Adar Market आंखिर 15 किलोमीटर से पैदल क्यों आते हैं : आदर बाजार

Adar Market एक पारंपरिक स्थनीय बाजार: आदर बाजार

 


मवेशी बाजार

Local Market Adar : झारखंड के पारंपरिक स्थानीय बाजार  की बात करें तो इन बाजारों में वस्तुएं व अन्य खाद्य उत्पादों एवं जनजातियों द्वारा बनाए गए उत्पादों का विशेष प्रदर्शन होता है जहां खरीद बिक्री किया जाता है आपको बता दे कि झारखंड के स्थानीय बाजार साप्ताहिक होता है

और सप्ताह में किसी एक दिन लगता है जहां पर लोग एक सप्ताह का पूरा सामान खरीद बिक्री कर अपने जीविका चलाने के लिए खरीद कर ले जाते हैं झारखंड के पहाड़ों में बसे आदिम जनजाति एवं आदिवासी बहुल क्षेत्र पर इस तरह के बाजार आपको देखा जा सकता है जहां पर साप्ताहिक तौर पर खरीद बिक्री कर अपने दैनिक उपयोग के लिए सामान खरीद कर ले जाते हैं एवं एक सप्ताह तक उसका उपयोग करते हैं

आदर बाजार

आदर बजार आज से लगभग 240 साल पूर्व  से इस जगह पर एक छोटा सा चार समूह का खरीद बिक्री किया जाता था एक बुजुर्ग कहना है कि हमारे दादाजी बताते थे कि इस जगह पर एक बहुत बड़ा बरगद का पेड़ था इस पेड़ के नीचे चार-पांच लोग का समूह बैठकर छोटा-मोटा सब्जी बैल बकरी अन्य सामान की खरीद बिक्री किया जाता था दिन प्रतिदिन व्यतीत होता गया  और समय के साथ साथ हर चीज बदलता चला गया  और आज यहां  बड़े भू भाग में ये बाजार लगता है | उस समय  कौड़ी के रूप में उपयोग किया जाता था दिन प्रतिदिन व्यतीत के साथ अंग्रेजों के शासनकाल के बाद धीरे-धीरे इस जगह से रास्ता का निर्माण किया गया और फिर हर चीज में बदलाव देखने को मिलने लगा |

आदर बाजार का महत्व (Adar Market)

आदर बाजार  Adar market में खाद्य सामग्री से लेकर पहनने के लिए चप्पल जूता एवं बर्तन के अन्य सामानों के साथ-साथ पारंपरिक स्थानीय लोगों के मिट्टी के बर्तन, बंबू का बनाया हुआ बुनकर जंगलों से लाया हुआ सांग इस तरह के इस बाजार में आपको पारंपरिक एवं ट्रेडिशनल देखने को मिलता है आपको बता दे की आदर बाजार झारखंड के उन सुदरवर्ती क्षेत्र में से एक है जहां आदिवासी बहुत क्षेत्र कहा जाता है कहा जाए तो आदर बाजार इन क्षेत्रों का एक लाइफ लाइन है जो अपने दैनिक उपयोग की सारी चीज साप्ताहिक हाट में मिल जाती है

और लोग इस साप्ताहिक बाजार weekly Market पर आकर अपना जीविका के साधन आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण से लोगों का यह एक रोजगार का साधन भी है इस तरह से हम कर सकते हैं कि आदर बाजार आदिवासी बहुत क्षेत्र में एक नया आयाम एवं एक सुविधा का केंद्र है जहां लोग शहर ना जाकर बाजार से खरीद बिक्री कर अपने गांव तक ले जाते हैं आज भी इस इलाके में कई ऐसे गांव है जो जंगल के सुदरवर्ती क्षेत्र पर है जो 10-15 किलोमीटर से पैदल चलकर बाजार आते हैं और इस साप्ताहिक हाट में अपने जरूरी का सामान खरीद बिक्री कर चले जाते हैं और एक सप्ताह का इंतजार करते हैं

आदर बाजार सप्ताह में रविवार को लगता है  SUNDAY MARKET

पारंपरिक एवं स्थानीय हॉट local Market होने के साथ-साथ आदर बाजार एक निश्चित दिन को लगता है जो कि रविवार होता है और इस रविवार sunday को साप्ताहिक बाजार जिसे की इतवार बाजार कहा जाता है इस बाजार में लगभग 50 किलोमीटर दूर से लोग इस बाजार में अपना सामान को बिक्री करने के लिए आते हैं जिसमें से लोहरदगा ,गुमला जैसे जिले भी शामिल है इस बाजार की खास बात यह भी है कि यह झारखंड के सबसे ऊंचे स्थान नेतरहाट जाने वाले रास्ते में पड़ता है जिससे कि जो लोग नेतरहाट को Visit करने के लिए जा रहे हैं मुख्यतः रविवार के दिन वह इस बाजार को पार कर कुछ ना कुछ सब्जी सामान खरीद कर ले जाते हैं

पारंपरिक वस्तुएं एवं खरीद बिक्री

BAMBO CARFTING (बांस का हस्तकला )

इस बाजार में आपको पारंपरिक वस्तुओं जैसे मिट्टी के बर्तन बस के कटोरी गंगू हाल हसुआ, तंगी बैसला, धन रखने वाला छठ का दौरा रस्सी जैसे अंको पारंपरिक वस्तुएं इस बाजार में आपको देखने को मिलता है और लोग इसकी खरीद बिक्री करते हैं उसके साथ-साथ आपको अन्य वस्तुएं जैसे बर्तन कुर्सी टेबल कपड़े चप्पल जूते लोहे के औजार रबर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट आइटम जैसे अन्य चीज इस साप्ताहिक घाट में मिल जाता है

बैल और बकरी की भी खरीद बिक्री किया जाता है

साप्ताहिक बाजार होने के साथ-साथ आदर बाजार अपने पुराने मवेशी बाजार के लिए भी जाना जाता है, इस बाजार में आपको बैल बकरी की खरीद बिक्री भी किया जाता है लोग दूरदराज से गांव से बैल और बकरी की खरीद बिक्री करने के लिए आते हैं एवं उचित दाम में यहां से खरीद कर ले जाते हैं, बरसात के दिन में बैल बकरी का दाम बढ़ जाता है जिस वजह से ज्यादा दाम मिलने के कारण लोग दूर तरह से बटलर बकरी को खरीद बिक्री करने के लिए लाते हैं जिससे कि दो पैसा ज्यादा उनको मिल जाता है

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बाजार में मिलता है या पकवान जो लोगों को बहुत भाता है

जी हां बाजार में स्थानीय पकवान जैसे पकौड़ी dhuska,समोसा जलेबी लकठो, बालूशाही नमकीन जैसे पकवान छोटे-छोटे झोपड़ी में बने होटल बनाया जाता है बाजार समाप्त होने के उपरांत लोग अपने घर के लिए इस तरह के पकवान खरीद कर घर ले जाते हैं वह घर पर अपने बच्चों के साथ मिलकर खाते हैं

इसके साथ-साथ इन क्षेत्रों में लगने वाले अन्य बाजार भी इस लिस्ट में शामिल है जिसमें अपने पारंपरिक एवं शहरी क्षेत्र में लगने वाले बाजार जिस्म की खरीद बिक्री होता है उसमें से कुछ गांव के अंदर एवं कुछ शहर और कुछ पहाड़ों के बीच लगती है दिन में से बिशनपुर बाजार,बनारी बाजार,चैनपुर बाजार, पैसों बाजार, पाठ बाजार, सेरेंगदाग बाजार , गुमला बाजार, लोहरदगा बजार आदि यह सभी बाजार में कुछ ना कुछ पारंपरिक खाद्य सामग्री से लेकर पहनावा और वस्तुएं आपको देखने को मिल जाएगी।

Rose Island Getalsud Dam Ranchi तेजी से वायरल हो रहा यह torist place

getalsud dam ranchi

Rose Island Ranchi Jharkhand इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा यह torist place

Rose Island Getalsud Dam Ranchi

जी हां दोस्तों इन दोनों रांची के ओरमांझी से सटे Rose Island रोज आयरलैंड जो की काफी चर्चित है जो Getalsud डैम में स्थित है लोगों में काफी उत्साह है इसे देखने के लिए तो लोग यहां पर वीकेंड छुट्टी हो या फिर प्रतिदिन यहां पर इस प्लेस को visit करने जा रहे हैं जिसे रोज आईलैंड कहा जाता है इसके बिरसा मुंडा बायोलॉजिकल पार्क है जो को नेरेस्ट और मांझी में स्थित है आज इस लेख मैं आपको बताएंगे कि किस तरह आप रोज आइलैंड आ सकते हैं और यह किस लोकेशन पर है इसको आप विजिट करके एक अच्छा खासा अपने परिवार के साथ समय व्यतीत कर सकेंगे। 

Rose Island 🏝️ जाने के रास्ते (Getalsud डैम View Point)

Rose Island Getalsud Dam Ranchiअगर आप रांची आए हो रांची के बाद आना चाहते तो रांची से आपको old हजारीबाग रास्ता रांची पटना मार्ग NH -20 पकड़ना होगा जिसके माध्यम से ओरमांझी पार्क से कुछ ही दूरी पर block चौक से right होते NH 320 रास्ता से जाना होगा । और कुछ ही दूरी पर इंटेक चौक से right घुसना होगा थोड़े से गांव के बाद आपको एक साल के वन जंगल मिलेगा जिसको पार करके आप सीधे rose Island प्लेस रोज आयरलैंड तक पहुंच सकते हैं चारों तरफ सफर तो पेड़ और बीच में पक्की रास्ता सीधे आप Getalsud डैम View Point के तरफ जा सकते हैं

 

Getalsud Dam के बारे में जानकारी

स्वर्ण रेखा नदी पर स्थित Getalsud dam झारखंड का सबसे बड़ा कृत्रिम डैम है और यह रांची से लगभग 20 किलोमीटर का दूरी पर उत्तर की ओर स्थित है इसी टाइम के एक छोर पर बिरसा मुंडा बायोलॉजिकल पार्क स्थित है इस डैम की लंबाई की बात करें तो लगभग 277वर्ग मिल है डैम का निर्माण 1971 में किया गया था और इसमें 07 फाटक है इसी dam से जो पानी निकलता है वह hundru fall निर्माण करते हुए जमशेदपुर से बहते हुए बंगाल के रास्ते समुद्र में जाकर मिलता है

कुछ लोग क्यों इसे Rukka dam भी कहते हैं

क्योंकि स्वर्णरेखा नदी में स्थित होने के कारण Rukka dam से साथ में सटा हुआ है और पश्चिम की ओर इसे Rukka डैम कहा जाता है और पूर्व की ओर से Getalsud Dam भी कहा जाता

