊंचा यह  भारत का 34 व सबसे बड़ा ऊंचा जलप्रपात है और jharkahnd का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है रांची  से सटे 32 किलोमीटर पुरलिया मार्ग पर hundru  जलप्रपात स्वर्णरेखा नदी पर स्थित  है लोग

इस जगह पर पिकनिक के लिए हमेशा आया  करते हैं साथ ही  नए साल में लोग भर भर कर इस जगह पर जाते हैं और नए साल इंजॉय करते हैं आज इस  लेख में आप पढ़ेंगे हुंडरू फॉल के बारे में तो चलिए विस्तार पूर्वक जानते हैं Hundru waterfalls के बारे में

हुंडरू जलप्रपात Hundru Waterfall नाम क्यों पड़ा हुंडरू का अर्थ क्या है

वैसे तो हुंडरू जलप्रपात hundru waterfall स्वर्णरेखा नदी पर अवस्थित है लेकिन बात आती है कि हुंडरू जलप्रपात का नामकरण कैसे हुआ आखिर हुंडरू जलप्रपात इस वॉटरफॉल को क्यों कहते हैं हुंडरू का अर्थ क्या होता है इस सवाल पर जब स्थानीय लोग से जानकारी मिला  तब पता चला कि जब अंग्रेजी शासन काल था तब एक अंग्रेज जिसका नाम “हुंदुर”था इस नदी पर इस वॉटरफॉल के समीप आकर हीरा या सोने की तलाश कर रहा था तो किसी कारणवश उसका पैर फिसलकर नीचे खाई में गिर जाता है तब से इसका नाम जो है “हुंदूर fail” कहा जाने लगा और समय बीतने के साथ इसका वर्तमान नाम हुंडरू फॉल hundru waterfalls हो गया ।

hundru waterfall on which river

हुंडरू जलप्रपात -रांची राजधानी रांची से सटे 32 किलोमीटर की दूरी पर पुरलिया मार्ग पर हुंडरू  जलप्रपात जो स्वर्णरेखा नदी पर बनाई गई है जिसकी ऊंचाई 322 फीट एवं यह भारत का 34 व सबसे बड़ा ऊंचा जलप्रपात है बेहद ही खूबसूरत एवं मनमोहक लगने वाला है यह वॉटरफॉल दूर से ही लोगों को अपनी और आकर्षित करती है इसकी आवाज 5 किलोमीटर तक सुनाई देती है ऊँचे चटानो  से गिरने के कारण इसके आवाज दूर तक  सुनाई देती है जब आप हुंडरू जलप्रपात आते हैं तो इसके तलहटी में जाने के लिए आपको 750 सीढ़ियां उतरने पड़ती है और 750 सीढ़ियां चढ़कर ऊपर आने पड़ती है क्योंकि जब

आप 750 सीढ़ियां उतर कर नीचे जाते हैं तब आपको वह दृश्य देखने को मिलता है  जब बात आती है  hundru waterfall height   कि तो  यह ऊंचाई से  गिरता है घने जंगलों के बीचो-बीच एवं शांत वातावरण में बसाया जलप्रपात लोगों को अपनी और मोहित करता है और लोग अक्सर इस जगह पर वीकेंड छुट्टी या पिकनिक या किसी विशेष प्रोग्राम के लिए इस वॉटरफॉल को देखने जाया करते हैं यह वॉटरफॉल रांची पुरलिया मार्ग पर स्थित है एवं यह झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा वॉटरफॉल है और यह स्वर्णरेखा  नदी पर स्थित है इसी से सिकीदारी में पन बिजली का उत्पादन भी किया जाता है

Hundru waterfall क्यों प्रसिद्ध है

  • झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा एवं ऊंचा वॉटरफॉल होने के साथ-साथ यह सोने रेखा नदी पर स्थित है और इसी से सीखी दारी में पन बिजली यानी कि बिजली का उत्पादन किया जाता है
  • Hundru जलप्रपात की धारा 322 फीट ऊंचाई से गिरने के साथ-साथ या झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा hundru waterfall  वॉटरफॉल है
  • बरसात के दिनों में इस वॉटरफॉल की धारा काफी अधिक मोटी हो जाती है जिससे वहां की खूबसूरती देखते बनती है लोग बरसात के दिन में भी काफी अधिक संख्या में इसे देखने के लिए जाते हैं क्योंकि संघा जंगल के बीचो-बीच होने के चलते बरसात के दिनों में बरसात के पानी से और अधिक इस वॉटरफॉल की जो परत है वह चौड़ी हो जाती है और जब ऊंचाई से गिरती है तो और मनमोहक लगती है

इसे भी पढ़े -Hirni falls || Hidden Place Hirni Watarfalls | हिरनी जलप्रपात

 

जलप्रपात में बरतने वाली सावधानियां(Precautions at Waterfalls)

जब आप किसी भी वॉटरफॉल्स जलप्रपात में अपने परिवार स्वयं यानी किसी के साथ जाते हैं तो सबसे बड़ी  बात होती है उस जलप्रपात में बरतने वाली सावधानी यदि आप हुंडरू जलप्रपात में पहुंच गए हैं तो सबसे पहले आप अपने परिवार के सदस्यों का ध्यान रखेंगे बच्चों को खासकर ऐसे स्थानों से दूर रखें जहां फिसलने है गड्ढे हैं जहां पानी ऊंचे से गिर रही है साथ ही ऐसे स्थानों से आपको दूरी बनाकर रखें जिससे किसी अप्रिय घटना होने की संभावना हो सके

यदि आप पिकनिक का प्लान कर रहे हैं तो आपको झरने से दूर जहां पानी का रफ़्तार  कम हो गड्ढे कम हो, चिकने पत्थर से दूर होना चाहिए क्योंकि आजकल के समय में अक्सर लोग फोटोग्राफी सेल्फी, के चक्कर में गलती हो जाती है और इस तरह की घटना का शिकार हो जाते हैं तो इसलिए सबसे पहले सावधानी बरतनी जरूरी है तभी आपकी घूमने की जो ख्वाहिश  सफल हो पाएगी इसलिए जरूरी है कि आप ऐसे जलप्रपात की जगह में जाएं लेकिन सावधानी जरूर करते हैं

हुंडरू जलप्रपात आप कैसे आ सकते हैं  how to reach hundru falls from ranchi

राजधानी रांची से 32 किलोमीटर का दूरी पर स्थित रांची पुलिया मार्ग पर स्थित हुंडरू फॉल  12 महीना स्वागत करती है क्योंकि यह स्वर्ण रेखा नदी पर स्थित है और ऊंचाई से गिरने के साथ-साथ या झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा वॉटरफॉल है इस वॉटरफॉल पर आने के लिए आपको राजधानी रांची से बाय बस स्वयं के व्यक्तिगत गाड़ी या फिर बाइक से आप आसानी से इस जगह पर आ सकते हैं

परिवहन के साधन (Modes of Transport)

