bageshwar dham address बागेश्वर धाम का पता और संपूर्ण जानकारी

bageshwar dham address बागेश्वर धाम का पता और संपूर्ण जानकारी

bageshwar dham address बागेश्वर धाम का पता और संपूर्ण जानकारी

मध्यप्रदेश में स्थित  bageshwar dham एक आध्यात्मिक केंद्र  जो विशेष कर बागेश्वर धाम सरकार (पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) के चमत्कारों और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए जाना जाता है यहाँ लोग अपनी आस लेकर आते भी है बाबा बागेश्वर धाम सरकार में इसी विश्वास के साथ लोग देश के कोने कोने से आते हैं विशेषकर bageshwar dham आध्यात्मिक ऊर्जा और चमत्कारी मान्यताओं के कारण विशेष रूप से प्रसिद्ध है | आज इस लेख में आपको हम बागेश्वर धाम के बारे में वहां के पते ,धाम की विशेषताएँ ,और वहाँ कैसे पहुँचा जाए  जैसे जानकारी देंगे

बागेश्वर धाम का पता और संपूर्ण जानकारी


बागेश्वर धाम का पूरा पता bageshwar dham address

मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित में यह धाम स्थित है जहाँ लोगो का भीड़ लगा रहता है प्रतिदिन लोग अपनी अपनी समस्याओं  का हल ढूंढने भी आते हैं साथ कई पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को देखने के लिए भी आते रहते हैं |

पता:bageshwar dham address

बागेश्वर धाम सरकार, गड़ा गाँव, तहसील – राजनगर, जिला – छतरपुर, मध्य प्रदेश, भारत – 471625


बागेश्वर धाम आप कैसे पहुँचे सकते हैं ?

अगर आप बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं, आपके पास कई विकल्तोप है जिन साधनों का उपयोग करके वहां आसानी से पहुच सकते हैं ।

1.रेल मार्ग:बागेश्वर धाम तक पहुचने का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन छतरपुर रेलवे स्टेशन जो 35 किमी है और दूसरा  खजुराहो रेलवे स्टेशन (जो लगभग 25 किमी) है।

2.सड़क मार्ग: सड़क मार्ग से जुड़े होने के कारण और छतरपुर जिले के राजनगर तहसील में  बागेश्वर धाम, पंहुचा जा सकता है | आप अपने निजी वाहन से भी वहां जा सकते हैं |

3.हवाई मार्ग: बागेश्वर धाम तक पहुचने  सबसे नजदीकी हवाई अड्डा खजुराहो एयरपोर्ट (जो 25 किमी) की दुरी पर स्थित  है ।


बागेश्वर धाम की विशेषताएँ

बागेश्वर धाम एक आध्यात्मिक केंद्र भी है। यहाँ पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के माध्यम से भक्तों को    आध्यात्मिक कथा एवं  लोगों समस्याओं का समाधान करते हैं

  1. दिव्य दरबार:
    • सप्ताह के  दुसरे एवं छठे दिन यानि मंगलवार और शनिवार को बागेश्वर धाम दरबार लगता है, जिसमे लोग अपने समस्याएँ रखते हैं और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उनका समाधान बताते हैं।
  2. हनुमान जी का चमत्कारी मंदिर:
    • बागेश्वर धाम में कोई मंदिर के लिए प्रसिद्ध नही है लेकिन पूर्ण रूप से  हनुमान जी को समर्पित है।
    • सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ:
      •  मंगलवार को धाम में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है,
  3. विशेष  धार्मिक कार्य एवं अनुष्टान :
    • कई ऐसे अनुष्टान किया जाता है जैसे विवाह मुंडन और अन्य धार्मिक कार्य
  4. अन्न क्षेत्र (भंडारा):
    • प्रतिदिन भंडारा (लंगर) का भी आयोजन किया जाता है जिसमे लोग अपनी भागीदारी देते हैं  एक दुसरे को मदद भी करते हैं

 

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निष्कर्ष

बागेश्वर धाम केवल एक मंदिर नहीं बल्कि आस्था, चमत्कार और अध्यात्म का केंद्र है। यहाँ आने वाले भक्त अपनी परेशानियों का समाधान पाते हैं और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करते हैं। अगर आप किसी आध्यात्मिक यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो बागेश्वर धाम ज़रूर जाएँ और हनुमान जी की कृपा प्राप्त करें।

 

Manali Me Ghumne Ki Jagah: Barfili Wadiyan, Adventure Aur Yaadon

मनाली क्यों है एक परफेक्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन

हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों में बसा एक ऐसा पर्यटन स्थल है, आज आपको manali me ghumne ki jagah के बारे में बताने जा रहे हैं | मनाली में घूमने लायक कई टॉप प्लेसेस हैं, जहाँ बर्फीली वादियों ,मंदिरों  और स्नोफॉल एडवेंचर से लेकर प्रकृति, के नजदीक जाकर मनाली में इन जगहों को एक्सप्लोर  कर सकते हैं आज आपको ऐसे जगहों के बारे में बताने वाले हैं जहाँ  मनाली की बेस्ट डेस्टिनेशन  कहा जा सकता है|

Manali Me Ghumne Ki Jagah: Barfili Wadiyan, Adventure Aur Yaadon
Manali Me Ghumne Ki Jagah: Barfili Wadiyan, Adventure Aur Yaadon

 

10 मनाली के पर्यटन स्थल जहाँ आपको छुट्टियों में ज़रूर जाना

 मनाली में घूमने लायक 10  पर्यटन स्थल जगहें को भी बताएँगे जो काफी प्रसिद्ध है manali में  जैसे कि मंदिर ,ट्रेकिंग ,खुबसूरत घाटी और  कई प्राचीन एवं प्रसिद्ध  मंदिर हिडिम्बा मंदिर, गौरी शंकर मंदिर, मनु मंदिर, वशिष्ठ गर्म पानी का झरना और मंदिर, रघुनाथ मंदिर जैसे धार्मिक स्थल भी हैं |

मनाली में घूमने की जगहें: बर्फीले नज़ारे, रोमांच और यादगार सफर

1. रोहतांग पास (Rohtang Pass)
हिमाचल प्रोरदेश के रोहतांग पास मनाली का advanture lovers के लिए एक खास जगह जो manali से लगभग 51 किमी दूर स्थित है और यह यात्रा lovers के लिए स्वर्ग से कम नहीं है जहाँ आप अनेको एक्टिविटी कर सकते हैं उसके साथ सबसे मजेदार आप  यहां आप स्नोफॉल का आनंद ले सकते हैं और स्नोबोर्डिंग, स्कीइंग जैसी  अनेको  एक्टिविटीज़ कर सकते हैं।  वर्ष के  मई से अक्टूबर के बीच में यह जगह  घूमने के लिए  उतम रहती है।

घुमने का मुख्य आकर्षण: स्नो एडवेंचर स्पोर्ट्स, प्राकृतिक नज़ारे, फोटोशूट,स्कीइंग

2. सोलांग वैली (Solang Valley)

खुबसूरत दृश एवं रोमांचित करने वाली जगह जो की manali  से लगभग  14 किमी दूर यह जगह काफी मसहुर है जिसमे  पैराग्लाइडिंग, ज़ोरबिंग, स्कीइंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स का हब है। सर्दि के मौसम में  यहाँ  बर्फ से ढकी रहती है और गर्मियों में  खुबसूरत हरा भरा ,हरयाली से भरपूर यह ग्रीन वैली के रूप में दिखाई देती है । पै।

यहाँ मुख्य आकर्षण का केंद्र : पैराग्लाइडिंग, ज़ोरबिंग, स्कीइंग जैसी कई एक्टिविटीज़ यहां की खासियत हैं

3. हडिंबा देवी मंदिर (Hadimba Devi Temple)

केवल प्राकृतिक सौन्दर्य ही बल्कि यहाँ कई मंदिर भी मौजूद हैं जिसमे से  हडिंबा देवी मंदिर  मनाली के सबसे प्रमुख  मंदिरों में से एक है और हिन्दू सर्धालू के लिए एक विशिस्ट  धार्मिक स्थल है | कहा जाता है की यह मंदिर को महाभारत के भीम की पत्नी हिडिम्बा देवी को समर्पित्त है | जो लगभग 15 53 ईस के आस पास इसका निर्माण  हुआ है । खुबसूरत जगलों के बीच होने की वजह से इसका सुन्दरता और अधिक देखने लायक बनता है |

मुख्य आकर्षण का केंद्र :जंगलों की बीच में होने से शांति और प्राकृतिक सुंदरता।

4. मनु मंदिर (Manu Temple)