Rose Island Getalsud Dam Ranchi Jharkhand Rose है

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कैसे पहुंचे 

  • यदि आप झारखंड के हैं तो सबसे पहले आपको राजधानी रांची आना होगा उसके बाद वहां से आपको ऑटो रिक्शा बस या फिर पर्सनल बाइक के माध्यम से सीधे आप रोज आइलैंड तक पहुंच सकते हैं
  • यदि आप झारखंड के बाहर से हैं तो आपको ट्रेन हवाई मार्ग और बस से आ सकते हैं
  • हवाई जहाज _झारखंड के बाहर से आ रहे हैं तो आपको रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उतरना होगा उसका वहां से आपको बोला टैक्सी या और भी साधन करके आप इस जगह तक पहुंच सकते हैं
  • ट्रेन से आने पर_ट्रेन से आने पर आपको रांची के रांची रेलवे स्टेशन में उतरना होगा वहां से आप ऑटो रिक्शा पर टैक्सी ओला कैसे माध्यम से आप हजारीबाग के रास्ते और औरमांझी पहुंच सकते हैं और इस खूबसूरत सा प्लेस को एंजॉय कर सकते हैं

 

 

 

Temple of the Vedic Planetarium (TOVP) – ISKCON Mayapur Chandrodaya Mandir

मायापुर कृष्णा मंदिर

भारतीय  मंदिरों की बात करें तो भारत में अनेकों प्रसिद्ध मंदिर है लेकिन पश्चिम बंगाल में एक प्रसिद्ध मंदिर Mayapur temple जो कि एशिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर के नाम से जाना जाता है जिसे

Temple of the Vedic Planetarium (TOVP) – ISKCON Mayapur Chandrodaya Mandir বৈদিক তারামণ্ডল মন্দির – ইসকন মায়াপুর চন্দ্রোদয় মন্দির मंदिर मायापुर के नाम से जानते हैं

आज इस मंदिर के बारे में आपको हम इस लेख के माध्यम से बताने वाले आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की नदिया जिले में स्थित मायापुर नगर की जो की मायापुरी  नवदीप के में स्थित है  लोगो का सवाल रहता है की मायापुरी क्यों प्रसिद्ध है बता दे की वैष्णो संप्रदाय की देहाती महत्वपूर्ण जगह माना जाता है कहा यह भी जाता है कि भगवान श्री महा चैतन्य प्रभु का जन्म किसी स्थान पर हुआ था और यहां पर राधे कृष्णा का भव्य मूर्ति का निर्माण किया गया है इस मंदिर पर श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शन के लिए आते हैं

Mayapur temple

कोलकाता से लगभग 140 किलोमीटर उत्तर पश्चिम स्थित या विशालकाय मंदिर कृष्ण अनुराधा के लिए विख्यात है कृष्णा नगर में स्थित इस मंदिर को एशिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर भी कहा जाता है मायापुर नवदीप गंगा नदी के किनारे में स्थित है परंतु यह मुर्शिदाबाद से बहते हुए जलंगी नदी आती है जिसे जलंगी नदी कहते हैं इसलिए इस नदी को जलंगी नदी भी कहा जाता है मांयापुर कृष्ण मंदिर में जाने के लिए आपको जलंगी नदी पार करनी होती है या यदि आप सीधे मंदिर के पास जाना चाहते

तो आपको थोड़ा घूम के जाना पड़ेगा उसके लिए थोड़ी सी आपको डिस्टेंस ज्यादा पड़ेगी यदि आप जालंधर नदी को पार करके जाते हैं तो वहां से आपको नौका पार करनी पड़ेगी इसके लिए किराया आपको देनी होती है ₹10 टिकट के साथ आप जलंगी नदी पार कर मायापुर मंदिर दर्शन के लिए जा सकते हैं

मंदिर प्रांगण में घुसते ही आपको एक बहुत बड़ा सा गेट दिखाई देगा साथ ही नव निर्मित मायापुर श्री कृष्ण टेंपल आपको वहां पर दिखा देता है वैसे मायापुर श्री कृष्ण मंदिर जो है वह आपको जो नवनिर्मित मंदिर है उसके पीछे में मंदिर दिखाई देता है परंतु जो मंदिर बन रहा है वह एशिया का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा

कृष्णानगर नवदीप मायापुरी  इस्कॉन mayapur iskon temple मंदिर क्यों प्रसिद्ध है पुरानी कथाओं का मानक भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्म 1486 हुआ था इसी जगह हुवा था जिसे एक पावन स्थल माना जाता है , श्री कृष्णा और राधा का अवतार भी माना जाता है इसलिए इस जगह पर श्री कृष्णा राधे की भव्य प्रतिमा मनाया गया है ।

Iskon मंदिर में देखने लायक दर्शनीय

मायापुर श्री चैतन्य मठ श्री चैतन्य मठ के नाम से प्रसिद्ध चेतन देव की मौसी और चाची का घर देख सकते हैं 

श्रीवास आंगन मायापुरी

कहा जाता है कि श्री चैतन्य देव की एक वाद्य यंत्र को दो भाई जिनका नाम  जगाई और  मधाए ने तोड़ दिए थे उनका टूटा हुआ खोल का एक हिस्सा अभी भी इस जगह संरक्षित करके रखा गया hai

मायापुर इस्कॉन चंद्रोदय मंदिर

भगवान श्री कृष्ण के जीवन की कहानी को दर्शाया गया जिसमें आपको कृष्ण राधा की मूर्ति स्थापित दिखाई देती है साथ ही इस जगह देश-विदेश से भक्तों का जमवाड़ा लगा रहता उसके साथ साथ इस जगह पर श्री भागवत गीता , लाइब्रेरी, तरह-तरह के धर्म से जुड़े  वैणव संप्रदाय संबंधित पहचान चिह्न आपको यहां पर खरीदने का मौका मिल सकता है

Iskon temple क्या है चलिए जानते हैं  इस्कॉन का अर्थ होता है इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शस्नेश यह एक संस्था के रूप में काम करती है जो की दुनिया भर में भगवान कृष्ण की उपासना और भागवत गीता के संदेश को दुनिया में पढ़ने के काम करती है भारत में लगभग 400 से अधिक इसके संस्थान केंद्र हैं

इस्कॉन संस्था के संस्थापक की बात करें तो प्रभुपाद जी महाराज जो आयुर्वेदिक दवाई बनाने का काम किया करते थे इन्हीं के सौजन्य के देखरेख में इस संस्था का निर्माण किया गया और आज देश-विदेश में श्री कृष्णा राधे भगवत गीता का प्रचार प्रसाद हो रहा है और अधिक जानकारी के लिए  https://hi.wikipedia.org/ की वेबसाइट पर जा सकते हैं

कैसे पहुंचे मायापुर मंदिर

जी हां श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्म स्थल मंदिर में आने के लिए आपको ट्रेन बस और हवाई जहाज का मदद ले सकते हैं यदि आप वेस्ट बंगाल के बाहर से आ रहे हैं तो आपको ट्रेन से आने पर आपको हावड़ा उतरना होगा उसके बाद वहां से आपको सीधे लोकल ट्रेन पड़कर कृष्णा नगर पहुंचना होगा । अयोध्या बस से आते हैं तो बस से आप सीधे कृष्णा नगर आए और कृष्णा नगर से सीधे आप मायापुर मंदिर टेंपो रिक्शा या छोटी बस करके आ सकते हैं

यदि आप विदेश से आते हैं तो आपको इंटरनेशनल हवाई अड्डा नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डा कोलकाता में उतरना होगा वहां  से फिर टैक्सी या टूरिज्म बस के माध्यम से सीधे आप इस मंदिर तक आ सकते हैं

 

 

अकबर ने क्यों नही कर पाया कब्ज़ा इस किले को Palamu kila, palamu fort in Latehar

palamu kila ka rahasya | palamu kila history in hindi

पलामू डाल्टनगंज शहर मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुराना किला एवं नया किला झारखंड के ऐतिहासिक किलो में से एक पलामू का 400 साल पुराना ऐतिहासिक धरोहर है कहा जाता है की इस किले को अकबर ने कब्ज़ा करने की कोशिश की थी पर वो नाकाम रहा  palamu four history

पलामू किला हिस्ट्री इन हिंदी  palamu kila history in hindi

दक्षिण पठार में स्थित palamu kila ka rahasya | palamu kila history in hindi  झारखंड राज्य अपने ऐतिहासिक स्थल एवं धरोहर के लिए जानी जाती झारखंड में कैसे पर्यटक स्थल है जहां पर लोग दूरदराज से इसके ऐतिहासिक हिस्ट्रिकल बातों को जानने के लिए आते हैं झारखंड के पलामू में स्थित लातेहार जिले में पलामू का किला के नाम से प्रसिद्ध किला लेकर ऐतिहासिक धरोहर है जिसे देखने के लिए लोग झारखंड के अन्य हिस्से एवं राज्य के बाहर से भी आते हैं एवं झारखंड अपने ऐतिहासिक गौरव के लिए जानी जाती है आज के इस लेख में आपको हम लातेहार जिला के पलामू का किला के बारे में बताएंगे

पलामू का किला का निर्माण किसने किया था Palamu kila daltongaj

लातेहार जिला मुख्यालय से सुंदर भारती क्षेत्र जंगलों के बीच में राजाओं के द्वारा निर्माण किया गया एक भव्य किला है था जो अब खंडहर के रूप में तब्दील हो गया है एक जो किला है वह मैदानी इलाका में है परंतु जो किला जंगल के बीचो-बीच है वह किला खंडहर में तब्दील हो चुका है कहा जाता है कि इस किला का निर्माण चेरो राजवंश के राजा गोपाल राय ने 1766 से 1770 के आसपास इसका निर्माण करवाया था

अपने प्राचीन गौरवशाली इतिहास के लिए भारत जानी जाती है ऐसे में भारत में कैसे ऐतिहासिक किले का निर्माण राजाओं के द्वारा किया गया था जिसके फल स्वरुप अनेक राज्यों में कैसे ऐतिहासिक किले हैं जो आज भी उनके ऐतिहासिक कहानी बयां करती हैं झारखंड राज्य में एक ऐसा किला है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह किला भारत के सबसे प्राचीन किलों में से एक है

और इसे पुराना किला भी कहा जाता है इसका निर्माण चेरो वंश के राजाओं ने किया था इस किले का निर्माण कुछ इस तरह से किया गया है जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से बनाया गया था जीरो वंश के राजाओं के द्वारा दो केले का निर्माण किया गया एक जो किला है वह मैदानी क्षेत्र में है और दूसरा किला पहाड़ी से सटे जंगल के बीच में किया गया है

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किले की भौगोलिक दृष्टिकोण

पलामू जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर का दूरी में स्थित दो खंडहर किले जिसको पुराना किला एवं नया किला के नाम से जानते हैं कहा जाता है कि पुराना किला जो चिरू राजवंश के निर्माण कल से पहले से यहां पर मौजूद था इसके लिए का निर्माण इस तरह किया गया था कि इसके तीन मुख्य द्वार थे एवं नए किले का निर्माण राजा मेदिनी राय के द्वारा किया गया था