  • बस से कैसे पहुचे -यदि अब झारखंड के अन्य हिस्से से आते हैं या फिर झारखंड के बाहर राज्य से आते हैं तो आपको सबसे पहले आईटीआई बस स्टैंड रांची या खादगढ़ा बस स्टैंड रांची में उतरना होगा उसके बाद वहां से आप बस के माध्यम से सीधे कुंदरु फूल के लिए जा सकते हैं आपको वहां से लगभग 80 रुपए के किराया लग जाता है
  • रेलगाड़ी से कैसे पहुचें – जब आप रेलगाड़ी से पंढरपुर के लिए आते हैं तो सबसे पहले आपको राजधानी रांची रेलवे स्टेशन में उतरना होता है राजधानी रेलवे स्टेशन से उतरकर आप वहां से ऑटो करके सीधे बस स्टैंड जा सकते हैं और फिर वहां से बस पड़कर होंड्रफों को जा सकते हैं और नहीं तो आप वहां से ऑटो को भी बुक कर सकते हैं या छोटी गाड़ी बुक करके जा सकते हैं वैसे लंबी दूरी है इसलिए ऑटो करना उचित नहीं है आप छोटा गाड़ी की बुक कर सकते हैं
  • व्यक्तिगत गाड़ी या बाइक से कैसे पहुचे -सबसे सुविधा एवं सबसे सुविधाजनक खुद की गाड़ी और बाइक मानी जाती है क्योंकि इसमें आप अपने मनमर्जी के हिसाब से जाते हैं और मनोरंजन करके आते हैं क्योंकि इसमें आप अपने समय के मुताबिक समय से जाते हैं और समय से आ जाते हैं इसमें किसी भी बंदिश नहीं होती है तो आप झारखंड के किसी भी हिस्से से हो पर्सनल गाड़ी या बाइक से वंडरफुल आसानी से जा सकते हैं
  • इस तरह आप झारखंड में अन्य और जलप्रपात को भी visit कर सकते हैं और अधिक बिस्तार से जानने के लिए झारखंड सरकार के आधिकारी वेबसाइट https://tourism.jharkhand.gov.in/ पर visit कर सकते हैं |

FAQ
1.हुंडरू जलप्रपात की ऊंचाई कितनी है ?

ANS-हुंडरू जलप्रपात hundru waterfall  की ऊंचाई लगभग 322 फीट ऊंची है

2.झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा वॉटरफॉल कौन सा है?

ANS-झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा वॉटरफॉल हुंदरू वॉटरफॉल है जो कि रांची जिला में स्थित है

3.हुंडरू जलप्रपात कौन सी नदी पर स्थित है? hundru waterfall is located on which river

ANS-हुंडरू जलप्रपात स्वर्ण रेखा नदी पर स्थित है

4.हुंडरू जलप्रपात hundru waterfall  की विशेषता क्या है?

ANS-हुंडरू जलप्रपात की विशेषता यह है कि यह वॉटरफॉल 322 फीट ऊंचाई से गिरता है और यह भारत का 24 व सबसे बड़ा वॉटरफॉल है साथ ही अंग्रेज की जमाने में एक अंग्रेज जिसका नाम हुंदुर था जिसने हीरे की तलाश में इस नदी से खाई में गिर जाने की वजह से इस जगह का नाम जो है हुंदूर fail से हुंडरू फॉल हो गया

5.हुंडरू फॉल रांची से कितना दुरी पर है hundru waterfall distance

ANS-रांची से इसकी दुरी 45 किलोमीटर है |

 

Hirni falls || Hidden Place Hirni Watarfalls | हिरनी जलप्रपात

Hirni falls Jharkhand  || Hidden Place Hirni Watarfalls | हिरनी जलप्रपात

राजधानी रांची से खूंटी चाईबासा रोड में राष्ट्रीय राजमार्ग NH-20 में स्थित Hirni falls || Hidden Place Hirni Watarfalls | हिरनी जलप्रपात  है  जो चारों और छोटे बड़े पहाड़ों से घिरे होने के साथ पहाड़ों से गुजरते हुए पत्सुथरों के बीच से पानी गिरता है और हिरनी जलप्रपात का  निर्माण करता  है हिरनी फॉल hirni falls के पास में एक रेस्ट हाउस का भी निर्माण कराया गया है जहाँ लोग रुक भी सकते हैं

साथ ही  वहां पर पार्क का भी निर्माण कराया गया है प्रकृति के साथ-साथ आप पार्क का भी मजा ले सकते हैं यहां सैलानियों का आने के लिए एक बड़े रेस्ट हाउस की भी सुविधा की है जहां पर वह रात रुक सकते हैं यदि आप रोलर या ग्रामीण लाइफ को थोड़ा इंजॉय करना चाहते हैं तो वहां के स्थानीय लोग के द्वारा रुकने का भी व्यवस्था की गई है जो अपने हिसाब से वह लोग चार्ज लेते हैं साथ ही वहां का स्थानीय लोग छोटे-मोटे स्टोर दुकान लगाते हैं जिससे कि टूरिस्ट या पर्यटकों को जरूरी फूड सामान मिल सके इस तरह से हिरनी वॉटरफॉल्स के आसपास आपको कई सारी सुविधाएं मिल जाती है

Hirni falls Jharkhand  || Hidden Place Hirni Watarfalls | हिरनी जलप्रपात

hirni falls हिरनी जलप्रपात हिरनी झरना राजधानी रांची से 60 किलोमीटर का दूरी पर स्थित एक खूबसूरत से जलप्रपात हिरनी फॉल्स  hirni falls जो रांची खूंटी चाइबासा राष्ट्रीय राजमार्ग 20 पर स्थित है आजकल के डिजिटल समय में लोग सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसे गुमनाम जगह को भी उजागर कर दे रहे हैं जिसे लोग नहीं जानते थे

वैसे में हिरनी जलप्रपात  Hirni falls भी एक हिडन प्लेस है जिसे सोशल मीडिया जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम यूट्यूब गूगल के माध्यम से लोग ऐसे जगह का वीडियो फोटो स्टोरी पब्लिश करते हैं और लोगों में एक जन की उत्साहिता बढ़ाते हैं वैसे में हिरनी जलप्रपात पीएफ हिडन प्लेस है जिसे लोग अब जाने लगे हैं और लोग बढ़-चढ़कर पिकनिक मनाने ऐसी जगह पर जाते हैं इस नए साल में लोग ऐसे वॉटरफॉल में जाना पसंद करते हैं

और एक यादगार पल कैप्चर करना चाहते हैं वैसे में यदि आप झारखंड के ऐसे बेहतरीन प्राकृतिक प्लेस वॉटर फॉल्स में जाना चाहते हैं तो आपके लिए हिरनी जलप्रपात भी एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है जहां आप अपने परिवार के साथ कुछ समय नए साल में व्यक्तित्व कर एक यादगार लम्हा इंजॉय कर सकते हैं हिरनी जलप्रपात hirni falls  के चारों तरफ छोटी बड़ी कई पहाड़ियां हैं जहां से रामगढ़ नदी होते हुए यह पानी चट्टानों से चीरते हुए नीचे गिरती है और हिरनी  जलप्रपात का निर्माण करती है

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पार्किंग की भी है सुविधा

जब पर्यटक स्थल की बात होती है तो वैसे में जब लोग दूरदराज से लोग आते हैं तो अपने साथ व्यक्तिगत गाड़ी बाइक बस जैसे बड़े गाड़ी लेकर आते हैं ऐसी स्थिति में सबसे बड़ी बात आती है पार्किंग की तो इस वॉटरफॉल में पर्यटकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है जिसमें से आप ₹20 खर्च कर उसे पार्किंग पर अपने गाड़ी को खड़ी कर सकते हैं जिसे जलप्रपात समिति के द्वारा संचालित किया जाता है और उसकी साफ सफाई जलप्रपात समिति के द्वारा किया जाता है