मनाली  में  कई ऐसे मंदिर है जो अपने आप में प्रसिद्ध है उसमे से यहाँ की  एक मनु मंदिर, ऋषि मनु को समर्पित है।  जो अपने बेहद खास  वास्तुशिल्प और आध्यात्मिकता के लिए प्रसिद्ध है। जिसे देखने पर्यटक दूर दराज से आते हैं |

धुमने का मुख्य आकर्षण: प्राचीन इतिहास, शांत वातावरण।

5. जोगिनी वाटरफॉल (Jogini Waterfall)

अगर जलप्रपात पसंद है तो  मनाली के खुबसूरत घाटी से लगभग 03 किलोमीटर दूर और वशिष्ठ मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर मी दूर स्थित जोगिनी वाटरफॉल ट्रेकिंग प्रकृति प्रेमी और ट्रेकिंग lovers के  लिए best tourist place है । जहाँ लोग tracking करके यहां तक पहुचते हैं | शांत वातावरण में जब आप यहाँ आप आ जातें हैं आपको एक आनंद की अनुभूति होती है |

मुख्य आकर्षण का केंद्र : झरना, ट्रेकिंग,वाटरफॉल, प्राकृतिक सौंदर्य।

6. वशिष्ठ हॉट वाटर स्प्रिंग्स (Vashisht Hot Water Springs)

manali की ऐसा एक गाँव जो अपने गर्वम पानी के झरनों के लिए प्रसिद्ध है कहा जाता है इस गर्म झरना में नहाने से शरीर के समस्यां दूर होती है जैसे त्वचा संबधी को समस्या हो  उसके साथ इस गाँव के आस पास पहाड़ी जंगलों में  छोटे बड़े खुबसूरत स्पॉट देखने को भी मिलता है |

मुख्य आकर्षण: प्राकृतिक गर्म पानी के झरने, मंदिर दर्शन।

7. नग्गर कैसल (Naggar Castle)

जब हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली आते हैं तो इस महल को जरुर देखने आना जिसे भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया गया है. मनाली की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर नग्गर कैसल आप जरुर आइये । यह एक प्राचीन किला है  जिसे 1460 वर्षों तक कुल्लू प्रांत के राजाओं की राजधानी रहा.यह स्थान एक प्राकृतिक सोंदर्य से भरा पड़ा है |

मुख्य आकर्षण: लकडियों निर्माण  किला, हिमालय का अद्भुत व्यू। प्राचीन किला

8. मणिकर्ण साहिब (Manikaran Sahib)

गर्म पानी की झरने एवं सिखों का प्रमुख स्थल मणिकर्ण साहिब गुरुद्वारा  जो पार्वती नदी के किनारे स्थित है जहाँ गर्म कुंड में स्नान कर पुन्य की भागदारी बन सकते हैं

देखने योग्य  आकर्षण: गुरुद्वारा दर्शन, गर्म पानी के झरने।

9. ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क (Great Himalayan National Park)

प्राकृतिक प्रेमियों और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह नेशनल पार्क परफेक्ट है। यह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में भी शामिल है।

मुख्य आकर्षण: वाइल्डलाइफ सफारी, एडवेंचर ट्रेकिंग।

10. मॉल  रोड (Mall Road)

मॉल  रोड (Mall Road)

जब भी कोई यात्री या पर्यटक इस जगह आता है यहाँ की प्रमुख मॉल बाजार रोड शोपिंग जरुर घुमने आता है यहाँ की best place में से एक है मानो जैसे किसी विदेश के शहरो में घूम रहे हैं स्थानीय  फ़ूड भी यहाँ बहुत प्रसिद्ध है यहाँ आप लोकल हैंडीक्राफ्ट के चीजे देखने एवं  शोपिंग कर सकते हैं

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मनाली घूमने का सही समय

  • यदि आप Manali घुमने का योजना किये हैं तो  यहाँ मार्च से लेकर जून तक इस जगह को अच्छे एक्स्प्लोर कर सकते हैं
  • अगर आपको स्नोफाल या बर्फबारी का आनंद लेना है तो अक्तूबर से फ़रवरी best रहेगा |

कैसे पहुंचे मनाली?

हवाई मार्ग: निकटतम एयरपोर्ट भुंतर (KUU) है, जो मनाली से 50 किमी दूर है।
रेल मार्ग: यहाँ की नजदीकी रेलवे जो  जोगिंदर नगर (162 किमी) दूर है।
सड़क मार्ग: मनाली दिल्ली, चंडीगढ़, शिमला और अन्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहाँ जायदा तर बस के माधयम से आते हैं या अपनी छोटी गाड़ी से

निष्कर्ष

हिमाचलप्रदेश का बेहद खास जगह मनाली पर्यटकों को अपनी खूबसूरती एवं प्राकृतिक सौन्दर्य एडवेंचर धार्मिक स्थल जैसे जगहों के प्रसिद्ध है यदि आप  मनाली घुमने का जगह के बारे में सोच रहे हैं तो आप इसे जरुरु पढ़े |

Jharkhand Tourist Spots: Explore Nature, Adventure & Heritage

Jharkhand Tourist Spots: Explore Nature, Adventure & Heritage

Jharkhand Tourist Spots: प्राकृतिक सौंदर्य, रोमांच और विरासत का अनोखा परिचय

झारखंड, जिसे “वनों की भूमि” के नाम से भी जाना जाता है, भारत का एक ऐसा राज्य जहाँ Jharkhand Tourist Spots: Explore Nature, Adventure & Heritage  जो प्राकृतिक सौंदर्य, रोमांच और ऐतिहासिक धरोहर से भरा हुआ है। यहां की हरी-भरी वादियां, झरने, गुफाएं, धार्मिक स्थल और वन्यजीव अभ्यारण्य हर प्रकार के यात्रियों को अपनी ओर खींचते हैं।

यदि आपको  ऐसे पर्यटन स्थल की तलाश में जो आपको एक नई रोमांस एक नए अनुभव दे सके वैसे में आप झारखंड की राजधानी रांची आ सकते हैं इसमें आपको प्रकृति सुंदर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से भरपूर ऐसे पर्यटन स्थल मिलेंगे जो आपको एक नए अनुभव प्रदान करेगा तो ऐसे में आप राजधानी रांची आ सकते हैं आज इस लेख में आपको हम प्रावधान रांची में पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैंअगर आप एक अनोखे पर्यटन अनुभव की तलाश में हैं, तो झारखंड आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस लेख में, हम झारखंड के सबसे प्रसिद्ध और खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Jharkhand Tourist Spots: Explore Nature, Adventure & Heritage

1. हुंडरू  फॉल्स

झारखंड का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात के नाम से मशहूर hundrufall जलप्रपात  रांची जिले में स्थित है और यह स्वर्णरेखा नदी पर बना एक बेहद खूबसूरत जलप्रपात है। यह झरना लगभग 320 फीट की ऊंचाई से गिरता है, और इसका नजारा वाकई मनमोहक है। खासकर मानसून के दौरान, यह झरना अपनी पूरी भव्यता में नजर आता है, जिससे यह पिकनिक के लिए एक बेहतरीन जगह बन जाता है।

2. दशम फॉल्स

यदि आप अपने परिवार के साथ एक ऐसी जगह के तलाश करते हैं जो शांत वातावरण हो स्पॉट हिल हो तो वैसे में आप दशमपुर को जा सकते हैं इसकी ऊंचाई ज्यादा नहीं है मात्र 44 मीटर ऊंचाई से नीचे गिरती है । जो कांची नदी पर स्थित है

3. जोन्हा फॉल्स (गौतमधारा फॉल्स)**

गौतम धारा जलप्रपात के नाम से मशहूर जॉन्हा फॉल्स रांची से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह प्रसिद्ध वॉटरफॉल्स है जहां लोग आना पसंद करते हैं खास करके युवा पीढ़ी इस जगह को ज्यादा पसंद करते हैं और इस खूबसूरत से जलप्रपात को निहारने के लिए वीकेंड छुट्टी या नए साल में खूब आते हैं

4. हिरण पार्क (बिरसा जैविक उद्यान)**

राजधानी रांची की में टाउन से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिरसा मुंडा जैविक उद्यान पार्क जो रांची का सबसे बड़ा चिड़ियाघर भी है जहां आपको भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव जंतु देखने को मिलते हैं जैसे बाघ हिरण चीता तेंदुआ हाथी भालू और अनेकों पक्षी के जातियां आपके यहां पर देखने को मिलती है

5. पतरातू घाटी

लोग अक्सर एक एडवेंचर की तलाश में रहते हैं और वैसे में यदि आपको एक ऐसे रोड ट्रिप के बारे में बताएं जो की बेहतरीन और काफी खूबसूरत तरीके से डिजाइन किया गया  है लोग इस जगह बाइक राइड करने भी आते हैं और खुबसूरत पहाड़ों को निहारने का एक अलग ही मजा है साथ ही बगल में पतरातू झील भी देखने को मिलता है |