पलामू किला का महत्व history of Palamu fort

लातेहार जिला में स्थित पलामू का किला झारखंड के ऐतिहासिक धरोहर में से एक है यदि आप इतिहास को पढ़ते हैं इतिहास को जानने की इच्छा रखते हैं तो आप ऐसे ऐतिहासिक चीजों से रूबरू हो सकते हैं जिसके लिए आप झारखंड के कई ऐसे किले हैं जहां आप जाकर विजिट कर सकते हैं और उसके ऐतिहासिक दृष्टिकोण को जान सकते हैं साथ ही

पलामू किला पहुंचने के रास्ते

पलामू की न पहुंचने के लिए आपको बस ट्रेन एवं हवाई जहाज व्यक्तिगत गाड़ी से आप इस जगह आ सकते हैं
रेलगाड़ी से कैसे आए _यदि आप रेलगाड़ी ट्रेन के माध्यम से इस जगह घूमने के लिए आ रहे हैं तो सबसे पहले आपको डालटनगंज रेलवे स्टेशन में उतरना होगा उसके बाद वहां से आप ऑटो बस टैक्सी कर सकते हैं
बस से कैसे आए यदि अब बस से आते हैं तो आपको राजधानी रांची के बस अड्डे पर उतरना होगा वहां से आपको कई सारे बसे मिल जाते हैं डायरेक्ट डाल्टनगंज के लिए डालटेनगंज आने के बाद आपको यहां से छोटी-छोटी गाड़ी मिल जाएगी
हवाई जहाज से कैसे आए

झारखंड में कई ऐसे रहस्य मई एतेहासिक धरोहर मोजूद हैं जिन्हें आप जान सकते है | पलामू किला की और अधिक जानकारी के लिए visit करे https://palamu.nic.in/

 

 

bokaro in which state | bokaro me ghumne ka jagah

bokaro in which state | bokaro me ghumne ka jagah

बोकारो स्टील सिटी में भारत का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्र  होने के साथ-साथ बहुत अधिक मात्रा में लोहे का उत्पादन होता है bokaro me ghumne ka jagah की बात करे तो यह दामोदर नदी के किनारे बसा यह भारत का झारखंड राज्य है  bokaro in which state तो आपको बता दे यह झारखंड राज्य में स्थित  स्टील  शहर है और इसके आसपास में हजारीबाग धनबाद ,गिरिडीह ,धनबाद जैसे जिला से सटा हुआ है

बोकारो में प्राकृतिक सम्पदा भरी पड़ी है जिसके चलते बोकारो पर इस्पात संयंत्र स्थापित किया गया है बोकारो नगरी में खनिज संपदा में सबसे महत्वपूर्ण अयस्क मैंगनीज कोयला जैसे खनिज पदार्थ पाए जाते हैं इस वजह से यहां पर उद्योग स्थापित किया गया है

और यहां से उत्पादन किए गए लोहा पूरे भारत में सप्लाई किया जाता है  रेल की गाड़ी से सफर करते समय आप रास्ते से ही बोकारो स्टील  पावर प्लांट देख सकते हैं  जब पर्यटक इस जगह घूमने के लिए आते हैं तो मुख्य आकर्षण का केंद्र यहां का बोकारो स्टील  पावर प्लांट है जिसे पर्यटक एक पर जरूर देखते हैं इसके साथ-साथ अन्य ऐसे पर्यटक स्थल है इसके बारे में आगे विस्तार से बताते हैं

बोकारो का आकर्षण केंद्र  Attractions near Bokaro Steel City,Jharkhand 

पर्यटन के दृष्टिकोण से बोकारो का सबसे आकर्षक का केंद्र यहां का स्टील पॉवर  प्लांट है जिसे लोग देखे बिना नहीं जा सकते हैं साथ ही बोकारो के अन्य  पर्यटन स्थल मौजूद हैं जिसमें से प्राकृतिक कृत्रिम एवं पहाड़ों में बस्ती सौंदर्य जिसे देखने के लिए लोग दूरदराज से आते हैं बोकारो के मुख्य पर्यटक स्थल best tourist place in Bokaro in Hindi जिसके नाम तेनुघाट डैम, गरगा बांध, बोकारो थर्मल पावर प्लांट,सिटी पार्क, जवाहर नेहरू जैविक उद्यान,शिखरजी मंदिर, आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है

  1. तेनुघाट बांध: दामोदर घाटी निगम का एक परियोजना –बोकारो जिले के तेनुघाट प्रखंड में स्थित तिरंगा दम 1978 ईस्वी में दामोदर घाटी निगम के तहत इसका निर्माण किया गया था और यह दामोदर नदी पर अवस्थित है पर्यटन के दृष्टिकोण से तेनुघाट बांध एक पर्यटक स्थल है और यहां पर हर साल पर्यटक भारी संख्या में आते हैं
  2. गरगा बांध: प्रकृति सदस्य परिपूर्ण  -शहर  मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर का दूरी पर स्थित दामोदर घाटी की सहायक नदी गर्ग बंद एक पिकनिक स्पॉट है जहां लोग पिकनिक मनाने के जाते हैं आते रहते हैं बांध के आसपास हर बड़े पेड़ पौधे एवं हरियाली होने की वजह से इस जगह पर लोग घंटो जाकर समय व्यतीत करते हैं यह बांध मुख्ता इस्पात संयंत्र के साथ-साथ यहां के निवासी की खेतों की सिंचाई के साथ-साथ के पानी की समस्याओं को देखते इसका निर्माण किया गया था
  3. बोकारो थर्मल पावर प्लांट: लोहे की नगरी बोकारो इस्पात संयंत्र के नाम से प्रसिद्ध बोकारो स्टील नगरी bokaro still city के नाम से जाने जाते हैं जिसे बोकारो स्टील  कहा जाता है पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसकी स्थापना की थी और यह भारत का सबसे बड़ा स्टील पावर प्लांट है जिसे देखने के लिए पर्यटक हर वर्ष काफी संख्या में आते है
  4. सिटी पार्क शहर के बीचो-बीच स्थित बोकारो सिटी पार्क शहर के लोगों के लिए एक मनोरंजन पार्क है जिसके अंदर एक कृत्रिम झील का निर्माण किया गया है हरा भरा पेड़ पौधे पार्क फूल वीकेंड छुट्टी हो या नया साल लोग इस जगह भारी संख्या में आते हैं और अपना बहुमूल्य समय व्यतीत करते हैं
  5. जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान: शहर के लोगों के लिए मनोरंजन का एक विभिन्न जीव जंतु से भरा जैविक उद्यान जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान शहर में देखने का सबसे आकर्षण का केंद्र है जहां आपको विभिन्न प्रकार जीव जंतु देखने को मिलते हैं जैसे चिता ल सियार हरेन चिड़िया पशु साथी जैविक उद्यान में बच्चों के लिए टॉय ट्रेन पर चलाया जाता है जहां बच्चे इसका सुविधा लेते हैं कृत्रिम झील में वोटिंग की व्यवस्था की गई है जिसमें लोग नौकायन या वोटिंग का मजा लेते हैं
  6. शिखरजी धाम शिखरजी मंदिर : आकर्षक अलौकिक एवं वास्तु कला का शानदार प्रदर्शन पारस पहाड़ियों की चोटी पर स्थित शिखरजी मंदिर जैन धर्म संप्रदाय के लिए प्रसिद्ध मंदिर है जहां पर जैन संप्रदाय के लोग का तीर्थ स्थल है और यह बोकारो के प्रसिद्ध स्थलों से एक है इस मंदिर की खासियत है कि यहां की वास्तुकला काफी बेहतरीन बनाया गया लोग इसका काफी तारीफ करते हैं लोग जब इस मंदिर पर आते हैं तो इसकी वास्तुकला एवं नकाशी को देखकर इसके प्रशंसा करते नहीं थकते बेहद ही आकर्षक एवं अद्भुत कलाकारी का यह उम्दा कलाकारी का एक छाप है लोग इस पर्यटक स्थल में धार्मिक श्रद्धा के साथ यहां आते हैं और पूजा पाठ करके जाते हैं

बोकारो कोन से राज्य में है

झारखंड राजधानी रांची से 122 किलोमीटर का दूरी पर स्थित बोकारो जिस लोहे की नगरी या बोकारो स्टील सिटी कहा जाता है लोग गूगल में क्वेश्चन करते हैं bokaro steel plant in which state तो आपको बता दे की बोकारो भारत के झारखंड राज्य में स्थित है जहां भारत का सबसे अधिक लोहा उत्पादन किया जाता है और भारत में हर जगह इसका निर्यात किया जाता है

बोकारो क्यों प्रसिद्ध है

इस्पात नगरी के नाम से मशहूर बोकारो स्टील सिटी इस्पात उत्पादन के लिए मशहूर है 1965 ईस्वी में सोवियत संघ के द्वारा इसका स्थापित किया गया था स्थापित किया गया था यह देश का सबसे बड़ा इस्पात संयंत्रों में से एक है

बोकारो  में घूमने का सबसे अच्छा समय

बोकारो में घूमने के लिए जो समय है वो माह सितंबर से मार्च तक माना जाता है  क्योंकि इस समय मौसम अनुकूल रहता है किसी भी पर्यटन स्थल जाने के लिए साथ ही बोकारो  मौसम bokaro weather यहाँ की 20 डिग्री  से 8 डिग्री तक लगभग रहती है इसलिए बोकारो में घुमने का सबसे अच्छा ठण्ड से गर्मी आने तक का  माना गया है

कैसे आ सकते हैं बोकारो शहर

वैसे तो किसी भी पर्यटक स्थल में जाने के लिए आपको हवाई मार्ग रेल मार्ग सड़क मार्ग से जाना होता है आपको बता दे कि यदि आप इस जगह आना चाहते हैं तो आपको हाय मार्ग से राजधानी रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पर उतरना पड़ता है फिर वहां से आपको 122 किलोमीटर की दूरी तय करके बोकारो शहर आना पड़ता है अब बोकारो शहर आने के लिए या तो अप्रैल गाड़ी से आ सकते हैं या फिर आप बस से आ सकते हैं

यदि अप्रैल गाड़ी चाहते हैं तो राजधानी रांची के रांची रेलवे स्टेशन से आपको बोकारो रेलवे स्टेशन आना होता है और यदि आप बस जाते हैं तो रांची के बस स्टैंड खादगढ़ा बस स्टैंड से आप बस पड़कर सीधे बोकारो बस स्टैंड सेक्टर 12 मुख्य स्टॉप पर आ सकते हैं

निष्कर्ष

तो आज के इस लेख में bokaro tourist place in hindi ,bokaro top Attractions के बारे में आपको बताने की कोशिश की है जिसमे आप बोकारो के विभिन्न पर्यटन स्थल के बारे में जानें आशा करता हूँ कि आज के इस  लेख में आपको बोकारो के बारे में जानने को मिला होगा ऐसे ही अन्य लेख के  बारे में जानने के लिए हमारे लेख को अब पढ़ सकते हैं और हमें फ़ॉलो भी कर सकते हैं

FAQ

बोकारो बांध किस नदी पर स्थित है?