हिरनी  जलप्रपात Hirni falls  आने के रास्ते

यदि आप राजधानी रांची से आते हैं तो आपको खूंटी चाईबासा रोड से होते हुए आप सीधे हिरनी फॉल्स आ सकते हैं आप वेयक्तिगत गाड़ी बाइक या बस से Hirni  falls हिरनी वॉटर फॉल्स तक पहुंच सकते हैं साथ ही यदि आप रेल की मदद से आते हैं तो आपको रांची टाटा होते हुए चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन आना होगा वहां से आपको 45 किलोमीटर दूरी पर यह हिरनी वॉटरफॉल्स मिल जाएगा परंतु मेरा मानना है

कि यदि आप अपने व्यक्तिगत गाड़ी या फिर बस से आते हैं तो आपके लिए एक सम एडवेंचर एक अनुभव होगा क्योंकि यह एनएच 20 के रास्ते में ही पड़ता है तो इसलिए स्टेशन से दूर है और रोड से नजदीक है तो आप अपने व्यक्तिगत गाड़ी या फिर बाइक से रोड के माध्यम से आई और इस ब्यूटीफुल वॉटरफॉल का मजा लीजिए

हिरनी झरना Hirni falls के आसपास घूमने की जगह

  1. पंचघाघ झरना– पांच नदियों के संगम से बना एक खूबसूरत प्राकृतिक झरना जिसे हम लोग पांच का के नाम से जानते हैं राजधानी रांची से लगभग 50 किलोमीटर का दूरी पर स्थित चाईबासा रोड पर खूंटी जिले में स्थित पांच गांव झरना पर्यटकों को अपने पांच नदियों के नाम साथी एक पारिवारिक पिकनिक स्पॉट के रूप में अपनी और हर वर्ष या विकेट छुट्टी में आकर्षित करती रहती है और लोग यहां पर जाते रहते हैं नदी का निर्माण बने नामक प्रसिद्ध नदी के टूटने के कारण हुआ है यह एक ऐसा झरना है जहां पर पानी समतल है कोई ऊंचाई से पानी नहीं गिरता है
  2. इसलिए यहां पर खतरे की संभावना कम है फिर भी बच्चे बूढ़े पारिवारिक के साथ किसी भी जलप्रपात में जाते हैं तो सावधानी बरतना बहुत जरूरी होता है पानी की बहन शांत है क्योंकि पानी का जो लेयर है वह नीचे नीचे बहती है ऊपर से नहीं गिरती इस वजह से यह पानी का आवाज जो है ज्यादा शोर नहीं करती है इसलिए ऐसे स्थान स्कूली बच्चों को पर्यटन के लिए अच्छा है इसके साथ-साथ यदि आप खूंटी जिला के आसपास अन्य और पर्यटन स्थल देखना चाहते हैं तो उनमें से बिरसा मृग विहार आंगनवाड़ी शिव मंदिर जैसे अन्य पर्यटक स्थल है जहां आप लोग घूमने जा सकते हैं
  3.  पेरवाघाघ जलप्रपात।  रांची खूंटी सिमडेगा मार्ग पर तोरपा के मटका पंचायत पर स्थित एक सुंदर सी झरना जिसे बेरवा घाट कहा जाता है यह एक अच्छा वॉटरफॉल है जहां पर लोग पिकनिक मनाने जाते हैं पेरवा का अर्थ होता है कबूतर यदि शाब्दिक अर्थ देखा जाए तो पेरवा का  मतलब कबूतर और घाघ का मतलब घर तो “कबूतरों का घर” इस तरह से इस अर्थ का मतलब निकलता है
  4. रानी जलप्रपात  रानी जलप्रपात खूंटी तमर रोड पर स्थित जिसकी दूरी लगभग 20 किलोमीटर है धीमी प्रवास से बहने के कारण इस नदी में पिकनिक के लिए अच्छा माना जाता है यहां पर अपने परिवार के साथ छोटे बच्चों के साथ लोग जाते हैं और इंजॉय करके आते हैं
  • हिरनी फॉल का कुछ बेहतरीन फोटो

                                  

Baghmunda Waterfalls Jharkhand | best picnic spot

Baghmunda Waterfalls Jharkhand | best picnic spot

Baghmunda Waterfalls Jharkhand  : नए साल के आगमन के साथी पर्यटकों में एक नई ऊर्जा और नए संचार  देखने को मिलता है पर्यटक नई-नई जगह जाने और घूमने को अपनी योजना बनाते हैं गुमला जिला से लगभग 48 किलोमीटर की दूरी बाघमुंडा वॉटरफॉल दर्शकों को अपनी और हर साल इसी तरह आकर्षित करती है वैसे तो वीकेंड छुट्टी या अन्य ऐसे त्योहारों में पिकनिक के लिए इस जगह पर लोग जाया करते हैं परंतु नया साल आने वाला है

और नये  वर्ष में लोगों का ऐसे जलप्रपात में जाना भी बहुत ज्यादा  अनुमान है आपको बता दे की गुमला से महज 48  किलोमीटर की दूरी पर सिमडेगा रांची मुख्य मार्ग स्थित बाघमुंडा वॉटरफॉल अपने मनोरंजन दृश्य और प्रकृति सुंदर के लिए जानी जाती है काफी सुकून और खुशी देने वाली ऐसी जगह है जहां पर आप लोग जाना पसंद करते हैं ऊंचाई से गिरने के कारण यह जलप्रपात कल कल धाराओं से बहते हुए ऊंचे पहाड़ों से गिरती है और शांत वातावरण और की अनुभूति प्रदान  करती है  लोग अभी से ही बागमुंडा वॉटरफॉल में सैलानियों का आना-जाना भीड़ शुरू हो गया है

Baghmunda Waterfalls क्या है इस वॉटरफॉल की विशेषता

आपको बता दे की बाघमुंडा वॉटरफॉल  कोयल नदी पर स्थित है और यह सिमडेगा रांची मुख्य मार्ग पर  कोयल नदी में स्थित है और यह अलग-अलग ऊंचाई से एक जगह  तीन धाराओं से होकर गिरने के वाले संगम पर एक बाघ का  किसी आकार का धारण करती है जिस वजह से बाघमुंडा जलप्रपात  भी कह सकते हैं अगर बात करें कि यहां पर जाने का तो जब इसके आप मुख्य द्वार से अंदर के प्रवेश करते हैं तो वहीं पर एक बड़ा सा प्राचीन शिव मंदिर भी है जहां भी लोग जाना पसंद करते हैं और वहां दर्शन करते हैं

नव वर्ष पर लगता है बहुत बड़ा मेला Baghmunda Waterfalls

वैसे तो बाघमुंडा वॉटरफॉल पर लोग छुट्टियां पर आते हैं लेकिन नए वर्ष के आगमन से लोगों में काफी उत्साह रहता है और लोग भर भर कर इस जगह नए साल में आने के लिए उत्साहित रहते हैं आपको बता दे कि इस जगह पर नए वर्ष में एक बहुत बड़ा मेला लगता है जिसकी सुरक्षा की जिमेवारी के लिए स्थानीय पुलिस को सोपा जाता है गुमला के साथ-साथ सिमडेगा रांची खूंटी तोरपा,राउरकेला तरफ से काफी अधिक संख्या में पर्यटक इस स्थान पर नए वर्ष में घूमने फिरने के लिए आते हैं