6.ध्रुवा डैम

रांची के धुर्वा सेक्टर में मौजूद धुर्वा डैम भी  घुमने फिरने का एक बेहत ओर आकर्षक केंद्र है जहाँ प्रेमी जोड़े हो या दोस्ती यारी सभी का यह है |

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7.पहाड़ी मंदिर

यदि आप थोड़े धार्मिक दृष्टिकोण रखते हैं और आपको मंदिर को एक्स्प्लोर करने का अनुभव लेना है तो रांची के पहाड़ी मंदिर बहुत प्रसिद्ध है जहाँ सावन में भव्य मेला लगता है लोगो का भीड़ लगा रहता है |

8.जगन्नाथ मंदिर

रांची का यह पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह ही बना हुआ है जो भगवान जगन्नाथ को समर्पित है जहाँ हर साल रथ में भव्य मेला का का आयोजन होता है।

9.देवरी मंदिर

रांची जमेश्यपुर मार्ग पर स्थित तमाड़ के पास देवरी मंदिर  6 भुजाओं वाली देवी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है और जहाँ लोग बहुत दूर से पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं |

10. मैकलुस्कीगंज

अंग्रेजी हुकूमत को नजदीक से जानने के लिए jharkahnd में इसे  ‘छोटा इंग्लैंड’ भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ कभी ब्रिटिश लोगों की बस्तियाँ  और  कोठियां बनाई गयी थीं। यह अपनी पुरानी अंग्रेज़ी शैली की कोठियों और हरियाली के लिए मशहूर है।

11.नेतारहाट – ‘छोटा नागपुर की रानी
नेतरहाट, झारखंड का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो अपने अद्भुत सूर्योदय और सूर्यास्त के नज़ारों के लिए मशहूर है। यह जगह उन लोगों के लिए एकदम सही है जो प्रकृति के करीब रहना चाहते हैं और शांति की तलाश में हैं।

तो इस तरह आपको इस लेख में बताने का प्रयास  किया यदि आप रांची  घूमने के लिए आते हैं तो आप के लिए  अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे अच्छा होता है। क्या आप इनमें से किसी विशेष स्थान के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं तो jharkahnd tourism  को visit कर सकते हैं और अधिक जानकारी ले सकते हैं |

Thailand ke 5 Must-Try Vyajan jo aapko chakke denge

Thailand ke 5 Must-Try Vyajan jo aapko chakke denge

खाने के शौकीन है और आपको भारत से बहार के देशो के खाने के बारे जानना है तो  ये लेख आपके लिए है जो “Thailand ke 5 Must-Try Vyajan jo aapko chakke denge!” से संबंधित है चलिए  बताते हैं कुछ बेहतरीन थाईलैंड के विभिन्न खाद्य पदार्थ जो थाईलैंड की प्रमुख व्यंजन है | जो स्थानीय लोगो के साथ साथ आने वाले पर्यटक को अत्यधिक प्रसिद्ध हैं

“Thailand ke behtareen 05 vyajan jo aapko zaroor aazmana chahiye – swaad aur maza ka perfect combination!”

पद थाई (Pad Thai)
यह एक ऐसा व्यंजन है जो चावल के नुडल्स ,अंडे झींगे और मूंगफली के साथ सब्जियां से तैयार किया जाता है जो काफी स्वादिस्ट होता है | यह लोगो का काफी पसंदिता भोजन में से एक है |

पद थाई (Pad Thai)

थाईलैंड के बेहतरीन 05 व्यंजन जिन्हें आपको जरूर आज़माना चाहिए – स्वाद और मज़ा एक साथ!”

टॉम यम सूप (Tom Yum Soup)

यदि आपको मसाले दार शूप पिने के सौकीन है तो आपको यह जरुर try करें इसमें झींगे मशरूम और ताजे मसाले के साथ तैयार किया जाता है जो काफी तीखा और खट्टा होता है जो लोगो को काफी पसंद आता है | और यह थाईलैंड का एक प्रसिद्ध व्यंजन है

टॉम यम सूप (Tom Yum Soup)

ग्रीन करी (Green Curry)

यदि कुछ अलग हटके खाने के शौकीन हैं तो इसे खाए यह व्यंजन में मांस और सब्जी के साथ नारियल दुध ,हरी मिर्च  जैसे चीजो का मिश्रण कर बनाया जाता है और यह एक बेहतरीन ग्रीन करी है जो काफी स्वादिस्ट मसालेदार  होता है |

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मासमैन करी (Massaman Curry)

यह खाना मुस्लिम समुदाय के लोगो के लिए काफी प्रसिद्ध माना जाता है जिसे यहाँ के लोग बड़े प्यार से  खाते हैं इसे मासमैंन करी कहा जाता है इसमें आलू,मूंगफली ,और मसाले होते हैं जो एक जायकेदार लोक्रप्रिय ब्यजन होता है |

सॉम तम (Som Tam)
सादा और शाकाहारी का सबसे प्रसिद्ध खाने में से एक यह व्यंजन आम तौर पर हरा पपीता ताजे सब्जी ,मूंगफली,और मिर्च से बनाया जाता है जो काफी मसालेदार होता है खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है |

तो आप भी बिदेश में खास कर थाईलैंड में इसकी स्इवाद चख सकते हैं यहाँ  व्यंजनों की लोकप्रियता थाईलैंड में उनके स्वाद, विविधता, और सांस्कृतिक महत्व के कारण के कारण साथ ही खूबसूरती की शहर में travel कर सकते हैं और यहाँ की  परिवेश  को जान सकते हैं |

निष्कर्ष :-  इस लेख में दिया गया सुचना या व्यजन संबंधी तरीके  को प्रकाशित समाचार ,blog  जैसे अन्य डिजिटल plateform के माधयम से आपको जानकारी के उद्द्श्ये बताया गया है  इसलिए बनाने से पहले यह सुनिश्चित कर के  सही तरीके से बनाये |

Tribes in Jharkhand: Culture, History & Lifestyle of Indigenous Communities (2025 Guide)

Adivasi tribes in Jharkhand

Tribes in Jharkhand: Culture, History & Lifestyle of Indigenous Communities (2025 Guide) tribes in jharkhand

झारखंड  एक आदिवासी बहुल  राज्य है जहाँ बिभिन्न प्रकार के जनजाति पाई इस लेख में झारखंड के जनजाति एवं उनके डिटेल जानने का प्रयास करेंगे List of tribes in Jharkhand with their details मुख्यत 32 अनुसूचित जनजातियों का समूह हैं, जो झारखंड में बसने  वाली जनजाति है जिसमे असुर ,उरांव ,बंजारा ,भातुदी ,भूमिज ,बिजरिया,बिरोह ,छेरो ,बेडिया,चिक बड़ाईक गोंदी जैसे प्रमुख Tribes of Jharkhand and their languages हैं  चलिए जानते हैं

झारखंड में पाये जाने वाली मुख्य जनजातियाँ: (List of tribes in Jharkhand with their details)

Adivasi tribes in Jharkhand
Adivasi tribes in Jharkhand

Culture, History & Lifestyle

 

जनजाति का नाम विवरण निवास स्थान
भतूदी भतूदी जाति ओडिशा के उत्तर पश्चिमी भाग में पाई जाती है इसके साथ साथ  ये जाति झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी इनकी उपस्थिति देखने को मिलता है | ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल
भूमिज  झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार राज्यों में भूमिज जनजाति पाई जाती है । वे भूमिज भाषा बोलते हैं, जो एक ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा भी बोलते हैं झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार
असुर  ऑस्ट्रोएशियाटिक जाति  की गिनती में असुर लोग एक छोटी  हैं, जो झारखंड के गुमला, लोहरदगा, पलामू और लातेहार जिलों में मुख्य रूप से रहते हैं। कुछ अल्पसंख्यक इनसे जुड़े पड़ोसी राज्यों में भी निवास करते हैं। झारखंड (गुमला, लोहरदगा, पलामू, लातेहार)
बेड़िया बेड़िया जाति का मानना है कि वे मोहदीपहार से उत्पन्न हुए थे। कुछ मान्यता के अनुसार, वे कुम्हार जाति के बाहर हुए लोग हैं, जो घूमते हुए कुम्हार के रूप में जाने जाते हैं। झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल
बैगा बैगा जाति मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में पाई जाती है, और झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा में भी कुछ संख्या में निवास करती है। “बैगा” का अर्थ “जादूगर” या “औषधि आदमी” होता है। मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा
छेरो छेरो जाति बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश राज्यों में पाई जाती है। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश
बिरजिया बिरजिया जाति की अपनी भाषा है, जिसे बिंझिया या बिजोरी भी कहा जाता है। यह भाषा मुण्डा भाषा से संबंधित मानी जाती है। ओडिशा, झारखंड
चिक बड़क चिक बड़क जनजाति झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में पाई जाती है। यह समुदाय पारंपरिक रूप से बुनकर रहा है। झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा
बिंझिया बिंझिया जनजाति ओडिशा और झारखंड में पाई जाती है। 2011 की जनगणना के अनुसार, इनकी जनसंख्या लगभग 25,835 है। ओडिशा, झारखंड
बिरहो बिरहो लोग झारखंड राज्य में घने जंगलों में रहने वाले आदिवासी लोग हैं। वे बिरहो भाषा बोलते हैं, जो मुण्डा भाषा समूह से संबंधित है। झारखंड
बंजारा बंजारा जाति, जिसे लबाना और लामबाड़ी भी कहा जाता है, ऐतिहासिक रूप से घुमंतू व्यापारिक जाति है। इनकी उत्पत्ति राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र से मानी जाती है। राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा
गोंदी गोंदी जनजाति एक द्रविड़ियन जाति है, जो मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार और ओडिशा राज्यों में पाई जाती है। गोंदी भाषा द्रविड़ियन गोंदी भाषा से संबंधित है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, ओडिशा