बोकारो  दामोदर नदी के किनारे स्थित है

तेनुघाट बांध किसने बनवाया था?

बिहार सरकार के द्वारा 1978 में दामोदर घाटी निगम परियोजना के लिए इस बांध का निर्माण किया गया था

 

swarnrekha nadi kahan hai | स्वर्णरेखा नदी कहां से निकलती है

Swarnrekha nadi Jharkhand | स्वर्णरेखा नदी कहां से निकलती है

swarnrekha nadi kahan hai झारखड़ में एक ऐसा नदी है जहां सोना निकलता है जी हम बात करें दक्षिण छोटानागपुर के पठारी भाग स्थित झारखंड की राजधानी रांची से 16 किलोमीटर की दूर नगड़ी स्थित एक गांव के पास एक कुआं से नदी की धार से पानी बहते हुए पूरब की दिशा में खरसावां सराय किला जिला से गुजरते हुए पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से होते हुए यह उड़ीसा बालासर में जाकर बहती है कहा जाता है

कि इस नदी से सोने प्राप्त किया जाता है जिसे लोग अपने आजिविका का साधन अपना कर भरन पोषण भी करते हैं कुछ लोगों का कहना है कि यहां रेत में सोने के कण पाए जाते हैं इस वजह से इस नदी को स्वर्ण रेखा नदी नाम कहते है और अधिक से गहराई जाने के लिए जब हमने इसका पता लगाया तो पता चला कि संरक्खा नदी सहायक नदी करकेरी नदी है जहां पर सोने के कण पाए जाते हैं इस वजह से हो सकता है कि स्वर्ण रेखा के नदी के रेत में स्वर्ण का कण पाया जाता होगा है

Swarnrekha nadi स्वर्णरेखा नदी इतिहास  | स्वर्ण रेखा नदी के बारे में रोचक तथ्य क्या हैं

स्वर्णरेखा नदी के इतिहास की बात करें तो स्वर्ण रेखा नदी के बारे में रोचक तथ्य तो बता दे की इसकी इतिहास महाभारत काल से किया जाता है कहा जाता है कि महाभारत काल में अज्ञातवास के दौरान जब पांडव इस जगह से जा रहे थे तो उसमें द्रोपती को प्यास लगी थी तो उसी समय अर्जुन ने जमीन में बाण मारकर कुंवा नुमा गढ़ा किया और उससे पानी निकलने लगा इसी तर्ज पर इस नदी का उदगम इसी कुंवा नामक से बहते हुए लगातार अभी तक बह रही है

चांडिल डैम स्वर्णरेखा नदी swarnrekha nadi पर बनाई गई है चांडिल पर्यटन

झारखंड के साथ-साथ बंगाल और उड़ीसा में बहने के कारण स्वर्णखा नदी झारखंड की बड़ी नदियों में से एक है और यह नगरी गांव में स्थित एक चूवा नमक गड्ढे से निकलकर बहती है इस नदी की कुल लंबाई की बात करें तो लगभग 474 किलोमीटर है जो कि बंगाल में बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है स्वर्णरेखानदी के पानी को जमा कर चांडिल डैम बनाया गया है चांडिल डैम पर्यटन के लिहाज से बहुत ही देखे जाने वाले पर्यटन में से एक है जहां पर पर्यटक हर समय इस डैम का नजारा देखने के लिए इस जगह आया करते हैं और यह झारखंड के सरायकेला खरसावां में जिला में पड़ता है

स्वर्णरेखा नदी कहां से निकलती है |swarnrekha nadi kis gaon se nikalti hai

स्वर्णरेखा नदी की खास बात है कि इसे सोने की नदी भी कहा जाता है लोग इस नदी के रेत/बालू को छान-छान कर अलग करते हैं और उससे छोटे-छोटे कण में सोने निकाला जाता है और उस सोने को निकाल कर बेचते हैं और उससे पैसे कमाते हैं

स्वर्णरेखा नदी swarnrekha nadi  के किनारे बसे शहर

पश्चिम से पूर्व की ओर टेढ़े-मढ़ी आकार से बहते हुए स्वर्णरेखा नदी झारखंड कई शहर होते हुए बहती है जो झारखंड की काफी विकसित शहर में से एक है जैसे ,रांची,जमशेदपुर, घाटशिला,आदि साथ ही और अधिक details के लिए आप  subarnarekha nadi  के बारे  google मैप में सर्च करें subarnarekha river map

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स्वर्णरेखा नदी  Gold River of India क्या झारखंड की स्वर्णरेखा नदी में बहता है …

किन-किन राज्यों से होकर गुजरती है

स्वर्णरेखा नदी राज्य के कई शहरो से गुजरने के साथ साथ कई राज्य से गुजरता है लोग google से सवाल करते हैं स्वर्णरेखा नदी किस राज्य में है और कोन कोन राज्यों से होकर बहती है तो यह झारखंड,बंगाल, उड़ीसा आदि राज्य से होते हुए सीधे पश्चिम बंगाल के खाड़ी में गिरती है । यह नदी किसी अन्य नदी में नही मिलती बल्कि सीधे बंगाल की खाड़ी में जा गिरती है।

संक्षेप:_इस लेख में अपने स्वर्णरेखा नदी के बारे में जाना जो कि झारखंड के रांची में स्थित नगरी गांव के पास इसका उद्गम स्थल है आशा करता हूं कि आर्टिकल्स में आपको स्वर्ण रेखा नदी के बारे में जानने को मिला | आशा करते हैं की आपलोगों को इसकी जानकारी अच्छी लगी होगी |

ooty tourist places list with images ऊटी में घुमने की जगह

Ooty दक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरल के सीमा में स्थित एक हिल स्टेशन है जहां आपको प्राकृतिक की एक खूबसूरत नजरा देखने को मिलेगा आज इस लेख में ooty tourist places list with images | ooty tourist places map के साथ इसके विस्तार पूर्वक जानकारी के बारे में जानेंगे| तो पढ़िए हमारे articles को

About ooty | Ooty tourist places photo

ऊटी ooty को पुराना नाम या मूल नाम उधगमंडलम भी कहा जाता है यह नीलगिरी पर्वत श्रृंखला के सबसे बेहतरीन palce है ऊटी में कैसे हिल स्टेशन hill station ooty   है जहां पर घुमावदार मोड़ ऊंची सड़के पहाड़ चाय की दुकान जैसे आने को यहां पर पर्यटन के क्षेत्र हैं जहां पर लोग ट्रैवल करने के लिए आते हैं जावा बूटी को ट्रैवल करने के लिए आते हैं तो घुमावदार रास्ते और पहाड़ी की वजह से आपको घंटे पर लगाते हैं

और ऐसे में आप कई जंगली जानवर को भी आप देख सकते हैं जो की आर पार के इस साइड से उसे साइड या छोटे-छोटे पूर्ण तालाब में पानी पीते आपको दिख जाते हैं जब आप घुमावदार पहाड़ी को पार कर ऊटी के पर्वत श्रृंखला पर पहुंचते हैं तो वहां एक ऊटी का झील भी है जिसे अवलांच झील भी कहते हैं जहां पर पर्यटक का आना सबसे खास रहता है यह कृत्रिम है जिसे इंसानों ने बनाया है

और इस झील पर अब वोटिंग का भी मजा ले सकते हैं पहाड़ों के बीचों-बीच एवं प्राकृतिक सुंदर इसका बेहतरीन सुंदर नजारा देखने को यहां पर मिलेगा, ऊटी शहर से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह झील के आस पास आप पहाड़ों पर rafting tracking camping जैसे अनुभव का आनंद ले सकते हैं

ऊटी में घूमने लायक जगह ooty tourist palce list

जब बात आती है तमिलनाडु में घूमने की तो सबसे पहले ऊटी के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने को मन करता है आपको बता दे की ऊटी और कन्नूर तमिलनाडु को सबसे प्रसिद्ध जगह में से एक है इसीलिए ऊटी को हिल स्टेशन भी कहा जाता है और ऊटी एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है चलिए इस लेख में जानते हैं ऊटी के बेहतरीन प्लेस के नाम places to visit in Ooty  के बारे में

  1. कुन्नूर के चाय बागान
    नीलगिरी जिले में बरसात ऊटी और कन्नूर अपने खूबसूरत प्राकृतिक सुंदर के लिए जानी जाती है जो कि पूरे पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है कन्नूर में अपना एक अलग ही मजा है क्योंकि वहां पर चाय बागान वहां के मंत्र मुंह करने वाले दृश्य देखकर आप खेल उठाएंगे और वहां से आपको आने का मन नहीं करेगा कुन्नूर के चाय बागान में जब देखने के लिए जाते हैं तो आपको पहाड़ी बने खेत जिसे देखकर आप जरूर एक सेल्फी तो जरूर लेंगे उसके बाद जब आप चाय बागान की ओर बढ़ते हैं तो चाय बागानों की सुंदरता वहां की ट्रेडिशनल ड्रेस को पहनकर साथ ही उस प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनुभव करके आपको मन खिल उठेगा
  2. पाइन फॉरेस्ट
    जब भी आप किसी भी स्टेशन पर जाते हैं तो आपको एक पेड़ जरूर नजर आता होगा और पेड़ का नाम है चीड़ का पेड़ पहाड़ों पर बसे खूबसूरत से हसीन वादियों में यह चीड़ का पेड़ उसे वीडियो का और चार चांद लगा देता है वैसे मैं आप इस जगह पर आते हैं तो आपको पहाड़ी के में एक सजावट की तरह क्या के पेड़ आपको एक अलग experience देता है बीच जब आप चीड़ के पेड़ के जंगलों को पार करते हैं तो आपको एक बांध नजर आता है जिसका नाम कामराज सागर बांध है जो विशेष कर विभिन्न चिड़ियों की प्रजाति के लिए प्रसिद्ध है
  3. डोडाबेटा पीक चोटी

    Credit image by travel2ooty

नीलगिरी पहाड़ी से सटे ऊटी से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस                चोटी को देखने के लिए लोग दूर दूर से यहां पर आते हैं इसकी ऊंचाई लगभग                2623  मीटर है और उसके अनुभव ने दृश्य को लोग देखकर मंत्र मुक्त हो जाते हैं           इस पहाड़ी की चोटी के शीर्ष से आप नीलगिरी पहाड़ी की मनोरम दृश्य देख                    सकते हैं