कैसे पहुच सकते हैं बाघमुंडा जलप्रपात Baghmunda waterfall aane ke raste

जी हां दोस्तों यदि आप बाघमुंडा जलप्रपात आने की सोच रहे हैं तो आप राजधानी रांची से सिमडेगा मार्ग वाले रास्ते से बस से या पर्सनल व्यक्तिगत गाड़ी से भी आप सीधा बाघमुंडा वॉटरफॉल आ सकते हैं

इसी  बीच रास्ते में ही एक बमिबयारी गांव मिलेगी वहीं से कोयल नदी का दृश्य आपको देखने को मिलता है पास में हेमता टोली गांव के समीप में इसका फ्रंट द्वारा रखा गया है जिसके माध्यम से आप सीधे वॉटरफॉल तक पहुंच सकते हैं यदि बात करें गुमला से इसकी दूरी की तो लगभग 50 किलोमीटर और रांची से इसके दूरी की तो 100 किलोमीटर पड़ता है आप सीधे बस या अपने निजी वाहन के साथ इस जगह पर आसानी से पहुंच सकते हैं

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बाघमुंडा वॉटरफॉल Baghmunda Waterfalls पर रखें खास ध्यान

यदि आप किसी भी वॉटरफॉल पर जाते हैं तो सबसे पहले बात आती है अपने आप और अपने परिवार की सुरक्षा का जिम्मेवारी जी हां जब आप अपने परिवार के साथ ऐसे किसी वॉटरफॉल्स पर जाते हैं जिसमें बच्चे जवान बूढ़े शामिल हो सकते हैं वैसे में आपको सबसे बड़ी सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है क्योंकि जलप्रपात  एक ऐसे स्थान होता है जहां पर ऊंचे ऊंचे जगह से पानी गिरते हैं

और न जाने कितने समय से वहां पर पानी इकट्ठा होते हैं गड्ढा होते हैं पत्थर चिकनी होती है जगह अनजान होती है वैसे मैं यदि आपके साथ बच्चे  साथ गए हैं तो हो सकता है शरारत करते-करते इन गड्ढे पत्थर ऊंचा नीचा जैसे जगह पर जाएं और वैसे में अगर नजर हटी तो दुर्घटना घटी  इसलिए ऐसे में आप अपने परिवार के सुरक्षा का स्वयं    जिमेवार है इस लिए  आप अपने बच्चों का खास ख्याल रखें और इधर-उधर जाने ना दे जिस किसी भी अनहोनी होने से बचा जा सके

क्योंकि आप देखते होंगे कि नए साल में अक्सर ऐसा घटना हो जाता है और इसका जिम्मेदारी खुद पर्यटक होता है इसलिए  अपने बच्चों की जिम्मेदारी खुद देखनी होती है इसलिए यदि आप बाघमुंडा वॉटरफॉल्स या फिर झारखंड के कोई अन्य वॉटरफॉल्स में इस नए साल घूमने जा रहे हैं तो आप अपने परिवार का सुरक्षा खुद करें चलिए पांच ऐसे उपाय जिससे आप अपने  बच्चों को ख्याल रख सकते हैं

  1. बच्चों को अपने नजर से दूर जाने मत दे
  2. चटानो वाले जगह से दूर रखे
  3. गहरे पानी या फिसलन वाले जगह के आस पास पिकनिक न जाये
  4. प्राथिमक उपचार  साथ रखे
  5. यदि भीड़ भाड़ वाले जगह में गये हैं तो उसके हाथ  मोबाइल नंबर जरूर लिख दे

Bharat ke in Jagaho me nahi ja sakte | भारत के इन जगहों पर नही जा सकते

Bharat ke in Jagaho me nahi ja sakte | भारत के इन जगहों पर नही जा सकते

India भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में भारतीय को खुद के घर में घूमने का प्रतिबंध लगा हुआ है ये दोस्तों आज के इस लेख में आपको बताएंगे की Bharat ke in Jagaho me nahi ja sakte | भारत के इन जगहों पर नही जा सकते | मतलब साफ है की आप अपने ही देश में जहाँ पर भारतीयों को घूमने को प्रतिबंध लगा हुआ यदि यह भी भारत  में घूमने की योजना बना रहे  है

तो इस से पहले आपको जानना चाहिए कि वो कौन सा जगह है जहाँ पर आप अपने परिवार या कपल्स के साथ घूमने नहीं जा सकते तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि भारत की वो 10 कौन सी जगह है जहाँ पर भारतीयों को जाना सख्त माना

नार्थ  सेंटिनल आईलैंड bharat

जी हां दोस्तों भारत के अंडमान निकोबार द्वीप संघ में स्थित नॉर्थ सेंट्रल आयरलैंड भारत का एक ऐसा जगह है जहां पर भारत का कोई भी व्यक्ति वहां नहीं जा सकता यदि वह गलती से चला भी जाता है तो वहां पर मौजूद आदिवासी लोग उन्हें मार डालते हैं तब से bharat sarkar भारत सरकार ने उसे जगह को बन कर दिया और वहां पर भारतीयों को जाना मना कर दिया

पांडिचेरी का समुद्री बीच

भारत के पांडिचेरी में स्थित पांडिचेरी की समुद्री बीच पर भारतीयों को जाना सख्त मना है उसे जगह पर सिर्फ विदेशी पर्यटक की जाते हैं ऐसा इसलिए की वहा केवल विदेशी लोग ही जा सकते हैं क्योकि विदेशी लोग वैसे बीच में छोटे छोटे कपड़ों में रहते हैं और बिकनी में रहते हैं वैसे में हमारे भारतीय संभ्यता के संकृति पारिवारिक लोग वैसे  जगह के लिए comfortable नही है

Bharat ki फ्री कसोल कैफे Free kasol cafe

पर्यटन के लिए जाने वाले हिमाचल प्रदेश जो की खूबसूरती की चार-चार वाहन के हिमालय और वहां की प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को अपनी और हमेशा आकर्षित करती है परंतु हिमाचल प्रदेश में एक स्थान ऐसा भी है जहां पर भारतीयों को जाना माना है हिमाचल प्रदेश का एक टूरिस्ट प्लेस जिसे कुशल गांव टूरिस्ट का पहला पसंद माना जाता है

लेकिन आपको बता दें कि इसी गांव के पास में एक फ्री कंसोल कैफे के नाम से एक रेस्टोरेंट चलाया जाता है जो की एक इजरायली रेस्टोरेंट है इस रेस्टोरेंट पर कोई भी भारतीयों को जाना सख्त मना है इसका मतलब यह है कि यदि आप इंडियन टूरिस्ट हैं तो आप इस रेस्टोरेंट पर नहीं जा सकते हैं यह केवल अपने इजरायली टूरिस्ट को अपने रेस्टोरेंट पर एंट्री देते हैं

भारत के फॉर्नर्स only beach goa

भारत और विदेश के सबसे फेमस और पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस में से गोवा का यह बीच विदेशी मेहमानों का सबसे प्रिय गोवा का बीच है लोग अक्सर गर्मियों में यहां पर छुट्टी बिताने के लिए जाया करते हैं परंतु क्या आपको पता है कि भारत के लोग को इस बीच पर जाने के लिए अनुमति नहीं है केवल विदेश के लोग ही इस बीच पर जा सकते हैं ऐसा इसलिए है क्योंकि विदेशी जो है