 

best food destinations india2025 विदेशी लोग आते हैं ? जाने

भारत में सबसे बेहतरीन स्ट्रीट फूड डेस्टिनेशन्स best food destinations india 

भारत के  इतिहास और सबसे महत्वपूर्ण। यहाँ की स्वादिष्ट व्यंजन भारत में कई best food destinations india श्रेष्ठ ऐसे स्थल भी है। जगह भी है, गांव भी हैं, कस्बे भी है। जहाँ की सबसे बेहतरीन स्ट्रेट खूब डेस्टिनेशन में से एक है।

और सबसे बेहतरीन स्ट्रीट फूड डेस्टिनेशन। की बात करें तो। आप इसका अनुभव या आनंद? एक स्थानीयता। की तरह ले सकते हैं। भारत में। स्ट्रीट फूड। भरी पड़ी है। इसका संस्कृति बहुत समृद्ध है। जो भारत की। छोटे छोटे। गली, शहरों से होते हुए देश के बड़े बड़े। सो तक। फैला पड़ी। ऐसे में कुछ ऐसे। चटपटी स्ट्रीट फूड्स या स्नेक्स। है जो। भारत की सांस्कृतिक विविधता के साथ मेल  खाते हैं।

खासकर वैसे। यात्री या। पर्यटक। जो भारत की विविधता, संस्कृति। को जानना पसंद करते हैं उनके लिए यहाँ की। प्रमुख। सबसे बेहतरीन स्ट्रेट स्ट्रीट फूड को जानने का एक सुनहरा असर हो सकता है। जो उनके लिए एक। बेहतरीन अनुभव का। आनंद हो सकता है। भारत की। एकता में अनेकता एवं कई से। स्थानीय लोकल स्ट्रीट। कि व्यंजन आपको देखने को मिलते हैं जो। शायद ही कोई अन्य देशों में मिलता हो। भारत के कौने कौने? राज्य में। अलग अलग तरीके का स्ट्रेंज। मिलता है। जहाँ आप भारत के अन्य जगहों में जाकर इसका आनंद ले सकते हैं।

बादशाह है उत्तर भारत की हो या दक्षिण भारत की। या पूरक की हो या पश्चिम की। यह जगह के अनुरूप अनेक वेरायटीज के आपको स्ट्रीट व्यंजन देखने को मिलते हैं। यदि आप उत्तर भारत में जाते हैं तो आपको वहाँ पे। वहाँ के स्थानीय। भोजन में से आपको। राजमा चावल। प्रत्येक होटल। मैं लगभग मिलता है। उसके साथ साथ यदि आप। दक्षिण भारत की ओर रुख करते हैं तो आपको इटली, सांभर, डोसा जैसे। दक्षिण भारत के। पारंपरिक भोजन आपको देखने को मिलता है। वैसे ही पूरब मैं आपको। चावल। जो कि एक स्थानीय और। खाने का। पारंपरिक भोजन में से एक है। जो पर्यटक भारत घूमने। विदेश से आते हैं वो यहाँ के सांस्कृतिक। कल्चर। कुछ जानने का एक अंश वर्णीय अनुभव। कर सकते हैं।

भारत में बेहतरीन स्ट्रीट फूड डेस्टिनेशन्स  (Best Locations in India for a taste trip)

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  1. भारत की राजधानी दिल्ली में मिलने वाले। बेहतरीन स्ट्रीट फूड। यदि आप कई तरह के स्टूड फूड का आनंद लेना चाहते हैं। तो आपको भारत की राजधानी दिल्ली आना हो। यहाँ पर प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड जैसी। छोले आलू मसाले दार चाट क्रिस्पी। वर्ल्ड कप के। पानी पूरी दही। बूंदी। जैसे अनेकों स्ट्रीट फूड शामिल हैं। इसके साथ साथ दिल्ली के। मशहूर परांठा वाली गली। पुल को भी। जैसे पराठे यहाँ पे मिलते हैं। यदि बात करें नॉनवेज खाने वालों की तो दिल्ली में। नंदिश की कई सारे। डिशेस मिलते हैं। जो कि आपको दिल्ली के चांदनी चौक में आसानी से मिल जाता है।
  2. मुंबई – स्ट्रीट food (ठेलो का राजा )

    भारत में मिलने वाले बेहतरीन स्ट्रीट फ़ूड भारत की आर्थिक राजधानी के तौर पर मुंबई में मिलने वाले स्नेक्स फूड। अपने खास स्नैक के लिए जाने जाते। मुंबई में। मौजूद मरीन ड्राइव। के पास आपको ऐसे छोटे छोटे ठेले में। अनेकों तरह की। स्ट्रीट फूड। मिलते हैं जैसे। पावभाजी, भेलपुरी, बड़ा पांव, सेम पुरी। जैसे यहाँ की। प्रमुख डिशेस में से एक है। यहाँ आप चटनी के साथ खा सकते हैं

    3.कोलकाता – मीठे और मसालेदार का शहर

वैसे कोलकाता। का इतिहास बहुत पुराना है यहाँ पे अंग्रेजों। निक काफी समय तक समय व्यतीत किया। पश्चिम बंगाल की राजधानी के तौर पर                   कोलकाता अपने संस्कृति और इतिहास, खासकर यहाँ की व्यंजन। स्थानीय खाने के लिए प्रसिद्ध जैसे की यहाँ की बेहतरीन। काठी रोल्स। चिकन करा था।       रसगुल्ला? फुचका। इस तरह के स्ट्रीट हूँ। यहाँ के स्थानीय व्यंजन। या फूड में से एक है। साथ ही। यहाँ के लोगों को मीठा बहुत ज्यादा पसंद है। जिसके         लोग मिस्टी भी बोलते हैं। तो जब भी आप कोलकाता आते हैं। तो आप यहाँ की मीठे और। मसालेदार। स्ट्रीट फूड का जरो आनंद लें।

4 चेन्नई –  का नया मक्का

दक्षिण भारत का सबसे मशहूर शहर में से एक चेन्नई। दक्षिण भारत के स्ट्रीट फूड के लिए। विशेष रूप से जाना जाता है। इसमें दक्षिण भारत के उस सभी।     व्यंजन। आपको। देखने को मिल जाती है। जैसे इटली बढ़ा। सुन्दर। डोसा? नारियल की चटनी सांभर। जैसे आने को तरह के व्यंजन आपको देखने को          मिलते हैं। साथ ही यहाँ के लोग चावल और दाल की शौकीन भी हैं। जिससे लोग  खाते हैं। खाने के लिए यहाँ के लोग केले का पत्थर का उपयोग करते हैं।      आपको होटल में भी केले का पत्ता में खाते हुए लोग दिख जाएंगे।

5.वाराणसी – एक आध्यात्मिक भोजन अनुभव

यदि आप एक शाकाहारी है और आप धार्मिक प्रवृत्ति के लोग हैं, तो आपके लिए। भारत के उत्तर प्रदेश। की ये जगह? बेहद खास है। जी हाँ, बात कर रहे हैं बनारसी। क्या बोनस के बारे में जहाँ। धार्मिक केंद्र। के लिए प्रसिद्ध अपने धार्मिक स्ट्रीट फूड। जैसे। न्याय की प्रसिद्ध कचौड़ी सब्जी चाट। और बनारसी पान के लिए मशहूर है। यह एक धार्मिक शहर है इसलिए यहाँ पे आपको नॉन वेज। न के बराबर देखने को मिलता है। तो ये शहर उनके लिए उपयोगी होगा जो आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टिकोण से। महत्वपूर्ण। योगदान रखते हैं।