      4.प्यकारा जलप्रपात
ऊटी के प्याकरा जलप्रपात लगभग 20 किलोमीटर का दूरी पर स्थित नीलगिरी पहाड़ी  से सेट एक बेहतरीन पिकनिक स्थल है जहां पर लोग नए साल में भारी                   संख्या में इस जगह पिकनिक के लिए जाते हैं आप इस वॉटरफॉल पर स्पीड बोर्ड की सवारी का भी मजा ले सकते हैं साथ ही यहां की प्राकृतिक सौंदर्य आपको                 अपनी ओर आकर्षित करती है वाटरफॉल के नजदीक में रेस्टोरेंट भी है वोट हाउस भी है जहां पर आप रख कर स्नेक्स पार्टी वगैरा कर सकते हैं

Credit image by ooty tourism

5.ऊटी स्टोन हाउस
सन 1822 ईस्वी में जोकि जॉन सुलीवन के द्वारा बनवाया गया था जिसे ऊटी का स्टोन हाउस कहा जाता है ऊटी शहर के बीचो-बीच इस बंगले को यहां के                       स्थानीय लोग इसे काल बांग्ला भी कहते हैं

         6.MRC गोल्फ क्लब
यदि आप हिल स्टेशन ऊटी में गोल्फ का मजा लेना चाहते हैं और अपनी यात्रा को रोमांचित बनाना चाहते हैं तो ऊटी में MRC गोल्फ क्लब में आपका स्वागत है                जहां पर आप गोल्फ खेल सकते हैं जी हां 195 एकड़ के हरे भरे जमीन में फैला या गोल्फ का मैदान चारों ओर हरियाली और पेड़ पौधे नजर और इस बीच आप                 गोल्फ का आनंद ले सकते हैं

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Khandadhar Waterfalls | खंडाधार जलप्रपात – सुंदरगढ़ यात्रा गाइड

Mountain train station

7.नीलगिरी पर्वत रेलवे लाइन mountains trails ooty

खूबसूरत वादियों में रेलवे लाइन का सफर करना एक अपने आप में रोमांच से भरा experience होता है नीलगिरी की पर्वतीय क्षेत्र में रेलवे लाइन में 1908 ईस्वी में अंग्रेजों के द्वारा बनाया गया यह एक विश्व धरोहर है जो की ऊटी से लगभग 45 किलोमीटर का दूरी पर स्थित है जिसकी ऊंचाई लगभग 300 फीट से 7200 फीट ऊंची टॉय ट्रेन चलाई जाती है और यह एक काफी एडवेंचर पूर्वक अनुभव होता है जहां पर्यटक इस अलग से रोमांचकारी अनुभव के लिए आते हैं

  8.मुरुगन मंदिर ऊटी Hindu Murgan Temple in Hindi
तमिलनाडु के भव्य मंदिर में से एक मुरुगन स्वामी का मंदिर भगवान मुरगन स्वामी को समर्पित है जो की ऊटी शहर से कुछ ही दूरी पर स्थित है वैसे तो दक्षिण भारत वास्तुकला , नक्कासी एवम एवं प्राचीन मंदिरों के लिए जानी जाती है उसी में से तमिलनाडु की ऊटी में स्थित मुरुगन मंदिर प्रसिद्ध है यहां की नृत्य कावड़ी attam यहां के आकर्षण का केंद्र है

Ooty tourist place hotels

  • Hotal Lakeview  hotal lakeview 3 star होटल हैं जहाँ आपको पूरा घाटी का नजारा देखने को मिलता है इस होटल से पास में लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर टॉय ट्रेन tourist place देखने को मिल जायेगा
  • Oxygen Resorts  ooty – coonoor road पर स्थित यह 3 स्टार होटल  और यहाँ से डोडा बेटा  की चोटी लगभग 7 किलोमीटर है जो नील गिरी पर्वत सृंखला में स्थित है
  • Sterling Ooty -Fern Hill
  • Deccan Park Resort –
  • दक्षिण भारत की हिल स्टेशन
    Ooty tourist spot

Which is the best place to visit Ooty or Kodaikanal | Tourist attractiveness in india

बेहतरीन वातावरण प्रकृति के सबसे नजदीक होने के साथ साथ ऊटी और कोडाईकनाल के बारे में आपको आज बताते हैं सबसे पहले बात करते हैं ऊटी तो ऊटी को हम हिल स्टेशन के नाम से जानते है वही आप कोडाईकनाल को हिल स्टेशन का राजकुमारी कह सकते हैं Ooty काफी  प्रसिद्ध होने के वजह से यहाँ पर्यटक विदेशो से भी इस जगह आते रहते हैं  और यह बिजी स्टेशन  इस वजह से यदि आप सुकून भरा जगह में समय व्यतीत करना चाहते हैं तो कोडाईकनाल best option हो सकता है | What is the nearest airport to Ooty

ooty google map
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निष्कर्ष :- इस लेख में आप ooty tourist place map के बारे में जाने और इसके बेहतरीन पर्यटन स्थल के बारे आशा करता हूँ की blogs पोस्ट अछा लगा होगा

FQA

ऊटी घूमने के लिए कितना बजट व कौनसा समय सबसे अच्छा रहेगा?

अक्टूबर से मार्च तक ooty घूम सकते हैं और बजट अपने हिसाब से सेट कर सकते हैं

ऊटी और कोडाईकनाल  में कोन सा पहाड़ ऊँचा है ? Which is highest mountain, Ooty or Kodaikanal?

कोडाईकनाल और ऊटी में सबसे ऊँचा ऊटी के पहाड़  22 40 मीटर है

 

 

 

 

unique places to visit in kerala | best places to go in december 2024

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केरल टूरिस्ट प्लेस हिंदी में Kerala Tourist Place in Hindi

भारत के दक्षिण में स्थित केरल भारत का एक राज्य हैं जहाँ  पर्यटन के अपार संभावनाये  हैं वैसे में यदि आप places to visit in Kerala with family , best places to go in december और  unique places to visit in Kerala केरल में घुमने की सोच रहें हैं तो आज हम इस लेख में केरल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के बारे में बताएँगे जिसमे आप अपने परिवार के साथ top places to visit in Kerala with family के बारे में जानेंगे |

वैसे तो भारत में घूमने के लोग अक्सर योजना बनाते हैं परंतु सही जानकारी न होने की वजह से लोग पसंदीदा स्थल नही जा पाते हैं आप  भी कई ऐसे जगहों में  जाना चाहते हैं परंतु आप को भी  उस जगह के बारे में जानकारी नहीं होने की वजह से आप भी नहीं जा पाते हैं यदि बात करें केरल की तो लोग गूगल से सवाल करते हैं कि केरल की राजधानी कहां है तो आपको बता दे कि केरल  की राजधानी तिरुवनंतपुरम जिसे त्रिवेंद्रम भी कहा जाता है है

unique places to visit in Kerala केरल टूरिस्ट स्पॉट

केरल दक्षिण भारत के सबसे खूबसूरत जगह और पर्यटन स्थल में से एक है जहाँ पर खूबसूरत समुद्री बीच , वॉटरफॉल्स, प्राचीन मंदिर ,हिल स्टेशन, चाय बागान ,धार्मिक स्थल ऐतिहासिक जगह भरी  पड़ी है जहाँ आप अपने परिवार के साथ केरल में घूमने का एक अलग रोमांचित एक्सपीरियंस ले सकते हैं केरल जहाँ पर कॉफी, चाय, काजू ,काली मिर्च खाद्य चीजो की खेती बहुत अधिक होती है

वैसे में आप अपने परिवार के साथ दक्षिण भारत की यात्रा का योजना बना रहे हैं तो आपके लिए केरल एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है जहाँ पर बहुत अधिक एड्वेंचर सुकून एतिहासिक दर्शन एवं मूर्ति कला की बेहतरीन नक्कासी देख पाएंगे आप अपने परिवार को आनंदित कर सकते हैं ये तो कहा जाता है भारत के दक्षिण में मौसम हमेशा गर्म ही रहता है इस वजह से मानसून के दिनों में केरल घूमने के लिए आप के लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है अगर आप टूरिज्म गाइड की मदद लेते हैं तो आपको केरल के बेहतरीन जगह पर आपको टूर कराते हैं केरल में से कई जगहें हैं

जैसे मुन्नार वायनाड ,कोवलम बीच ,अलपी, थेक्कड़ी, कोच्चि,नेल्लीयमपैथी,बेकल कोझिकोड जैसे प्रमुख यहाँ के पर्यटन स्थल में से एक है जहाँ पर्यटक बहुत अधिक संख्या में इस जगह पर आते जाते रहते है

 

best places to go in december 2024 केरल में घूमने की प्रसिद्ध जगह कौन-कौन सी हैं

यदि आप केरल में घुमने की योजना बना चुके हैं तो आपको आज केरल में घुमने की जगह बेहतरीन tourist place  of Kerala   एवं  केरल के 07  प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताते  हैं

कुमारकोम बीच

1.कुमारकोम बीच

यदि आप समुद्र के बीच में एक शांत वातावरण में बैठकर घंटो बिताना चाहते हैं और एक अनुभव महसूस करना चाहते हैं तो केरल के कुमारकोम बीच पर आपका स्वागत है यहां पर कई स्थान है जहां आप अपने एकांत समय को कुछ लम्हे व्यतीत कर सकते हैं यहां पर कई एक्टिविटीज है जहां पर आप अपने दिनचर्या के तनाव भरी जिंदगी को फ्रेशनेस कर सकते हैं कुमारकाम बीच में आपको तैराकी वाटर पोलो वॉलीबॉल इस कॉलिंग जैसे अन्य गतिविधियां शामिल है जो यहां पर आपको मिल जाएंगे साथ ही समुद्र के किनारे कई ऐसे छोटे-छोटे रिजॉर्ट हैं मसाज पार्लर है छोटे-छोटे कैसे दुकान हैं जहां आप अपने बेहतरीन टाइम पास कर सकते हैं

त्रिशूर

2.त्रिशूर

केरल की त्रिशूर शहर भगवान शिव  के तीन मंदिरों वाला शहर जिसे त्रिशूर के नाम से जाना जाता है इस जगह पर धार्मिक स्थलों एवं मंदिरों का एक विशेष महत्व है यह एक धार्मिक शहर है और यहां पर कई प्राचीन मंदिर भी हैं त्रिशूर केरल के शास्त्री प्रदर्शन कला धार्मिक और प्रसिद्ध त्योहार के लिए भी प्रसिद्ध है इस जगह पर प्राचीन काल सभ्यता को देखने के लिए लोग विदेश से भी यहां पर आते हैं कहा यह भी जाता है कि त्रिशूल को आधिकारिक तौर पर सांस्कृतिक राजधानी भी कहते हैं त्रिशूर के आसपास कैसे पर्यटन स्थल है