वह छोटे-छोटे कपड़े एवं बिकनी में बीच पर रहती है और इस वजह से कोई भारतीय उन गोरे को छेड़खानी ना करें इस वजह से बीच के मालिक को द्वारा इस तरह का नियम लागू किया हुआ है

तमिलनाडु के बडलैंड लॉज चेन्नई

bharat भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित चेन्नई शहर में एक ऐसा होटल भी है या एक ऐसा लॉज भी है जहां पर केवल विदेशी मेहमानों को ही आने का अनुमति है यदि आप भारतीय हैं तो आप वहां नहीं जा सकते हैं इसका पीछे का गाना यह है

कि जब पुराने समय में राजा महाराजाओं का जब यह महल था जिसे अब परिवर्तन करके होटल बना दिया है और इस होटल में ओन्ली फॉर फोरेंस एंट्री रखा गया है इस तरह से कोई भारतीय इस होटल पर नहीं जा सकता है

पांडिचेरी का फॉर्नर्स only beach

पांडिचेरी कप बोनस ऑन व्हिच भी गोवा के बीच की तर्क पर यहां नियम फॉलो करती है बीच के मालिक के अनुसार यहां भी केवल विदेशी पर्यटकों को ही अनुमति दिया जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि विदेशी जो है वह बाहर से आते हैं और वह बिकनी एवं छोटे-छोटे कपड़े में बीच पर रहते हैं इस वजह से किसी भारतीय की छेड़छाड़ या किसी प्रकार की कोई आव्हाद्र व्यवहार ना हो इस वजह से बच के मालिक द्वारा इस तरह का नियम लागू यहां भी कर रखा है

 

 

Ramrekha Dham: Where Exile Echoes in Time वनवास की छाप – जहां राम, सीता और लक्ष्मण के पदचिह्न बसे हैं

ramrekha dham temple राम सीता वनवास के दौरान इस जंगल ...

सिमडेगा मुख्यालय से लगभग 26  किमी दूर स्थित ramrekha dham temple रामरेखा धाम राम सीता वनवास के दौरान इस जंगल पर कुछ समय व्यतीत किये थे यह  एक पवित्र स्थान है। यह कहा जाता है कि भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण ने चौबीस वर्षों के बनवास के दौरान इस स्थान का दौरा किया था और कुछ समय तक यहीं रहे थे। पुरातात्विक संरचनाओं जैसे अग्नि कुंड, चरण पादुका, सीता चूल्हा और गुप्त गंगा से पता चलता है कि उन्होंने बनवास काल में इसी रास्ते पर चले थे।

यदि आप  रामरेखा धाम गए हैं तो आप देखे हैं  एक झुकी हुई गुफा में स्थित है, और भगवान राम, मां सीता, लक्ष्मण, हनुमान और भगवान शिव के मंदिरों को देखा। कार्तिक पूर्णिमा पर यहां हर साल मेला लगता है। विभिन्न राज्यों और समुदायों से आने वाले लोग

रामरेखा धाम (Ramrekha Dham) का नाम क्यों लोकप्रिय है? क्या आप इसके बारे में जानते हैं?

Ramrekha Dham: Where Exile Echoes in Time

14 वर्षों के वनवास के दौरान भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण ने इस स्थान का दौरा किया था और वहाँ कुछ समय रहते थे। बानवास  की अवधि के दौरान उन्होंने इस मार्ग का अनुसरण किया, जैसा कि अग्निकुंड, चरण पंडुका, सीता चूल्हे और गुप्ता गंगा से पता चलता है। ramrekha dham रामरेखा धाम में लोगों ने भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान और भगवान शिव के मंदिरों को देखा

झारखंड के सिमडेगा जिले में स्थित रामरेखा धाम  Ramrekha dham सबसे प्राचीन धार्मिक स्थान है।अगस्त मुनि के छोटे भाई अग्निजीविहा मुनि का आश्रम इस स्थान पर है।तीसरी शताब्दी से ही मुनि रामरेखा गुफा में तपस्या कर रहे हैं। उनके यज्ञों की आहुति आज भी अग्निकुंड में दिखाई देती है।

 रामरेखा नाम कैसे पड़ा  Ramrekha Dham: Where Exile Echoes in Time वनवास की छाप – जहां राम, सीता और लक्ष्मण के पदचिह्न बसे हैं

Simdega के पावन धरती पर श्री राम के कदम से  सिमडेगा पावन हो गया है मान्यता यह है की जब श्री राम चंद्र जी १४ वर्ष की बनवास अवधि  कटते हुए जब इस जगह  पहुचे थे तब simdega के इसी जंगल में उन्होने कुछ दिन व्यतित किये थे  बरसात से बचने के लीये जब उन्हाने एक गुफा नुमा पत्थरों की मध्य जाकर रुके तो उनका सिर पत्थरों से टकराने लगा राम जी ने उन्ही  समय अपने तीर से उस पत्थर को एक लकीर खीच देते हैं और जगह बन जाता है कहा जाता है आज भी इस लकीर को वहां देखा जा सकता है

 रामरेखा धाम की खोज  बीरू राज वंश ने किया  Ramrekha Dham history 

Ramrekha Dham: Where Exile Echoes in Time

बहुत पहले की बात है।वीरू राजवंश के १५वीं पीढ़ी के गंग वंशी राजा हरी राम सिंह देव ने जंगली जानवरों का शिकार करते हुए कौशलपुर परगना क्षेत्र में प्रवेश किया, जो विविध पशु पक्षियों और जंगली जानवरों से भरा हुआ था। उस स्थान पर थके हुए राजा ने निवास किया।

यहाँ पहुंचकर राजा को शांति का अनुभव हुआ और आराम करते हुए दूर से राम-राम का स्वर सुनाई दिया. राजा ने राम-राम कहा और आगे बढ़कर देखा कि एक गुफा में लता पत्रों और अन्य सामग्री से लगातार राम-राम का स्वर निकलता था। जब राजा गुफा में पहुंचा तो उसकी निगाह एक शिवलिंग पर पड़ी. वह दंडवत प्रणाम करते हुए आगे बढ़ा और देखा कि एक काले शंख से निरंतर राम नाम निकल रहा है।रजा ने शंख को माथे पर लगाकर प्रणाम किया। करना।

और स्वयं शंख को अपने हाथों से बचाया।राजा फिर अपने महल में लौट गया. एक दिन, भगवान राम राजा के सपने में आए और उसे बताया कि जिस जगह पर उन्होंने शिवलिंग देखा था, वह हमारे द्वारा नवास काल में स्थापित किया गया था।और हमने अपना शंख वाही छोड़ दिया, जो दिन-रात मेरा नाम लेता रहता था।

Ramrekha dham Jharkhand में कार्तिक पूर्णिमा में  यहाँ भव्य मेला लगता है

झारखंड के अलावा यहां कई राज्यों से लोग आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालु यहां पूजा करने आते हैं, हालांकि वे हर दिन पूजा करने आते हैं। रामरेखा धाम में हिंदुओं के अलावा अन्य समुदायों में भी आस्था है। अन्य समुदाय के लोग भी इस अवसर पर आते हैं और सुखी जीवन की कामना करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वे पूरे साल इस मेले की प्रतीक्षा करते हैं।