6.पूरी के प्रसिद्ध स्ट्रीट फ़ूड 

भारत के पूरी एक पर्यटक स्थल में से एक हैं यहाँ देश विदेश से लोग इसके सांस्कृतिक ,एतिहासिक एवं खुबसूरत समुद्री किनारा को निहारने के लिए आते हैं पूरी उड़ीसा में कई तरह के स्ट्रीट फ़ूड मिलाता है जैसे माचा ,चेंचेदा पीठा छेना और पोड़ा जो यहाँ मिलने वाले प्रमुख फ़ूड हैं

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      3.रांची -जलप्रपातों का शहर का स्थानीय आहार
  • झारखंड की राजधानी रांची जिसे जलप्रपातों का शहर जहाँ कई वाटर फॉल मौजूद हैं और यहाँ की आदिवासी संस्कृति एवं व्यंजन यहाँ की प्रमुख में से एक है यहाँ आपको  रांची के फेमस व्यंजन जैसे मडुवा रोटी ,छिलका रोटी ,धुस्का बरा ,बम्बू का बना सब्जी ,रुगडा, पीठा जैसे प्रमुख स्ट्रीट फ़ूड हैं

        निष्कर्ष:
भारत में विभिन्न जगहों पर कई ऐसे बेहद प्रसिद्ध भारतीय  स्ट्रीट फूड मिलेगा जो आपकी स्वाद कलियों को बेहद दिलचस्प होगा  दिल्ली के चाट, मुंबई का वड़ा पाव, कोलकाता के मीठे और चेन्नई के डोसा, इन सभी जगहों का स्केवाद कुछ बेहतर खास होता है । आज इस लेख के माधयम से भारत के विभिन प्रदेश में पाए जाने वाले स्ट्रीट फ़ूड के बारे जानने का कोशिश किया  आपको कैसा लगा |

 

Kumbh mela 2025 Prayagraj uttarpradesh | kumbh tent city booking information | budget

MahaKumbh mela 2025 prayagraj uttarpradesh

2022 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले के लिए करोड़ों लोग तैयार हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस विशाल मेले में रहने का सबसे आसान तरीका क्या है? Kumbh mela 2025 Prayagraj uttarpradesh | kumbh tent city booking information | budget अगर नहीं, तो जल्दी करें क्योंकि टेंट सिटी में आधुनिक सुविधाएं और आरामदायक स्थान हैं।Kumbh mela 2025 संगम की नगरी में श्रद्धालुओं के लिए बड़ी-बड़ी तैयारियां की गई हैं। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक, महाकुंभ संगम पर होगा। इस बार महाकुंभ में लगभग 48 लाख लोग आने की उम्मीद है। 2019 में कुम्भ में लगभग 24,000,00,000 लोग आए थे।

इसमें करीब 1600 टेंटों की सबसे बड़ी टेंट सिटी बसाई गई है। साथ ही, जो सी क्षेत्र में लगभग 400 टेंट और परेड ग्राउंड में लगभग 100 टेंट हैं। न केवल प्रयागराज की संस्कृति इस टेंट सिटी में आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को लुभाती है।न केवल आपको देखने को मिलेगा, बल्कि एक यज्ञशाला भी होगी जहाँ वैदिक ब्राह्मण यज्ञ करेंगे। साथ ही योग और भाषण के स्थान भी होंगे।

MahaKumbh mela 2025 IRCTC की खास पेशकस मिलेंगे ये सुविधा

आरसीटीसी ने प्रयागराज में महाकुंभ में आने वाले लाखों लोगों के लिए भी कुछ खास व्यवस्था की है. इसमें टेंट सिटी भी बनाई गई है, जहाँ लोगों को अलग-अलग सुविधाओं वाले टेंट में रहने की सुविधा मिलेगी। आप मेन सिटी में सभी सुविधाएं पाएंगे।MahaKumbh mela 2025 prayagraj uttarpradesh

फाइव स्टार होटल की सभी सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए यहाँ खास ऑफर हैं। सिटी प्रयागराज के सेक्टर 25 रोड पर है। सिटी त्रिवेणी संगम से लगभग 3.5  किलोमीटर दूर घाटों तक पहुंचने के लिए विशिष्ट सुविधाएं भी हैं। आप IRCTC की वेबसाइट पर जाएँगे।आरसीटीसी टुरिज़म.कॉम पर महाकुंभ ग्राम टेंट सिटी में बुकिंग कर सकते हैं। IRCTC की आधिकारिक www.irctc.co.in पर इसका अलग से प्रचार किया जाता है। तो अगर आप सुपर डीलक्स टेंट पर रुकते हैं इसलिए आपको एक दिन और रात का किराया १८,००० रुपये देना होगा। अगर आप एक विला में रुकने की योजना बना रहे हैं

MahaKumbh mela 2025रहने का अलग अलग पैकेज

तो इसके लिए 24  घंटे का किराया 2000 है। शाही स्नान के अलावा अन्य दिनों में बुकिंग करने पर 10 प्रतिशत की बचत मिलेगी। IRCTC से मैं सुपर डीलक्स टेंट हाउस और विला टेंट हाउस भी हूँ। टैंट में रहने वालों को बाथरूम में हर दिन गर्म और ठंडा पानी उपलब्ध है। आपको टेंट को गर्म रखने के लिए भी कमरे के ब्लोअर मिलेंगे। टेंट में बेड, टॉवेल, सौन्दर्य प्रसाधनों और टॉयलेटरी भी होंगे। टेंथ का किराया भी तीनों समय का भोजन देता है। में रहने वाले लोगों को अलग-अलग बैठने की जगह भी मिलती है।

यहीं बैठ गए। टीवी देख सकते हैं और मैं रुकने वालों के लिए शहर में सीसीटीवी, प्राथमिक चिकित्सा और 24 घंटे आपातकालीन सेवा भी उपलब्ध करता हूँ। साथ ही आप किसी भी ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अपने लिए कर सकते हैं। यूपी पर्यटन विभाग सिर्फ इन दस कंपनियों को मान्यता देता है। महाकुंभ में टेंट लगाने का टेंडर मिल गया है, इसलिए किसी भी अन्य वेबसाइट से टेंट बुक नहीं करें। टेंट सिटी में टेंट बुकिंग करने पर आपको कई पैकेज मिलेंगे। अगर आपका बजट पर्याप्त है, तो आप कोई भी पैकेज चुन सकते हैं, जिसमें आपको एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन से पिक अप मिलता है। ड्रॉप की संभावना

mahakumbh mela 2025 डीलक्स, डीलक्स और लग्ज़री डीलक्स टेंट

लंच डिन्नर भी उपलब्ध है, लेकिन टेंट की कीमतें ₹12,000 से ₹1,50,000 तक हैं, जिनमें सेमी डीलक्स, डीलक्स और लग्ज़री डीलक्स टेंट शामिल हैं, साथ ही पर्सन डोरमेट्री के लिए ₹1500 की लागत है। कुंभ की इस ऑफिसियल वेबसाइट पर अधिक जानकारी प्राप्त करें। अगर कोई पर्यटक समय बुक करना चाहता है, तो वे यूपीएसटीडीसी की वेबसाइट पर देख सकते हैं कि सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कौन से वेंडर सिटी लगाने का अधिकार रखता है। वह उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के साथ है, जैसा कि सोशल मीडिया पर कई वेबसाइटों ने बताया है, लेकिन ऐसा नहीं है।

महाकुम्भ में ONLINE BOOKING PLATFORM जिनसे आप बुक कर सकते हैं |

उत्तर प्रदेश करिज़्म के पास सिर्फ 11 फॉर्म हैं। आगमन इंडिया कुंभ विलेज, कुंभ कैनवास, खीरा कैम्पस, ऋषिकुल दिव्य कुंभ रिट्रीट और प्रयागराज कॉटेज एस आईआरसीटीसी कुंभ कैम्पस इंडिया के माध्यम से टेंट बुकिंग की जा सकती है। आप इनमें से किसी भी वेबसाइट पर बुकिंग कर सकते हैं अगर आप ऐसा करना चाहते हैं। महाकुंभ 2025 को यादगार बनाने के लिए आने वाले लोगों को धार्मिक उत्सव भी मिलेगा। कुल मिलाकर, देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान, ध्यान, खैरनी और भ्रमण करने के लिए अच्छी सुविधाएं यहाँ मिलेंगी। Book karte समय सावधान रहने की जरूरत है ताकि आप froud से बच सकें।