मुन्नार

3.मुन्नार

तिरुवनंतपुरम केरल की राजधानी व सबसे बड़े शहर होने के साथ साथ तिरुवनंतपुरम अपने आकर्षक समुद्र तट को ले जाने जाती है केरल की सबसे बड़ी हिंदू मंदिर भी इसी जगह स्थित है और इस मंदिर में भगवान श्री पद्मनाभस्वामी की मूर्ति स्थापित है तिरुवनंतपुरम अपने बेहतरीन पर्यटन स्थलों के लिए भी जानी जाती है जिसमे वेल्ल्यानी झील त्रिवेन्द्रम का सबसे बड़ा झील है जहाँ पर्यटक दूर दूर से आते हैं  इस शहर में एक बड़े संग्रहालय भी मौजूद है जहाँ केरल राज्य के विभिन जगहों और युगों के संगीत वाद्यात्र रखे गये हैं जो प्रेरणा के श्रोत हैं | यहाँ की खुबसूरत बीच लोगो को केरल आने को मजबूर कर देती हैं

कोवलम बीच केरला

4.कोवलम बीच केरला

नारियल के पेड़ से घिरा हुआ यह कोवलम बीच केरल की  राजधानी तिरुवनंतपुरम से 16 किलोमीटर दूर स्थित एक खूबसूरत सा समुद्र का बीच है जो बेहद आकर्षक का केंद्र है लोग इस बीच पर जाना पसंद करते हैं और भर भर के लोग इस जगह पर जाते हैं इस बीच पर कई एक्टिविटीज आपको देखने को मिलते हैं जिसमें आप इसका फायदा उठा सकते हैं यदि आप मसाज के सौकिंग है तो यहां पर आपको मसाज मालिश धूप सेकने की चेयर में बैठने के लिए छोटे-मोटे रिजॉर्ट जैसे कई आकर्षण के केंद्र है जहां लोग आकर इंजॉय करते हैं लोग अक्सर वीकेंड छुट्टी में ऐसे स्थान पर आते हैं और अपना बहुमूल्य समय अपने आप को देते हैं

कोझीकोड केरल

5.कोझीकोड केरल

कोझिकोड पर्यटक स्थल केरल के सबसे बेहतरीन जगह में से एक मानी जाती है इस जगह पर आपको काली मिर्च रबर कॉफी काजू उत्पादन बहुत अधिक मात्रा में होते हैं आप इसे इसका केंद्र भी कर सकते हैं कोझीकोड में बेहतरीन समुंद्र की बीच है जहाँ पर लोग अपनी दैनिक दिन चर्या की तनाव पूर्ण जीवन को इस जगह जाकर एक शुकून महसूस कर एक काफी समय दिन बिताते हैं आप वहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का भी नजारा बहुत अच्छा देख सकते हैं कहा ये भी जाता है कि बास्कोडिगामा ने सबसे पहले इसी कोझिकोड कोर्ट के बंदरगाह बीच पर उतरा था और भारत की खोज की थी इसलिए इस जगह का अपना एक महत्त्व है

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भारत की सबसे बेहतरीन tourist place में केरल का स्थान अवल है केरल में सबसे ज्यादा पर्यटक मुन्नार शहर में आते हैं आपने अगर google किया होगा तो आपको पता होगा की दक्षिण भारत की सबसे बड़ा चाय बगान भी मुन्नार में स्थित है साथ ही मुन्नार में कई ऐसे adventure एक्टिविटी जैसे वाइल्ड life स्पोटिंग ट्रेकिंग,हाईकिंग,भी इस जगह मौजूद हैं जहाँ पर्यटक काफी अधिक मजे करते हैं

मुख्यत: ये जगह कपल के लिए best option हो सकता है क्योकिं यहाँ पर गगन छूता पहाड़ और टॉप हिल जगह यहाँ की प्राकृतिक अनुभूति आपको अपने जीवन की एक नई अहसास,रोमांचित  कर सकती है  इसलिए इस जगह पर शादी शुदा नए जोड़ी लोग काफी आते हैं  यहाँ ठहरने के कई रिसोर्ट भी हैं जहाँ आप रुक सकते हैं इसके साथ यदि और अधिक जानकारी चाहते हैं तो Kerla टूरिज्म वेबसाइट    https://www.keralatourism.org कर सकते हैं

FAQ-

how many districts in kerala

14 district

what is the language of kerala

malyalam

 

dhanbad tourist places spot || dhanbad tourist places list धनबाद में घूमने की जगह

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Dhanbad-भारत का  कोयले की नगर से प्रसिद्ध धनबाद शहर झारखंड के एक जिला है जो पहाड़ी एवं जंगलों से घिरा हुआ एक शहर है जहां चारों तरफों को कोयला ही कोयला नजर आता है वैसे आप अगर धनबाद शहर में आए हैं तो dhanbad tourist places spot || धनबाद में घूमने की जगह के बारे में जरूर सोचे होंगे वैसे मैं आज इस लेख में dhanbad tourist places in hindi  के बारे में आपको बताएंगे

इस जगह में जलप्रपात, झील ,झरने धार्मिक स्थल ,जैसी बहुत से ऐसे पर्यटन के जगह है जहां आप बहुमूल्य समय व्यतीत कर सकते हैं यदि धनबाद के बारे में बात करें तो धनबाद बराकर नदी के किनारे स्थित है और इस जगह पर कोयले की भंडार बहुत अधिक है और जो पूरे भारत में प्रसिद्ध है एवं इस अगर देखा जाए तो भारत का कोयले की NAGRI भी कहा जा सकता है

धनबाद टूरिस्ट प्लेस इन हिंदी, (dhanbad tourist places in hindi )धनबाद में घूमने की जगह

राजधानी रांची से 161 किलोमीटर का दूरी पर स्थित धनबाद झारखंड का एक जिला है और यह चारों तरफ कोयला से बिखरा पड़ा है कहा जाता है कि आज भी धनबाद शहर कोयले की धरती आग में तप रहा है ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि धनबाद के किसी एक माइन एरिया पर बहुत से पहले आग लगी है जो आज भी धुआं के रूप में उठती रहती है वैसे मैं आपको बता दे की कई ऐसे Attractive Tourist Spot, Dhanbad में मौजूद हैं

जहां आपघूम सकते हैं यहां की सांस्कृतिक सामाजिक एवं पर्यटक स्थल को बारीकी से समझ सकते हैं धनबाद शहर में प्रत्येक वर्ष लाखों पर्यटक इस जगह आते हैं वैसे तो देखा जाए तो धनबाद शहर में ऐसे  प्राचीन मंदिर कई संस्थान और अनेकों पर्यटन स्थल है जहां पर लोग हर साल लाखों की तादाद में इस जगह आते हैं और अपना मन अपने पर्यटन स्थल की ओर लगते हैं वैसे में जब शहर से दूर कभी पिकनिक का ख्याल आता है तो वैसे में  dhanbad tourist places for picnic जैसे जगहों के बारे में आप ज़रूर सोचते होंगे तो चलिए आपको कुछ बेहतरीन धनबाद टूरिस्ट प्लेस dhanbad tourist places list with photos  के साथ बताते हैं |

Dhanbad in which State | Dhanbad tour in Hindi

देश की कोयले की राजधानी धनबाद जो कि झारखंड का 24 व जिला है और झारखंड के आबादी के दृष्टिकोण से यह दूसरे स्थान पर रखता  है लोग गूगल से सवाल करते हैं कि धनबाद इन विच स्टेट तो आपको बता दे की धनबाद झारखंड का एक जिला है जहां पर कोयला भारी मात्रा में पाया जाता है और यह  भारत का कोयला  का भंडार है

कोयले की बहूतता अधिक होने के साथ-साथ धनबाद में कई ऐसे औद्योगिक शैक्षणिक संस्थान है जहां पर छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण कर देश के विभिन्न माइनिंग, आईआई टी सेक्टर में जाकर अच्छा कामकाज करते हैं कोयले की नगरी होने के साथ-साथ धनबाद में कई ऐसे पर्यटक स्थल मौजूद है जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है हर साल लाखों लोग धनबाद शहर के आसपास घूमने आते हैं

यहां के प्रसिद्ध कोयले की खान,प्राचीन मंदिर, जंगल के मनोरम दृश्य में जलप्रपात और औद्योगिक शैक्षणिक संस्थान को देखते हैं । लोग हमेशा गूगल से सवाल करते हैं कि धनबाद में फेमस क्या है, धनबाद में कौन सा पार्क है, धनबाद का पुराना नाम क्या है, धनबाद में घूमने का सबसे अच्छी जगह कौन सी है, इस तरह के सवाल का आज हम इस लेख में आपको जवाब देंगे और आपको बताएंगे कि धनबाद झारखंड का धनी राज्य है

जो कि कोयले से भरा पड़ा है इसलिए इस कोयले की नगरी भी कहा जाता है सबसे पहले हम बताते हैं कि धनबाद फेमस क्यों है भारत का सबसे बड़ा कोयले का भंडार झारखंड में है और यह धनबाद शहर में पड़ता है और धनबाद में कई ऐसे घूमने के बेहतरीन जगह है पार्क है जैसे बिरसा मुंडा पार्क धनबाद जहां लोग वीकेंड छुट्टी में जाते हैं समय व्यतीत करते हैं अपने परिवार के साथ और खूब सारा मनोरंजन करते हैं कहा यह भी जाता है कि धनबाद का प्राचीन और पुराना नाम धनबाइद जिसे धान के उत्पादन के स्वरूप माना जाता है

धनबाद की बेस्ट टूरिस्ट प्लेस tourist places near dhanbad

1.मैथन डैम धनबाद

जब आप धनबाद में घूमने आए हैं तो धनबाद में घूमने की जगह में सबसे पहले मैथन डैम जो की दामोदर घाटी परियोजना के तहत बराबर नदी में बनाया गया है यह लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर मां कल्यानेश्वरी मंदिर है ज्योति प्राचीन मंदिर भी  है जो शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है

2.पंचेत डैम धनबाद

धनबाद शहर मुख्यालय से सीमावर्ती क्षेत्र पर सटे  पश्चिम बंगाल की के पास में  दामोदर घाटी परियोजना के संदर्भ में बनाया गया लगभग 7 किलोमीटर की लंबी इस बांध जो की दामोदर घाटी परियोजना के सबसे लंबा बंध कहा जाता है यह डैम पर्यटकों को नए वर्ष एवं वीकेंड छुट्टी में अपनी और आकर्षित करती है और लोग भर भर कर आते जाते हैं

3.लिलोरी मंदिर धनबाद

धनबाद शहर से लगभग 18 से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लिलोरी  मंदिर धनबाद शहर का सबसे प्राचीन एवं प्रसिद्ध मंदिर है जहां पर मान्यता यह है कि लोग अपनी मन्नत पुरे करने  के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है एवं लोग इस प्राचीन मंदिर पर अपनी मन्नत पूरा करने के लिए अक्सर चढ़ावा चढ़ाने के लिए जाते हैं कहा जाता है कि लगभग 900 वर्ष पहले कतरासगढ़ के राजा के द्वारा कतरास  के जंगल पर इस मंदिर का निर्माण कराया गया था जो  नदी के कतरी नदी किनारे स्थित है