Simdega से कितना दुरी पर है Ramrekha dham

रामरेखा धाम simdega जिले मुख्यालय से 26  किलोमीटर साउथ डायरेक्शन में स्थित है जहाँ आप बस ,बाइक या व्यक्तिगत गाड़ी से आसानी से जा सकते हैं

 

 

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सिमडेगा के ramrekha dham के आस पास घुमने की जगह

झारखंड के पर्यटन स्थल में से एक और simdega के पवित्र स्थल श्री राम  स्थल ramrekha के आस पास कई ऐसे भी जगह हैं जिसे लोग visit करते है वैसे यदि आप भी रामरेखा धाम घुमने एवं मंदिर इ दर्शन करने के सोच रहे हैं तो इस जगह आप जरुर आइये साथ ही इसके आस पास के simdega ghumne ki jagah जगहों को भी जरुर घुमए आइये कुछ नाम बताते हैं जिन्हें आप जाकर घूम सकते हैं

  • simdega केला घाट डैम
  • कोम्बंग डैम

 

 

इन 05 मंदिरों में कोई भी पुरुष नही जा सकता है || 05 Prohibited from visiting temples

इन 05 मंदिरों में कोई भी पुरुष नही जा सकता है || 05 Prohibited from visiting temples

Hindu Temple in India :- हिंदू धर्म के अनुसार मंदिर हिंदुओं का एक धार्मिक स्थल होता है लेकीन कुछ मंदिरों में 05 Prohibited from visiting temples आंखिर क्यों इन मंदिरों में नही जा सकते पुरुष नही जा सकते आज के  इस लेख में चलिए जानते हैं मंदिर एक पवित्र स्थल होता है और आध्यात्मिक पूजा पाठ संग्रह के रूप में समझ में पंडितों के द्वारा किया जाता है अगर कहें तो भगवानों या देवी देवताओं के स्वरूप से जुड़ा होता है और जिनकी पूजा की जाती है आराधना की जाती हैWhy are men prohibited from visiting temples

मंदिर वह स्थान होता है जहां पर हिंदू धर्म का सबसे पवित्र स्थल के रूप में पूजा किया जाता है उसे स्थान में देवी मूर्ति प्रतिमा को समर्पित होता है जिसके अंतर्गत मंदिर की पुजारी या पुजारी उनके पूजा पाठ करते हैं

और हिंदू समाज के लोग मंदिर पर जाकर धार्मिक  पूजा पाठ करते हैं हेलो दोस्तों मेरा नाम सुजीत हो आज के इस लेख में आपको बताने वाले हैं कि भारत में ऐसे मंदिर है जहां पर पुरुषों को जाना वर्जित है, आज इसी विषय पर बात करते-करते आपको बताते हैं कि भारत में ऐसे पांच मंदिर है जहां पर कुछ कंडीशन में पुरुषों को वहां जाना वर्जित है तो चलिए इसलिए के माध्यम से जानते हैं कौन से वह मंदिर है जहां पर पुरुष नहीं जा सकते हैं

इन 05 मंदिरों में कोई भी पुरुष नही जा सकता है || 05 Prohibited from visiting temples

भारत के इन मंदिरों पर नही जा सकता है कोई भी पुरुष

  • कन्याकुमारी मंदिर
  • असम के कामख्या मंदिर
  • आट्टुकाल भगवती मंदिर
  • संतोषी माता मंदिर
  • ब्रह्मा मंदिर पुष्कर (राजस्थान )

कन्याकुमारी के देवी कुमारी अम्मन मंदिर | 05 Prohibited from visiting temples

भारत का दक्षिण में स्थित तमिलनाडु में ऐसा मंदिर है जहां पर पुरुष नहीं जा सकते मान्यता यह है कि माता पार्वती ने शिव जी को अपने पति के रूप में पाने  के लिए  तपस्या की थी और इस मंदिर में केवल महिलाएं ही जा सकती है तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित कुमारी अमन मंदिर जहां पर माता पार्वती ने शिव जी को पाने के लिए तपस्या किए थे इस मंदिर पर भगवती कन्या की पूजा की जाती है भारत का दक्षिण में स्थित तमिलनाडु में ऐसा मंदिर है

जहां पर पुरुष नहीं जा सकते मान्यता यह है कि माता पार्वती ने शिव जी को अपने पति के रूप में पानी के लिए और तपस्या की थी हमारी अमन मंदिर जो देवी कन्या को समर्पित है तमिल में इसे मांडेकड्यू मंदिर , भगवती अमन मंदिर या कन्याकुमारी के नाम से जानते हैं मान्यता यह है कि 51 शक्तिपीठों में से माता सती के रीड की हड्डी इसी स्थान पर गिरी थी जिस वजह से माता सती या कन्या के रूप में इस जगह का पूजा भी किया जाता है

और इस मंदिर temple  में केवल महिलाएं ही जा सकती है तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित कुमारी अमन मंदिर जहां पर माता पार्वती ने शिव जी को पाने के लिए तपस्या किए थे इस मंदिर पर भगवती कन्या की पूजा की जाती है

असम के कामख्या मंदिर

भारत के शक्ति रुपी शक्तिपीठ में से एक माता कामाख्या का मंदिर जो कि असम में है इस मंदिर पर पुरुष कुछ साल भर में निश्चित समय के लिए ही पुरुष वहां पर जा सकते है असम की राजधानी दिसपुर से 08 किलोमीटर में स्थित माँ कामख्या मंदिर है  क्या कारण है Why are men prohibited from visiting templesजो इस मंदिर पर भी बस कुछ निश्चित समय के लिए ही पुरुष मंदिर में आ सकते हैं |

आट्टुकाल भगवती मंदिर

भारतीय केरल में स्थित आट्टुकाल भगवती मंदिर जहां पर सिर्फ महिलाएं ही जा सकती है वर्ष 2017 में जब पोंगल की वक्त देवी की भोग लगाने की बात थी तब उसे समय महिलाओं में हिस्सा लिया था इस मंदिर में एक साथ लगभग 35 लाख महिलाएं आए थे जिससे उनका गिनीज बुक ऑल रिकॉर्ड में भी दर्ज था आपको बता दे कि इस मंदिर पर पुरुषों का आना वर्जित है इसमें केवल महिलाएं ही अंदर आ सकती है इस मंदिर पर विशेष रूप से माता भद्राकाली देवी की पूजा की जाती है ऐसा माना जाता है कि भद्रकाली माता पोंगल के दौरान इस दिन इस मंदिर पर निवास करती है

ब्रह्मा मंदिर पुष्कर

पुष्कर जहां पर ब्रह्मा मंदिर स्थित है कहा जाता है कि पूरे भारत में ब्रह्मा जी का मंदिर सिर्फ यहीं पर स्थित है इस मंदिर पर शादीशुदा व्यक्ति आ सकते हैं  परंतु पुरुष आंगन से ही हाथ जोड़कर प्रार्थना कर लेता है और उनकी पत्नी अंदर जा पाती है इसके पीछे कहानी यह है की माता सरस्वती के  एक श्राप की वजह से इस मंदिर पर कोई पुरुष अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है अगर कोई वैवाहिक दंपति अन्दर जाता है तो उसके वैवाहिक जीवन में समस्या आ सकता है इसी वजह से मंदिर प्रांगन से ही पुरुष दर्शन कर लेते हैं  इस  मंदिर का निर्माण कल 14वीं शताब्दी में हुआ था और यह राजस्थान के पुष्कर में स्थित है