Kumbh mela 2025 महाकुम्भ मेला में कई VIP,VVIP,और MAHARAJA TENT

संगम तट पर आठ प्रकार के टेंट लगाए गए हैं, जहां तंबुओं की अस्थाई नगरी बसेगी। 4000 हेक्टेयर में फैली इस नगरी में लगे टैंटों की लंबाई, चौड़ाई और डिजाइन से इनमें रहने वाले लोगों की महत्व को समझ सकते हैं। प्रयागराज मेला प्राधिकरण अखाड़ों और अन्य धार्मिक संस्थाओं को मेला क्षेत्र में जमीन और टेंट सुविधाएं प्रदान करता है। लल्लूजी एंड संस ने कई प्रकार के उत्सवों की आपूर्ति की है, चाहे वह 12 साल के बाद आने वाला कुंभ हो या हर साल आयोजित होने वाला माघ मेला हो।

इस कंपनी का शहर में बहुत बड़ा गोदाम है। जिनमें टेंट रखी जाती है और स्टोर की जाती है। इन टेंटों में प्लाई से बना महाराजा टेंट वीवीआइपी टेंट है। इनके अंदर हवा नहीं जाती। 2020 में बनाए गए लगभग 1,00,000 टेंट प्लास्टिक से बने हैं। कितनी भी बारिश हो, एक बूंद भी नहीं टपकती। ठीक से कवर करें। इसलिए, इनमें रहने वालों को हवा भी नहीं लगती। साथ ही, मीटिंग कालीन की होती है, लेकिन स्विस कॉटेज प्लास्टिक का होता है। 2020 का कॉटेज लगभग ३० हजार है।

इसे भी पढ़े -best places to visit in bangalore :Where can I go for trips near Bangalore

इस तरह के और भी जानाकरी के लिए हमारे blog  पढ़  सकते हैं अगर आप कुंभ मेला और प्रयागराज के सभी पर्यटक स्थानों को देखना चाहते हैं। आप हमें follow भी कर सकते हो आप इस blog पर ट्रैवल्स से संबंधित ऐसी ही articls पढ़ सकते हैं ।  अच्छा लगा है, तो  लाइक करें,  और किसी भी तरह के सुझाव हो तो कमेंट करें |

नोट :-यह एक जानकारी  एवं शिक्षा पद अखबार ,डिजिटल ,के माध्यम से लेख लिखा गया है। इसमें किसी भी। कोई भी वेबसाइट से  किसी का कोई लेना देना नहीं है। इस blog में  महाकुम्भ मेला 2025 जानकारी दी गई है।जिसमे  महाकुंभ मेला 2025 की जानकारी ले सकें और। वहां रहने खाने और घुमने का लाभ उठा सकें। यदि आप महाकुंभ मेला 2025 से संबंधित विस्तृत जानकारी। चाहते हैं तो आप। महाकुंभ मेले के आफिशियल साइट से बिस्तृत जानकारी  ले सकते हैं।

FQA

1.When is the next maha kumbh mela 144 years
ans :-
2. When is the next khumb mela ?
ans :-
3. When is the next maha kumbh mela?

best places to visit in bangalore : ghumne ki jagah near me

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भारत  के दक्षिण में स्थित बेंगलुरु जिसका पुराना नाम bangalore हुआ करता था जो कर्नाटक राज्य की राजधानी है यहाँ पर कई ऐसे best places to visit in bangalore tourist place हैं आज आपको banglore ghumne ki jagah near me जहाँ आप घूम सकते हैं ऐसे बेहतरीन जगह के बारे में जानेंगे तो यदि आप  भारत केमहानगर की दृष्टिकोण से देखें तो यह पांचवा सबसे बड़ा महानगर है  बैंगलोर दो चीजों के लिए बहुत फेमस है। एक तो वहाँ का वेदर, दूसरा बैंगलोर एक उसके पास सारे प्लेसेस है जहाँ विजिट किया जा सकता है। आज के इस लेख में मैं आपको बैंगलोर के टूरिस्ट places के बारे में  बताने वाला हूँ   तो continue पढ़ते रहिये

बंगलौर में घुमने का जगह 04  best places to visit in bangalore

 

1.Lalbagh botanical garden

best places to visit in bangalore
Lalbagh botanical garden

लालबाग बायोटेक्निकल गार्डन जिसका नाम से ही आपको प्रतीत हो रहा है कि इस भाग में लाल अर्थ लाल रंग वनस्पति जैसे अनेक चीज मौजूद है जो इस गार्डन को योजना व तरीके से बनाया गया है इसका शुरुआत 1760 में मैसूर के शासक हैदर अली ने किया था लेकिन काम उसके बेटे टीपू सुल्तान ने पूरा किया यह अपने आप में एक विशेष आकर्षण का केंद्र रहता है जो की बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन से लगभग 6 से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है आप यहां आसानी से बस ऑटो टैक्सी के माध्यम से आ सकते हैंइस गार्डन में कई अन्य देशों के पौधे और दुर्लभ प्रजाति लगाए गए हैं और कुछ इस तरह से डिजाइन किया गया है कि देखने में बहुत और सुंदर दिखाई प्रतीत होता है जो पर्यटक को अपनी ओर आकर्षण का केंद्र बना रहता है

2.ISKCON Temple Bengaluru

ISKCON Temple Bengaluru

पहाड़ों पर भव्य मंदिर एवं प्रकृति का ऐसा नजारा इस्कॉन का हर मंदिर बेंगलुरु एक आध्यात्मिक केंद्र नहीं बल्कि यह भव्यता और वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है जहां पर धार्मिक स्थल के साथ-साथ लोग इस जगह हर एक साल देश-विदेश से इस मंदिर को दर्शन के लिए आते हैं इस मंदिर का स्थापना 1947 में की गई थी इसका उद्देश्य एक ही था कि वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देना और सभी के हृदय में प्रेम भाव जागृत करना इस दृष्टि कौन सी अगर आप देखे तो भक्तों को इस्कॉन टेंपल माध्यमिक मार्गदर्शन का एक प्रमुख केंद्र होता है जहां भगवत गीता पाठ होता है ह्रदय भाव प्रेम एवं भक्ति में जीवन का सारांश निकालकर उभरता है

3.Gabban Park
हर बड़े पेड़ पौधे एवं 300 एकड़ के क्षेत्र में फैले गबन पाक शहर का सबसे ग्रीन क्षेत्र माना जाता है यहां पर कई ऐसे आने को वनस्पति पौधे लगाए गए हैं जहां से इस पार्क में देखने पर आपको एक दैनिक दिनचर्या से थकानों दूर होती है इस बड़े से भूकंप में फैले हुए पार्क में कैसे आपको कार्यक्रम या एक्टिविटीज देखने को मिलते हैं जैसे की साथ यहां कई बाजार भी लगते हैं सुबह-सुबह आप इस पार्क में कसरत करने व्यायाम करने के लिए आप इस पार्क से ऊपर घूम सकते हैं कैसे कटरा तरीके से पेड़ों को संचारित करके लगाया गया परिवार के साथ इस पाठ में आप अपने बहुमूल्य समय व्यतीत कर सकते हैं यदि आप बेंगलुरु आते हैं तो इस बार में आप अपने परिवार या स्वयं घंटे इस पार्क में समय व्यतीत कर सकते हैं और एक यादगार पल का निर्माण कर सकते हैं

बेंगलुरु शहर के बीचो-बीच स्थित इतिहास के विरासत में से एक बेंगलुरु पेरिस रेलवे स्टेशन से मार्च 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह आकर्षण का केंद्र बना रहता है यह हमारे इतिहास के बारे में जानने का उत्सुकता प्रदान करता है तो जब कभी भी आप बैंगलोर घूमने आते हैं तो इस बेंगलुरु पैलेस को अपने पर्यटन में जरूर शामिल करें और इस जगह को विकसित करें इस बेंगलुरु प्लेस को ब्रिटिश इंजीनियरों के द्वारा आर्किटेक्चर के द्वारा बेहतरीन ढंग से बनाया गया है जो की देखने में आकर्षण एवं आकर्षित करता है

जिस तरह बेंगलुरु पैलेस इसका नाम दिया गया है ठीक उसी तरह यहां इसे देखने पर लगता भी है पैलेस के बाहर में आपको गार्डन फुलवारी हरा भरा आपको देखने को मिलता है एवं पैलेस में आपको इतिहास और करीब जानने का मौका देता है इस पैलेस में राजा रवि वर्मा की कई पेंटिंग मिर्ज़ा इस्माइल की डाइनिंग टेबल जिसे अन्य कीमती चीज को आप देख सकते हैं तो इस तरह जब आप कभी बेंगलुरु की यात्रा पर आते हैं तो इस जगह जरूर आए बेंगलुरु पैलेस बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन से वहां 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और स्थान सदाशिव नगर के पास पैलेस ग्राउंड मौजूद है आप बस ऑटो टैक्सी के माध्यम से यहां आसानी से आ सकते हैं

