जंगली भैंसा के लिए प्रसिद्ध है : Pamed wildlife sanctuary


पामेड़ वन्य जीव अभ्यारण Pamed wildlife : Chhatisgarh tourism Pamed Wildlife sanctuary

छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में स्थित Pamed वन्य जीव अभ्यारण एक प्रमुख वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी है जहां आप वन्य जीव अभारण्य को देख सकते हैं प्राकृतिक सौंदर्य एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रसिद्ध पामेड़ Pamed वन्य जीव अभ्यारण अपने प्रमुख जैव विविधता के लिए जाना जाता है यहां पर आपको कई जीव जंतु देखने को मिलते हैं जिनमें से प्रमुख wild buffalo जंगली भैंसा चिता , बाघ हिरण , सियार जैसे वन्य जीव मौजूद हैं यह वन्य जीव अभ्यारण छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला में स्थित है जंगल सफारी एवं पर्यटन के लिहाज से लोगों का आकर्षण बना रहता है और लोग जंगल सफारी एवं प्रकृति से प्रेम करने वाले लोगों के लिए विशेष स्थान रखता है लोग यहां प्रकृति का नजारा एवं वन्य जीव जंतु को देखने के लिए आते हैं

भौगोलिक दृष्टिकोण

पामेड़ Pamed Wildlife sanctuary जीव अभ्यारण लगभग 300 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है जिसकी स्थापना सन 1983 ईस्वी में किया गया था, यह अपने राजकीय पशु जंगली भैंस के लिए प्रसिद्ध है

और यह वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत स्थापना किया गया है अगर इसकी सीमांत क्षेत्र की बात करें तो तेलंगाना आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र के क्षेत्र इसकी सीमावर्ती क्षेत्र लगते हैं पामेड़ के आसपास की जंगल मिश्रित प्राणपति वन है जिसमें तरह-तरह के वनस्पति पेड़ पौधे मौजूद हैं जिनमें से सागवान , साल, शीशम,महुआ,जैसे घने जंगल नदी नाले एवं कई तरह के पक्षी इस जंगल में विचरण करते हैं इसके साथ-साथ इंद्रावती नदी का प्रवाह भी इसके सीमावर्ती इलाके से गुजरती है जो की यहां की भौगोलिक दृष्टिकोण एक महत्वपूर्ण हिस्सा देखा जा सकता है

यहां की जैव विविधता और जंगल

मिश्रित एवं सूक्ष्म परणपति वन होने के साथ-साथ इस जगह पर जैव विविधता और जंगल छत्तीसगढ़ के अन्य इलाकों की तुलना में अधिक और घना है इस जगह के प्रमुख पेड़ों की बात करें तो साल बस महुआ सागवान जैसे कई मूल्यवान पेड़ हैं साथ ही कई ऐसे औषधि पेड़ भी है इसके निर्माण से कई दावों का निर्माण किया जाता है इसके साथ-साथ यहां के जंगलों में निवास करने वाले स्थानीय आदिवासी समुदाय जो की आर्थिक और संस्कृत महत्व रखती है जो जल जंगल जमीन को बचाए हुए हैं यदि जीव जंतु को बात करें तो यहां के जलवायु के अनुसार यहां पर कई तरह के जीव जंतु पाए जाते हैं जिनमें से यहां के प्रमुख जंगली भाषा चीता बाघ हरि पक्षी के कई सारी प्रजातियां इस जगह पाई जाती है

पर्यटन स्थल Pamed wildlife sanctuary and Tourism

नए साल के आगमन के साथी प्रकृति प्रेमी एवं पर्यटक बड़ी संख्या में ऐसी जगह आना पसंद करते हैं और प्रकृति का लुफ्त उठाते हैं वैसे में यदि बात करें पेमेंट वन्य जीव अभ्यारण की तो यह एक बेहद प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है

जहां पर लोग जंगल सफारी का मजा ले सकते हैं उसके साथ-साथ यहां पर ट्रैकिंग वर्ल्ड वाचिंग जैसे कहीं गतिविधियों का मजा ले सकते हैं परंतु बाड़मेर राष्ट्रीय अग्रणी आने से लोगों को थोड़ा डर सा बना रहता है क्योंकि यह क्षेत्र को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है जिसकी वजह से पर्यटक इस जगह आने से डरते हैं परंतु स्थानीय प्रशासन एवं सरकार के तहत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उनके सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है

समुदाय एवं उनका रहन-सहन  comunity

बस्तर संभाग में होने के वजह से और यह जंगलों के बीचो-बीच साथी वन्य जीव अभ्यारण के आसपास मौजूद ऐसे छोटे-छोटे कबीले गांव मौजूद हैं जहां पर यहां के स्थानीय समुदाय छोटे-छोटे गांव में विभक्त होकर रहते हैं

Trible status और उनका सामुदायिक जीवन रहन-सहन की बात कर तो बहुत ही सरल एवं सीमित संसाधनों के साथ यहां पर जीवन बसर करते हैं यहां के स्थानीय समुदाय की बात करें तो यहां लगभग गोंद एवं उड़िया जनजाति निवास करती है और वह जंगल के संसाधन पर निर्भर रहती है

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