संतोषी माता मंदिर|05 Prohibited from visiting temples

राजस्थान के जोधपुर में माता संतोषी के मंदिर जहां पर पुरुषों को शुक्रवार के दिन जाना प्रतिबंध है बाकी दिनों में जा सकते हैं कहा जाता है की माता संतोषी शुक्रवार का दिन होता है इस वजह से उसे दिन महिलाएं जो है व्रत रखती है उपवास रखती है और उसे दिन महिलाएं केवल उसे मंदिर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं पुरुष बाहर से ही दर्शन कर सकते हैं और इस वजह से शुक्रवार के दिन पुरुष को अंदर जाना वर्जित है

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FQA

 

1.क्या कोई ऐसा मंदिर है जहां पुरुषों का प्रवेश वर्जित है?  उतर -असम के कामख्या मंदिर जहाँ पुरुष नही जा सकते

2.देवी कन्याकुमारी मंदिर में पुरुषों की अनुमति क्यों नहीं है?

RSETI GUMLA || आरसेटी गुमला के ग्रामीण इलाके के लिए वरदान

RSETI GUMLA

RSETI GUMLA || आरसेटी गुमला के ग्रामीण इलाके के लिए वरदान

गुमला जिला के ग्रामीण इलाकों में रह रहे युवा वर्ग पढ़ लिखकर भी रोजगार की तलाश में इधर-उधर भटकते हैं इसी को मध्य नजर रखते हुए RSETI GUMLA आरसेटी गुमला के ग्रामीण इलाके के लिए वरदान भारत सरकार और झारखंड के उपक्रम RSETI उनके लिए वरदान से कम साबित नहीं हो रही है जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर सिलम घाटी के पास में सीआरपीएफ कैंप के जस्ट सामने आरसेटी का खुद का अपना भवन बनाया गया है जिसमें ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया जाता है आरसेटी का संचालन बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा किया जाता है जो कि गुमला जिला में सन 2014 में शुरूआत किया गया थाआर SETI

आरसेटी गुमला का मुख्य उद्देश्य क्या है

ग्रामीण इलाके में रह रहे युवा वर्ग को हुनरमंद बनाना एवं स्वरोजगार का सृजन करना आरसेटी का मुख्य उद्देश्य है बीते कुछ सालों में आरसेटी के द्वारा ग्रामीण इलाकों के युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण देने के उपरांत ग्रामीण लोग इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में स्वरोजगार अपनाकर अपना घर चला रहे हैं आपको बता दें कि RSETIके माध्यम से विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जाती है जैसे बकरी पालन ,कृषि उद्यमी ,मशरूम की खेती, मछली पालन ,सब्जी की खेती, फास्ट फूड, अचार पापड़, मसाला निर्माण ,गाय पालन, कंपोस्ट तैयार करना ,हस्तशिल्प ,मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, रेशम कीट उत्पादक, जैसे अन्य प्रकार के कार्यक्रम चलाए जाता है

और इस कार्यक्रम को सीखने के उपरांत ग्रामीण लोग इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं गुना जिले में बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा इसे प्रायोजित किया जा रहा है और इसके लिए बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ग्रामीण लोगों को लोन का सुविधा भी प्रदान करता है जिससे कि वह अपना स्वरोजगार कर सके

बैंक ऑफ इंडिया ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान ,गुमला आर सेती

भारतीय कृषि प्रधान देश है और इस देश में ज्यादातर लोग गांव में निवास करते हैं गांव के ग्रामीण लोग को नई चीज की जानकारी नहीं होने की वजह से भी ज्यादातर लोग नई चीजों से अनजान रहते हैं क्योंकि गांव के लोग भोले वाले एवं कम पढ़े लिखे होने के चलते उन्हें किसी नौकरी या प्राइवेट सेक्टर में काम करने में दिक्कत आती है इस स्थिति में वे अपने क्षेत्र में स्वरोजगार की तलाश करते हैं और रोजगार काम करके पैसे कमाते हैं

इसी काम को मध्य नजर भारत सरकार के ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण योजना के तहत उनके कौशल एवं प्रतिभाओं के अनुसार रोजगार प्रदान करने का यह एक संस्था के रूप में कम कर रहा है जिसे हम RSETI कहते हैं। बैंक ऑफ  इंडिया ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान ,गुमला के देख रेख में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया जा रहा है और इससे ग्रामीण लोग प्रशिक्षण उपरांत स्वरोजगार अपना रहे हैं |

वैसे तो ग्रामीण युवाओं को रोजगार का प्रशिक्षण देकर विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर कर खुद का रोजगार यानी स्वरोजगार या आत्मनिर्भर बनाने का एक कोशिश है जो सरकार बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है इस संस्थान का एक ही लक्ष्य की जो युवा पढ़े लिखे हैं या कम पर लिखे हैं

कोई नौकरी की तलाश में इधर-उधर ना भटके एवं अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त कर खुद से रोजगार अपने एवं रोजगार का सृजन पैदा करें ज्यादा लोग के पास स्वरोजगार नहीं होने की वजह से वह एक शहर से दूसरे शहर और एक राज्य से दूसरे राज्य की ओर काम की तलाश में प्रस्थान कर जाते हैं परंतु आरसीटी की मदद से ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देने के उपरांत खुद का व्यवसाय या खुद का रोजगार शुरू कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं इस दृष्टिकोण से ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण ग्रामीण इलाकों में बहुत उपयोगी साबित हो रहा है और इससे ग्रामीण लोग फायदा उठा रहे हैं

ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान का भूमिका क्या है

गांव में रह रहे युवाओं को ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थाएं के माध्यम से उन्हें शिक्षित कर स्वरोजगार अपनाने को प्रेरित करती है साथ ही कई अनेक कार्यक्रम चलाती  है जिससे ग्रामीण लोगों को अपने रुचि मुताबिक संस्कार चुनने का मौका मिले जैसे पशुपालन कढ़ाई करना, अचार बनाना, मोबाइल बनाना, हस्तकरघा  का कुटीर उद्योग, गोबर गैस बनना ,बागवानी करना, बुनाई करना जैसे अनेक क्षेत्र में काम होते हैं

ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण के माध्यम से कौन-कौन से योजनाएं चलाई जाती है ग्रामीण इलाके में रह रहे युवक पढ़ लिख कर भी रोजगार की तलाश में भटकते हैं इस वजह से उनके कौशल विकास को मध्य नजर रखते हुए ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है और स्वरोजगार का रोजगार सृजन के रूप में कार्य करता है यह रोजगार का अवसर प्रदान करता है जिससे बेरोजगारी दूर होती है एवं युवा अपने मन मुताबिक व्यवसाय करते हैं और जीविका चलाने के लिए कार्य करते हैं

गुमला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल इसे पढ़े अंजन धाम ,टांगीनाथ,देवाकी धाम नागफेनी  