4.जवाहरलाल नेहरू तारामंडल
विज्ञान में शौकीन रखने वाले या उत्सुक दिमाग वाले व्यक्ति या बच्चों के लिए यह एक बेहतरीन जगह है जहां पर आकर वह वैज्ञानिक गतिविधियों के बारे में जान सकता है यदि आप अंतरिक्ष के बारे में तारामंडल के बारे में ज्यादा जिज्ञासा रखते हैं तो इस जगह पर आप आकर यहां इस तरह की जानकारी को आप ले सकते हैं खगोल वैज्ञानिक भूगोल शास्त्र का एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है थिएटर है जहां कई मजेदार अनुभवी और प्रदेश कार्यों जैसे कि यहां पर आपको देखने को मिलता है दिलचस्प आती है कि यहां पर हर उम्र के लोग घूमने फिरने के लिए आते हैं और इस तारामंडल में घंटा समय व्यतीत करते हैं और विज्ञान को करीब से जानने की कोशिश करते हैं

बेंगलुरु के आसपास घूमने के पर्यटन स्थल Top sites in Bengaluru

1.बिग बिलियन ट्री ये बैंगलोर से 30 किलोमीटर के आसपास है। पहुंचने में आपको ऑलमोस्ट एक घंटा लग जाएगा यहाँ पे 400 साल पुराना बरगद का पेड़ है तो देखने में बहुत ही सुन्दर है। हालांकि अभी थोड़ा सा टूट गया है क्योंकि कमजोर हो गया था पानी तूफान आते रहते है, बट वो बहुत सुन्दर है देखने के लिए, अब वहाँ जा सकते हो आस पास आपको खाने के ऑप्शंस भी मिल जाएंगे और रास्ते में बहुत सारी बड़ी बड़ी होलसेल नर्सरी इसके वेयर हाउसेस हैं तो आप अगर प्लांट परचेस करना चाहते हो सस्ते में चीप रेट में बैंगलोर से तो आप उन नर्सरी में भी विजिट कर सकते हो आप? कैसे प्लैन कर सकते हो? क्या आप विजिट करे और रिटन में नर्सरी से होते हुए प्लांट परचेस करते हुए वापस आपका जर्नी कंप्लीट कर सकता हूँ?

2.नंदी हिल्स Best Tourist Spots in Bangalore

ये बैंगलोर से 60 किलोमीटर है। डिपेंड करता है बैंगलोर में कहाँ से स्टार्ट करूँ? मैच हार के प्रॉस्पेक्टिव से बता रहा हूँ। आपको 60 किलोमीटर पड़ता है। बेसिकली यहाँ का सनराइज और सनसेट फेमस है। नंदील पहुंचने के लिए आपको बैंगलोर से कम से कम 3:30 बजे निकलना पड़ेगा। मैं तो बोल रहा हूँ कि और जल्दी निकल सकू तो ज्यादा अच्छा है क्योंकि आपको डेढ़ से दो घंटा लगेगा।

वहाँ पहुंचने में 10 वहाँ सुबह सुबह बहुत क्राउड होजाता है। बहुत भीड़ हो जाती है। इसके अलावा नंदी हिल  के आसपास नीचे बहुत सारे कैंपेन ग्राउंड्स भी है। वहाँ पे आप नॉमिनल पैसा देके और नाइट स्पेंड कर सकते हो और सुबह से ट्रैकिंग वगैरह भी कर सकते हो। वो लोग वो सारी डिटेल्स प्रोवाइड करते है तो मुझे जो भी पता है,  इस बारे में आप उन कैंपस में रुककर सुबह से साइकल से भी जा सकते हो या फिर कर सकते हो। नंदी हिल्स  के खुद के भी ऊपर रूम्स है या स्टेज है? तो आप वहाँ पे भी रुक सकते हो और वो भी ऑप्शन अवेलेबल है।

3.मंदागिरी हिल्स Top Attractions and Landmarks मंदागिरी हिल्स के बीच में दोनों में बस 15 किलोमीटर डिफरेंस है। मंदागिरी हिल्स 100 किलोमीटर दूर है बैंगलोर से सो आपको दो घंटा लगेगा पहुँचने में। जैन टेम्पल है। मोर पंख के शेप में मंदिर बना हुआ है। इसकी हाइट है इसके पास में ही है तो आप वो भी देख सकते हो वहाँ पे भी बहुत अच्छा टाइम स्पेंड कर सकते हो जाने के लिए आपको 450 स्टेप्स चढ़ना पड़ेगा। साइड से भी एक रास्ता जाता है, लेकिन हम जब गए थे तो वो अंडर कॉन्स्ट्रक्शन था, आई डोंट नो की वो भी चालू हुआ नहीं हुआ है इसलिए वहां

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आपको यह बंदरगाह से 15 किलोमीटर दूर पड़ेगा यहाँ पे साढ़े सात 100 आपको चढ़नी पड़ेगी बहुत लंबी चढ़ाई है 4000 फिट की ऊँचाई इसकी यहाँ पे ऊपर चढ़ने के बाद आपको और लक्ष्मी नरसिम्हा टेम्पल मिलेंगे। 5:00 बजे एग्ज़ैक्ट पे क्लोज़ होजाते है। गेट्स तो आपको उसके पहले ऊपर पहुंचना पड़ेगा और आपको ऊपर पहुंचने में एक घंटा भी लग सकता है। तो उस टाइम के हिसाब से आप मैनेज करना है।

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4.निकल फॉल्स यहाँ पे आपको पहुंचने में 3.5 घंटा लगेगा और ये यहाँ की Best Tourist Places in Bangalore में से एक हैं ये लगभग 130 किलोमीटर बैंगलोर से दूर हैं। बेस्ट टाइम यहाँ पे अक्टूबर से फरवरी के बीच में होता है। अगर आप रैनी सीज़न में जाते हो तो आपको फोग  देखने को मिलते हैं। वह एक अच्छा exprieance  देता है। अगर आप नॉर्मल सीज़न में जाते हैं जो आपको अक्टूबर से फरवरी के बीच में तो आपको को ऑरेकल राइट्स फॉल्स के बीच में से भी करने को मिलेंगी और ज्यादा टाइम आप वहाँ पे स्पेंड कर सकते हो।

130 किलोमीटर बैंगलोर से तो बिल्कुल आप जा सकते हैं वहाँ पे होके निकल फॉल्स इस आमस टु गो निशाना सो पांचवें नंबर पर हमारी लिस्ट में है चेन्नई केशवा टेम्पल ये सोमनाथपुर में है, सोमनाथ और मैसूर से 40 किलोमीटर पड़ता है और बैंगलोर से 135 किलोमीटर पड़ता है। अगर आप मैसूर की ट्रिप बना रहे हो तो इस जगह को जरूर कंसिडर करें। एक विष्णु टेम्पल है, हिस्टोरिकल साइट है और हौसला आर्किटेक्चर आपको यहाँ पे देखने को मिलेगा। ये लॉजिकल डिपार्ट्मेन्ट ऑफ इंडिया के अंदर प्रिज़र्व जगह है तो यहाँ पे बहुत अच्छी कार वगैरह आपको देखने को मिले गी तो आप फैमिली के साथ यहाँ पे जरूर जाएं।

 

Wildlife photography tips for Pamed Wildlife


पामेड़ वन्य जीव अभ्यारण Pamed wildlife : Chhatisgarh tourism

Pamed Wildlife sanctuary
Wildlife photography tips for Pamed Wildlife Sanctuary”

छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में स्थित Pamed वन्य जीव अभ्यारण एक प्रमुख वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी है जहां आप वन्य जीव अभारण्य को देख सकते हैं प्राकृतिक सौंदर्य एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रसिद्ध पामेड़ Pamed वन्य जीव अभ्यारण अपने प्रमुख जैव विविधता के लिए जाना जाता है यहां पर आपको कई जीव जंतु देखने को मिलते हैं जिनमें से प्रमुख wild buffalo जंगली भैंसा चिता , बाघ हिरण , सियार जैसे वन्य जीव मौजूद हैं यह वन्य जीव अभ्यारण छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला में स्थित है जंगल सफारी एवं पर्यटन के लिहाज से लोगों का आकर्षण बना रहता है और लोग जंगल सफारी एवं प्रकृति से प्रेम करने वाले लोगों के लिए विशेष स्थान रखता है लोग यहां प्रकृति का नजारा एवं वन्य जीव जंतु को देखने के लिए आते हैं

भौगोलिक दृष्टिकोण Pamed Wildlife Sanctuary flora and fauna

पामेड़ Pamed Wildlife sanctuary जीव अभ्यारण लगभग 300 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है जिसकी स्थापना सन 1983 ईस्वी में किया गया था, यह अपने राजकीय पशु जंगली भैंस के लिए प्रसिद्ध है