4.भटिंडा फॉल

धनबाद शहर से 14 किलोमीटर का दूरी पर स्थित एक छोटा सा फॉल  जिसका नाम भटिंडा फॉल है जंगलों के बीच से गुजरते हुए यह फल में लोग पिकनिक के लिए शहर के अन्य हिसों से  पिकनिक बनाने आते हैं  एवं नए साल में इस जगह पर खूब सारे भीड़ होती है

5.तोपचांची झील धनबाद

धनबाद की NH-2  पर स्थित गोल्डन चतुर्भुज में यह एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है जो धनबाद जिले के तोपचांची झील के नाम से जानी जाती है और लगभग 214 एकड़ के विशिष्ट भूभाग पर फैला हुआ है और यह पारसनाथ पहाड़ी के पास में स्थित है जो लगभग धनबाद रेलवे स्टेशन से 37 किलोमीटर दूर स्थित है और यह मैन-मेड झील जिसे इंसानों के द्वारा बनाया गया है इसके आसपास हरे भरे पेड़ पौधे और यह एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट है जहां पर लोग वीकेंड छुट्टी अक्सर बिताया करते हैं तो वैसे मैं आप इस तोपचांची झील पर बेहतरीन समय अपने परिवार के साथ बिता सकते हैं

6.बिरसा मुंडा पार्क धनबाद

शहर के बीच स्थित बिरसा मुंडा पार्क लोगों के मनोरंजन एवं समय व्यतीत करने  के लिए एक बेहतरीन पार्क है जहां पर लोग छुट्टी या वीकेंड पर अपने परिवार के साथ टाइम स्पेंड करने के लिए जाते हैं यह शहर की बीच में आकर्षण का केंद्र और लोग अक्सर इस जगह पर समय बिताने के लिए जाते हैं संडे के दिन में अपने परिवार के साथ इस पर पर जाते हैं एवं हरे भरे पेड़ पौधे फूल पौधे को देखने के साथ-साथ अपने आप आनंद में होते हैं इस पार्क  में बिरसा मुंडा का स्टेचू भी बनाया गया है जहाँ  लोग जाकर सेल्फी लेते हैं

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धनबाद में घूमने का सबसे अच्छा समय (best time travel of dhanbad)

किसी भी टूरिस्ट प्लेस या पर्यटन स्थल में घूमने का सबसे अच्छा समय जो होता है वह अक्टूबर से मार्च के बीच में क्योंकि यह उसे समय का सबसे अच्छा समय माना जाता है यदि आप धनबाद में घूमने की सोच रहे हैं तो आपके लिए अक्टूबर से मार्च का समय बहुत ही अच्छा रहेगा

धनबाद के आसपास अन्य प्रसिद्ध स्थल

वैसे तो धनबाद में आने को पर्यटन स्थल है लेकिन धनबाद के आसपास अन्य प्रसिद्ध स्थल की मौजूद है जिसे आप विजिट कर सकते हैं और आनंद उठा सकते हैं तो चलिए कुछ लिस्ट देखते हैं कि धनबाद के आसपास अन्य प्रसिद्ध स्थल कौन-कौन से हैं

  1. जांबा डिंबा पार्क
  2. हरि मंदिर हीरापुर
  3. कोल माइंस
  4. साईं मंदिर सिंदरी
  5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईएसएम

घुमने के साथ टेस्ट कीजिये यहाँ  का सबसे फेमस डिश या भोजन

झारखंड के पश्चिम बंगाल बॉर्डर से सटे धनबाद शहर की प्रसिद्ध व्यंजन की बात करें तो यहां पर निम्नलिखित व्यंजन आपको मिल जाते हैं लेकिन यहां के प्रसिद्ध व्यंजन में से एक लिट्टी चोखा आलू चोखा दस का पिता खाजा बर्फी रसगुल्ला आने को व्यंजन धनबाद में आपको देखने को मिल जाते हैं

संछेप – इस लेख में आप धनबाद में घुमने लायक शीर्ष स्थान के बारे में जाने साथ ही dhanbad tourist places spot  धनबाद अन्य पर्यटन स्थल के बारे में आपको बताने का प्रयास किया गया आशा करता हूँ की ये blog पोस्ट आपको अछा लगा होगा हमारा प्रयास लोगों तक पर्यटन स्थल की जानकारी देना है जिससे की आपका जानकारी बढ़ सके |

धनबाद से bokaro steel city kitna दूर है

धनबाद शहर के पास में ही बोकारो स्टील सिटी के नाम से प्रसिद्ध झारखंड का स्टील नगर बोकारो जहां पर स्टील का पावर प्लांट है जहां पर स्टील का निर्माण किया जाता है जो की धनबाद से लगभग 46 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो NH18 के रास्ते आपको जाना पड़ता है

धनबाद आने के परिवहन के साधन

यदि आप धनबाद आने की सोच हैं या सो रहे हैं तो आप बस ट्रेन बाइक व्यक्तिगत गाड़ी से सीधे धनबाद पहुंच सकते हैं उसके लिए कई रास्ते हैं जिनसे आप धनबाद तक आसानी से पहुंच सकते हैं यदि बात करते हैं हम झारखंड की राजधानी रांची से तो आप ट्रेन बस और बाइक से आप आसानी से धनबाद तक पहुंच सकते हैं

संछेप :-धनबाद शहर में घूमने के पर्यटन के बारे में इस लेख में आपको बताने की कोशिश किया जिसमें अपने धनबाद के टूरिस्ट प्लेस के बारे में जाना धनबाद झारखंड का एक जिला है और इसे कल नगरी भी कहा जाता है इस लेख के माध्यम से आपको धनबाद के best tourist place धनबाद के घूमने लायक प्रमुख स्थान के बारे में बताने की कोशिश किया गया आशा करता हूं कि इस लेख से आपको धनबाद के बारे में कुछ सीखने को मिला होगा

इस तरह आप यदि धनबाद पर्यटन से जुडी अन्य जानकारी चाहते हैं तो धनबाद पर्यटन से जिले के आधिकरिक वेबसाइट https://dhanbad.nic.in/ को देख सकते हैं |

 

FAQ-

Places to visit in Dhanbad for Couples

couple के लिए भटिंडा  फॉल जो लगभग धनबाद से 14 किलोमीटर की दुरी में स्थित है कपल के लिए अछा जगह हो सकता है |

धनबाद कोन राज्य में है dhanbad in which state?

धनबाद Jharkhand राज्य में है |

where is dhanbad

Jharkhand

 

 

ranchi me ghumne ki jagah | Things to do in ranchi रांची में घूमने की जगह

ranchi me ghumne ki jagah | रांची में घूमने की जगह

 झारखंड की राजधानी रांची झारखंड की स्मार्ट सिटी के नाम से जानी जाती है और राजधानी रांची के आसपास Ranchi me ghumne ki jagah | रांची में घूमने की जगह बहुत सारे हैं रांची एक दर्शनीय स्थल है और यहां पर कई सारे दर्शनीय धाम मंदिर,पर्यटन स्थल भरे पड़े हैं

इस स्थान पर आपको खूबसूरत झरने जलप्रपात ऐतिहासिक मंदिर जैसे अनेक जगह आपको देखने को मिलते हैं मौजूदा हालात में रांची एक मॉडल सिटी है और यहां पर आप भारत के जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी का भी घर इसी सिटी पर है यदि आप झारखंड के हैं आप अपने  परिवार दोस्त के साथ रांची के tourist places in ranchi waterfall आ सकते हैं उसके साथ साथ झारखंड

या आसपास स्टेट से belong  करते हैं तो आपको रांची में घूमने के कई अन्य जगह मिल जाएंगे जिसमें आप घूम सकते हैं यदि आप घूमने का कभी प्लान करते हैं तो आप रांची के आसपास के इलाके में घूम सकते हैं आज की इस लेख में आपको हम झारखंड की राजधानी रांची के आसपास घूमने की जगह के बारे में आपको बतलाएंगे जिसमे हमने निम्न लिखित  पॉइंट कवर किये हैं |

ranchi ghumne ki jagah | best places to visit in august रांची में घूमने की जगह

जब बात आती है रांची में घुमने की तो आप साल भर इस जगह कभी भी घूम सकते हैं | चलिए जानते हैं कुछ प्रसिद्ध जगह के बारे में

1.रांची में स्थित टाइगर हिल
यदि आप शांत वातावरण और एक ऊंची चोटी में बैठकर शहर का view देखना चाहते हैं तो आप रांची में स्थित महान कवि टैगोर के नाम से पड़ा टाइगर हिल पर जाकर इस मनमोहक दृश्य को देख सकते हैं कहा जाता है कि जब रविंद्र नाथ टैगोर अपने आध्यात्मिक और अपने  काव्य लिखते थे

तो इसी हिल पर जाकर अपना समय व्यतीत करते थे और वह अपने अच्छे-अच्छे किताबें इसी टाइगर हिल पर बैठकर लिखते थे इसी वजह से इस जगह का नाम टैगोर हिल रखा गया टाइगर हिल के आसपास के छोटे-बड़े टेकरी नामक पहाड़ी जहां से इस शहर का सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है

लोग इस जगह प्रतिदिन आया करते हैं और इस एकांत शांत टाइगर हिल पर बैठकर घंटा समय व्यतीत करते हैं इस जगह आपको हरी-भरी हरियाली देखने को मिलती है और शहर से दूर होने की वजह से या एक शांत माहौल और एकांत व्यक्तित्व करती है इसी के पास में ही एक प्रसिद्ध रामकृष्ण आश्रम और दिव्यांग कृषि व्यावसायिक केंद्र पर स्थित है

2.रांची के ओरमांझी पार्क बिरसा ज़ोलोजिकल  पार्क
यदि आप परिवार के साथ ranchi ghumne ka place या   घूमने का योजना बनाते हैं यह घूमते हैं और जब रांची आते हैं तो आप रांची की ओर मांझी पार्क में आप घूम सकते हैं जी हां इस पार्क में आपको दिन-भिन्न प्रकार का जंगली जानवर देखने को मिलते हैं और यह रांची हजारीबाग वाले रास्ते पर और मांझी में स्थित है इस पार्क में आपको हिरण शेर चीता भालू हाथी जैसे अन्य जीव जंतु देखने को मिलते हैं

3.रांची सिटी का रॉक गार्डन 

रांची के रातू रोड से कांके जाने वाले रास्ते के बाएं तरफ एक खूबसूरत सा पार्क है जिसका नाम है रॉक गार्डन कांके डैम पर स्थित यह रॉक गार्डन शहर की खूबसूरती को और अधिक बढ़ती है चारों तरफ चट्टानों से गिरा हुआ यह रॉक गार्डन का व्यू देखने लायक बनता है इसरो गार्डन में जब आप आते हैं तो आपको कई सारे इवेंट देखने को मिलते हैं जिसमें आप अपने परिवार बच्चों के साथ इस जगह को काफी एंजॉय कर सकते हैं