RSETI  के बगल में है  ITI Gumla Training Institute कहाँ है

गुमला शहर से 03 किलोमीटर की दुरी पर आईटीआई गुमला ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट  स्थित है  यह एक सरकारी ITI Gumla Training Institute है और यहाँ   रोजगार के लिए कंपनी भी प्लेसमेंट के लिए आता है

Gumla Me Ghumne ki Jagah | गुमला के पर्यटन स्थल गुमला में घुमने की जगह

गुमला में घुमने की जगह – झारखंड राज्य के दक्षिण पश्चिम में स्थित है गुमला में प्राकृतिक सौदर्य एवं पर्यटन के क्षेत्र काफी अधिक हैं  आज के इस blog पोस्ट में आप   Gumla Me Ghumne ki Jagah गुमला के पर्यटन स्थल ,गुमला में घुमने की जगह  के बारे में  जानेंगे | गुमला एक आदिवासी  बहुल इलाका है और यहाँ कई  प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भी हैं गुमला का  पिन कोड (Pin Code) 835207 है  प्रधान मुख्य  डाकघर है गुमला जिला जिसका स्थापना रांची जिला से कटकर 18 मई 1983 को किया गया |गुमला जिला

गुमला शहर tourist places in gumla jharkhand

गुमला का शाब्दिक अर्थ  दो स्थानीय शब्द  गौ – मेला, से बना है इसका मतलब पशु का मेला से होता है |पूर्वजों का माने तो प्राचीन काल में यहां पर वस्तुओं की खरीद बिक्री एवं गाय बैल मवेशियों की खरीद बिक्री की जाती थी अर्थात साल में  मवेशियों का बहुत बड़ा  मेला लगता था गुमला अपने घने जंगलों का प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है गुमला जिला एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है और यहां सादरी भाषा बोला जाता है

और अधिकांश लोग गांव में निवास करते हैं और गांव में निवास करने के कारण ज्यादातर लोगों का व्यवसाय कृषि है यहां पर लोग कृषि पर निर्भर तो रहते हैं परंतु कृषि का एक लिमिट दे रहा है क्योंकि यहां पर कृषि योग्य भूमि तो है परंतु सिंचाई का साधन नहीं है

इस वजह से सिजनली खेती ही यहां पर किसान कर पाते हैं, तेरी बात करें यहां की सिंचाई प्रणाली की तो यहां पर मुख्य तालाब कुआं और नलकूप है जिस वजह से गर्मी के सीजन आते-आते तालाब और कुआं का जलस्तर नीचे चला जाता है जिससे किसान अपनी खेती के लिए पानी का प्रबंध नहीं कर पाते इस वजह से वह बरसाती खेती का पुरुष रहते हैं और बरसात के दिनों में खेती करते हैं

गुमला नाम कैसे पड़ा | Gumla Me Ghumne ki Jagah | गुमला के पर्यटन स्थल गुमला में घुमने की जगह

प्राचीन काल के अनुसार यहां के पूर्वजों का कहना है कि गुमला के क्षेत्र में एक साप्ताहिक हाट लगता था जिसमें लोगों का जरूरत का सामान की चीजें खरीद बिक्री की जाती थी और लोग अपने जरूरत का सामान पूरा करते थे गुमला का नाम कैसे पड़ा इस संदर्भ में ग्रामीण इलाकों में इस नाम के पीछे का तर्क यह है कि यहां पर साल में एक बहुत बड़ा मेला लगता था जिसे गौ_मेला के नाम से जानते थे धीरे-धीरे वह मेला लुप्त होता गया और उसी के नाम पर “गुमला” नाम रख दिया गया वर्तमान  में गुमला झारखंड राज्य का एक जिला है यह शहर के रूप में तब्दील हो चुका है

इस तरह से गुमला का उद्गम हुआ है गुमला जिला छोटा नागपुर पठार का एक हिस्सा है और यहां की स्थल पहाड़ ऊंचा नीचा और कई छोटे में बड़ी नदियां मौजूद हैं जिले में आपको कई धार्मिक स्थल भी देखने को मिलते हैं जिसमें से सबसे पुराने एवं प्रसिद्ध टांगीनाथ धाम, अंजन धाम रामरेखा धाम, देवकी बाबा धाम, हापामुनी जैसे के धार्मिक स्थल इस जिले में मौजूद हैं

Gumla Jharakhand Tourist Place | गुमला क्यों प्रसिद्ध है gumla visiting places

प्राकृतिक दृष्टिकोण से गुमला जिला बहुत ही महत्वपूर्ण लगता है और जिले में मुख्यता बात करें तो खनिज संपदा से गुमला जिला परिपूर्ण है गुमला जिला में बॉक्साइट और लेटराइट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है जो गुमला जिले के बिशनपुर एवं चैनपुर प्रखंड के इलाके में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है,साथ ही कई धार्मिक स्थल जैसे टांगीनाथ, आंजन धाम, हापमूनी, देवाकि धाम, रामरेखा धाम जैसे कैसे रहस्यमई मंदिर मौजुद है । जिसे लोग हर साल हजारो की संख्या में दर्शन करने जाते हैं

गुमला जिले के तीन नदी मुख्य हैं  waterfall in gumla

गुमला जिले के तीन प्रमुख नदियां हैं दक्षिणी कोयल उत्तरी कोयल और शंख नदी इस जिले का प्रमुख नदी है

गुमला के 05 प्रसिद्ध घूमने के जगह (05 famous places to visit in Gumla)

1.बाबा टांगीनाथ धाम
2. बाघमुंडा जलप्रपात
3. पालकोट वन्य जीव अभ्यारण
4. अंजन धाम मंदिर
5. देवाकी बाबा धाम मंदिर

शोपिंग मॉल गुमला में कितने हैं Gumla tourist places

गुमला में खरीदारी करने के लिए मॉल के नाम :-

  • इंडिया मार्ट
  • GUMLA EXTTILE
  • V-MART

इसे भी पढ़े (लोहरदगा में घुमने का जगह 27 no पुल और भी बहुत कुछ ) इस तरह गुमला में जिले के और अधिक पर्यटन की जानकारी के लिए गुमला जिला की आधिकारिक website https://gumla.nic.in/ को देख सकते हैं |

FAQ-

गुमला में क्या प्रसिद्ध है?

उतर प्राकृतिक दृष्टिकोण से गुमला जिला बहुत ही महत्वपूर्ण लगता है और जिले में मुख्यता बात करें तो खनिज संपदा से गुमला जिला परिपूर्ण है गुमला जिला में बॉक्साइट और लेटराइट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है जो गुमला जिले के बिशनपुर एवं चैनपुर प्रखंड के इलाके में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है,साथ ही कई धार्मिक स्थल जैसे टांगीनाथ, आंजन धाम, हापमूनी, देवाकि धाम

गुमला में स्थानीय अखबार कोंन कोंन सा है  ?

गुमला जिला का मुख्य प्रभात खबर,हिंदुस्तान ,दैनिक जागरण ,दैनिक भास्कर जैसे  अखबार एजेंसी गुमला जिले के स्थानीय खबर को प्रकाशित करती है

गुमला के प्रमुख दर्शनीय स्थल

बिरसा मुंडा एग्रो पार्क गुमला,बाघमुंडा पिकनिक स्पॉट ,पालकोट,नगफेनी ,आदि  हैं

रांची से गुमला की दुरी ranchi to gumla distance ?

रांची से गुमला की दुरी 94 किलोमीटर है