4.ODR restaurant Ranchi

राजधानी रांची के कांके में  रॉक गार्डन के ऊपर पहाड़ी पर यह ग्लास ब्रिज restaurant बना है जो की एक रेस्टोरेंट है और रेस्टोरेंट को ग्लास ब्रिज जैसा फिल  देने को कोशिश  किया है जिसमें ग्लास का ब्रिज का निर्माण किया गया है और एक बेहतरीन रेस्टोरेंट है जहां पर लोगों की  इन दिनों काफी अधिक क्राउड देखने को मिल रहा है और यह रांची का पहला ऐसा रेस्टोरेंट है जिस पर इस तरह का एक्टिविटीज करने की कोशिश की है

जिसमें शीशे का ब्रिज बनाया गया है जिससे आप कांके के डैम के पास सनसेट का नजारा बहुत ही बेहतरीन देख सकते हैं इस रेस्टोरेंट में ट्रांसपेरेंट ग्लास का उपयोग किया गया है जिससे कि ऐसा लगे कि यह एक ग्लास ब्रिज है इस रेस्टोरेंट का नाम ODR restaurant Ranchi रखा गया है यदि आप रांची में घूमने की जगह की सोच रहे हैं तो शाम के समय इस रेस्टोरेंट को आप visit कर सकते हैं

अपने परिवार के साथ एक अलग तरह का एक्सपीरियंस का fill करेंगे, तो इस तरह से इस रेस्टोरेंट में अलग प्रकार की एक्टिविटी दिखाने की कोशिश की गई है और लोगों को काफी पसंद आ रही है लोग भर भर के इस जगह पर आ रहे हैं और काफी एंजॉय कर रहे हैं तो आप भी अपने परिवार के साथ इस जगह लिए और इंजॉय कर सकते हैं

रांची में घूमने की जगह  Things to do in ranchi और  खूबसूरत मॉल

वैसे तो रांची एक मॉडल सिटी है और इस मॉडल सिटी पर कई बेहतरीन मॉल बनाए गए हैं जिनमें से Nucleus mall ,Central mall, Mall of Ranchi,
जेडी हाई स्ट्रीट मॉल स्पीड सिटी मॉल जैसी मॉल रांची में आप अपने परिवार के साथ समय व्यतीत कर सकते हैं

  • Nucleus mall न्यूक्लियस मॉल में बहुत सारे collection स्टोर हैं और यह रांची ranchi city के सर्कुलर रोड पर स्थित है जिसमें आप घूम सकते हैं रेस्टोरेंट है कपड़े की दुकान है वॉच की दुकान है ब्रांडेड कब दुकान है जिसमें आप घंटा व्यतीत  कर सकते हैं साथ ही अपने बच्चों परिवार के लिए कई सारे सामान भी ले सकते हैं यदि आप सिनेमा देखने का शौक रखते हैं तो PVR सिनेमा भी आपको इस माल पर देखने को मिल जाता है
  • Central mall ranchi रांची के में रोड पर स्थित रांची सेंट्रल मॉल जिसमें कई सारे स्टोर कई सारे दुकान ब्रांडेड दुकान ब्रांडेड समान आपको इस माल पर देखने को मिलते हैं रांची की इस माल पर आप घंटा समय व्यतीत कर सकते हैं

रांची में घूमने वाला जगह और झरनों का शहर रांची | ranchi tourist places name list

यदि आप नेचर लवर्स हैं या प्राकृतिक को करीब से जाकर देखना पसंद है तो आप रांची के शहरों में आपका स्वागत है जी हां दोस्तों रांची को झरनों का शहर भी कहा जाता है वैसे में ranchi me ghumne ki jagah | रांची में घूमने की जगह  के बारे में बात करें तो  यहां पर कई अधिक झरने मौजूद हैं जो आने वाले सैलानियों को अपने और आकर्षित करते हैं यदि आप रांची आए हैं और रांची में घूमने की जगह के बारे में सोच रहे हैं

तो आज आपको हम रांची के आसपास घूमने ranchi tourist places near me वाले प्राकृतिक सुंदर झरना जलप्रपात वॉटरफॉल्स जैसे Hundru fall ,जॉन्हा फॉल्स, रीमिक्स फॉल्स, पंचघाघ वॉटरफॉल्स जैसे जलप्रपात यहां पर आपको अपनी और आकर्षित मनमोहित कर देती है इसके साथ-साथ और भी प्राकृतिक को करीब से जानने के लिए आप राजधानी रांची के पतरातु घाटी, धुर्वा डैम, रांची के बड़ा तालाब जैसे अन्य आकर्षण में जा सकते हैं

  • Hundru Fall– राजधानी रांची से 34 किलोमीटर का दूरी पर स्थित हुंडरू जलप्रपात भारत का 34 व सबसे बड़ा जलप्रपात है और यह 322 फीट की ऊंचाई से इसकी धारा नीचे गिरती है राजधानी के आसपास घूमने की जगह में से यह बेहतरीन जगह है और यहां पर आप छुट्टियां व्यतीत कर सकते हैं
  • Jonha fall -Ranchi के पास में स्थित रांची पुलिया रोड पर रांची से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित और यह पठारी क्षेत्र में है अगल-बगल बहुत सारे पहाड़ हैं
  • Remix falls रांची खूंटी चाइबासा मार्ग पर जय वॉटरफॉल दशम फॉल झरने पर स्थित है या दशम पुल से आगे जाकर एक शांत तुम कम जोखिम भारत जलप्रपात का निर्माण करता है
  • पंच घाघ जलप्रपात -जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है पांच भाग खाने का मतलब है पांच चरणों का संगम है इस स्थान पर इसलिए इस जगह को पंच घाट के नाम से जानते हैं स्थानीय लोगों एवं रांची के आसपास लोगों का यह एक बेहतरीन प्लेस है  जिस पर लोग साप्ताहिक छुट्टी में अक्सर अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए जगह पर आते हैं पंच घाट के तलहटी पर लोग स्नान करने के लिए जाते हैं क्योंकि वह तलती पर बहुत अच्छा जगह है और नीचे उतरने के लिए सीढ़ियां भी बनाई गई है
  • Patratu valley Ranchi – रांची से लगभग 45 किलोमीटर की दुरी पर स्थित पतरातू घाटी अपने सुन्दरता के लिए जाना जाता है यहाँ की घुमाव दार घाटी लोगो को अपने और हर दिन आकर्षित करती है साथ ही पतरातू डैम ,पतरातू रिसोर्ट और पतरातू डैम में आप बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं |

Things to do in ranchi | hidden places to visit in ranchi

रांची में घूमने के बाद अब बारी आती है रांची में रुकने की तो जब आप रांची के आसपास घूमने के बाद जब रात रुकने की  तो आपको सबसे पहले नजर जाता है एक अच्छे होटल की तो आपको रांची में सबसे बेस्ट होटल का नाम बताएंगे जहां पर आप रुक सकते हैं और वहां से बस स्टैंड रेलवे स्टैंड और हवाई अड्डा की दूरी का भी जिक्र करेंगे
सबसे पहले बात करते हैं ठहरने के लिए उत्तम होटल की जो की आपके बजट के अनुसार आप खुद डिसाइड कर सकते हैं

  1. Hotal Green horizon ranchi
  2. Hotel Element ranchi
  3. Hotel Churuwala Inn
  4. होटल कैपिटल हिल
  5. द रॉयल रिट्रीट Ranchi
  6. चाणक्य बीएनआर होटल रांची

इसे भी जरुर पढ़े –hundru waterfall || हुंडरू का अर्थ क्या है | हुन्डरु जलप्रपात रांची

संक्षेप इस blogs में लिखे गए लेख आपको ranchi me ghumne ki jagah , ranchi tourist spot में घूमने की जगह के बारे में बताया गया है जिसमें आप रांची के बेहतरीन प्लेस को आप जाकर विजिट कर सकते हैं घूम सकते हैं अपने परिवार के साथ वीकेंड छुट्टी मना सकते हैं यदि आप झारखंड  पर्यटन  बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो झारखंड पर्यटन के अधिकारिक वेबसाइट https://tourism.jharkhand.gov.in/ को visit कर जानकारी ले सकते हैं

आशा करता हूं कि इस लेख में आपको रांची में घूमने के जगह के बारे में पता चल गया होगा साथ ही लोगों के द्वारा गूगल से पूछे जाने वाले सवाल का उतर हमने देने का प्रयास किया है जिसे आप  FAQ सेक्शन में पढ़  सकते हैं  धन्यवाद

FAQ

रांची में कौन सा प्रसिद्ध है

रांची में से कई स्थान है जो रांची को अपने खूबसूरती और अपने आकर्षण के लिए बेहतरीन बनती है वैसे में रांची प्रसिद्ध है अपने झरनों के शहर के लिए जिसमें आपको होंड्रफ हॉल जोन्हा फुल पंचगांव रीमिक्स फुल दशम फॉल साथ ही ओरमांझी पार्क फ्लावर पार्क, धुर्वा डैम कांके डैम जैसे अनेकों ऐसे स्थल है जिसके लिए रांची प्रसिद्ध है
झारखंड में कौन सा चीज फेमस है
झारखंड अपने पारंपरिक आदिवासी संस्कृत कलर के लिए प्रसिद्ध है और और साथ ही यहां खूबसूरत झरनों एवं टूरिस्ट प्लेस के लिए प्रसिद्ध है
रांची का प्रसिद्ध मंदिर कौन सा है
रांची का सबसे प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर जो की ध्रुव में स्थित है रांची के सबसे प्रसिद्ध मंदिर में से एक है

रांची में घूमने के लिए क्या है
रांची में घूमने के लिए फ्लावर पार्क वाटर पार्क रॉक गार्डन और मांझी धुर्वा डैम,चांडिल डैम,अन्य
रांची में कौन-कौन से पार्क हैं
रांची में आपको फ्लावर पार्क, रॉक गार्डन पार्क और मांझी पार्क जैसे बेहतरीन प्रसिद्ध पार्क देखने को मिलते हैं
रांची में फ्लावर पार्क कहां है
रांची से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तुपुदाना से 8 किलोमीटर पर झारखंड का नहीं बल्कि एशिया का तीसरा सबसे बड़ा फ्लावर पार्क वाइल्ड वादी flowers पार्क स्थित है
रांची में वाटर पार्क कहां है
रांची के तुपुदाना से 8 किलोमीटर दक्षिण में रांची की खूबसूरत वाटर पार्क स्थित है
रांची झील कहां है
सर के बीचो-बीच रांची का सबसे बड़ा तालाब बड़ा तालाब के नाम से जानते हैं