और यह वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत स्थापना किया गया है अगर इसकी सीमांत क्षेत्र की बात करें तो तेलंगाना आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र के क्षेत्र इसकी सीमावर्ती क्षेत्र लगते हैं पामेड़ के आसपास की जंगल मिश्रित प्राणपति वन है जिसमें तरह-तरह के वनस्पति पेड़ पौधे मौजूद हैं जिनमें से सागवान , साल, शीशम,महुआ,जैसे घने जंगल नदी नाले एवं कई तरह के पक्षी इस जंगल में विचरण करते हैं इसके साथ-साथ इंद्रावती नदी का प्रवाह भी इसके सीमावर्ती इलाके से गुजरती है जो की यहां की भौगोलिक दृष्टिकोण एक महत्वपूर्ण हिस्सा देखा जा सकता है

यहां की जैव विविधता और जंगल

मिश्रित एवं सूक्ष्म परणपति वन होने के साथ-साथ इस जगह पर जैव विविधता और जंगल छत्तीसगढ़ के अन्य इलाकों की तुलना में अधिक और घना है इस जगह के प्रमुख पेड़ों की बात करें तो साल बस महुआ सागवान जैसे कई मूल्यवान पेड़ हैं साथ ही कई ऐसे औषधि पेड़ भी है इसके निर्माण से कई दावों का निर्माण किया जाता है इसके साथ-साथ यहां के जंगलों में निवास करने वाले स्थानीय आदिवासी समुदाय जो की आर्थिक और संस्कृत महत्व रखती है जो जल जंगल जमीन को बचाए हुए हैं यदि जीव जंतु को बात करें तो यहां के जलवायु के अनुसार यहां पर कई तरह के जीव जंतु पाए जाते हैं जिनमें से यहां के प्रमुख जंगली भाषा चीता बाघ हरि पक्षी के कई सारी प्रजातियां इस जगह पाई जाती है

पर्यटन स्थल Pamed wildlife sanctuary and Tourism

नए साल के आगमन के साथी प्रकृति प्रेमी एवं पर्यटक बड़ी संख्या में ऐसी जगह आना पसंद करते हैं और प्रकृति का लुफ्त उठाते हैं वैसे में यदि बात करें पेमेंट वन्य जीव अभ्यारण की तो यह एक बेहद प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है

जहां पर लोग जंगल सफारी का मजा ले सकते हैं उसके साथ-साथ यहां पर ट्रैकिंग वर्ल्ड वाचिंग जैसे कहीं गतिविधियों का मजा ले सकते हैं परंतु बाड़मेर राष्ट्रीय अग्रणी आने से लोगों को थोड़ा डर सा बना रहता है क्योंकि यह क्षेत्र को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है जिसकी वजह से पर्यटक इस जगह आने से डरते हैं परंतु स्थानीय प्रशासन एवं सरकार के तहत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उनके सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है

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समुदाय एवं उनका रहन-सहन  comunity

बस्तर संभाग में होने के वजह से और यह जंगलों के बीचो-बीच साथी वन्य जीव अभ्यारण के आसपास मौजूद ऐसे छोटे-छोटे कबीले गांव मौजूद हैं जहां पर यहां के स्थानीय समुदाय छोटे-छोटे गांव में विभक्त होकर रहते हैं

Trible status और उनका सामुदायिक जीवन रहन-सहन की बात कर तो बहुत ही सरल एवं सीमित संसाधनों के साथ यहां पर जीवन बसर करते हैं यहां के स्थानीय समुदाय की बात करें तो यहां लगभग गोंद एवं उड़िया जनजाति निवास करती है और वह जंगल के संसाधन पर निर्भर रहती है

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कोयंबटूर यात्रा गाइड Coimbatore travel guide

Coimbatore travel guide || Places to visit in coimbatore 
Coimbatore travel guide || Places to visit in coimbatore

तमिलनाडु का एक आकर्षित पर्यटन शहर जो जाना जाता है Coimbatore tourist places ,Coimbatore tourism जिसमे आज आपलोग को places to visit in Coimbatore के बारे में बताएँगे कोयंबटूर  एक पर्यटन स्थल है एक बेहत आकर्षक जगह है जो पर्यटक को अपनी और आकर्षित करती है यहाँ पर कई ऐसे बेहत रोमांचिक जगह और प्राचीन मंदिर स्थित है जैसे पेरुर मंदिर ,बाटनिकल गार्डन,उटी,और नीलगिरी बेहत देखने योग्य जगह है | इसके साथ ही यहाँ की संस्कृति एवं त्योहारों का अपना ही मजा है यहाँ पर आने का सबसे अच्छा समय अक्तूबर से मार्च तक तक का होता है आप अपने परिवार के साथ इस जगह एक बेहतरीन यात्रा का अनुभव कर सकते हैं |

 

कोयंबटूर में घूमने के लिए  05  जगह  (Best places to visit in Coimbatore)

Coimbatore तमिलनाडु का सबसे प्यारा जगह है जहाँ पर्यटक बार बार आना पसंद करते हैं दक्षिण भारत की सबसे लोकप्रिय एवं इसे दक्षिण भारत का मानचेस्टर भी कहा जाता है | चलिए कुछ ऐसे बेहतरीन जगह के बारे में जानते हैं जिसे Best places to visit in Coimbatore  प्रमुख आकर्षण भी कहा सकता है

Coimbatore travel guide || Places to visit in coimbatore 

  1. मारुडामलाई मंदिर: जिसे यहाँ के लोग भगवान मुरुगन को पूजते हैं |
  2. पेरूर पाटीस्वरा मंदिर: ऐतिहासिक एवं अपने प्राचीन बास्तु कला के प्रसिद्ध  है |
  3. ब्लैक थंडर वाटर पार्क: परिवार के साथ आप इस पार्क में घंटो समय बिता सकते हैं यह पार्क नीलगिरी पहाड़ो के तलहटी पर बनाया गया है |
  4. अनामलाई टाइगर रिजर्व: जंगल प्रेमी के लिए यह अनामलाई टाइगर रिजर्व जगली जानवर एवं जंगल को करीब से जानने के लिए बेहत खास है |
  5. कोवई कुत्रालम जलप्रपात: कोयम्बतूर शहर से लगभग 35 किलोमीटर की दुरी में स्थित एक खुबसूरत जलप्रपात है |

Things to do in Coimbatore |Coimbatore travel guide || Places to visit in coimbatore

यदि आप तमिलनाडु की यात्रा में है और आपने Coimbatore में stay किये हैं तो चलिए जानते हैं की Coimbatore में Things to do in Coimbatore क्या दिलचस्प गतिविधियाँ कर सकते हैं

Coimbatore travel guide || Places to visit in coimbatore 

  • प्रकृति की सैर जब आप Coimbatore की यात्रा में हैं सबसे पहले आप वहां की पर्यटन के बारे में जानने के लिए उत्सुक होंगे ऐसे में आप सबसे पहले प्रकृति की शैर के बारे में सोचे और मनौत्सुक रहें |
  • प्राचीन मंदिर ,एवं प्रसिद्ध मंदिरों की यात्रा करें उसके बारे जाने
  • यहाँ की संस्कृति धरोहर एवं खान पान के बारे में समझने का प्रयास करें अपने यादगार तस्वीरे केन्द्रित करें |

कोयंबटूर में घूमने की जगह Coimbatore sightseeing | Specific Attractions

  1. Perur Pateeswarar Temple यह मंदिर यहाँ की बास्तु कला की सबसे प्राचीन और एक गजब की कला कारी देखेने लायक है जो काफी जटिल एवं आकर्षित है |
  2. Dhyanalinga Coimbatore
  3. Nilgiri Mountains नीले पहाड़ के रूप में जाना जाता है इसलिए इसे नीलगिरी पर्वत भी कहा जाता है और यह दक्षिण भारत का पर्वत श्रिंखला का सबसे प्रसिद्ध पर्वत श्रंखला है जो तमिलनाडु राज्य में फैला हुआ है | यह हरे भरे पहाड़ो एव, चाय के बागानों से भरा पड़ा है | UNESCO में विश्व धरोहर के रूप जाना जाता है
  4. Kottai Easwaran Temple यह मंदिर स्थानीय लोगों का एक प्रमुख मंदिर है और इसमें भगवान शिव की पूजा की जाती है और धार्मिक दृष्टीकोन से अति महत्वपूर्ण है जो दक्षिण भारतीय कला कृति का एक भव्य नमूना है

कोयंबटूर से आसपास के स्थानों के लिए यात्रा

  • Coimbatore sightseeing के बाद यदि आप इसके आस पास जगह के बारे में जानना और घूमना चाहते हैं तो कई ऐसे जगह हैं जहाँ आप जा सकते हैं जिनमे से प्रसिद्ध  उधगमंडलम (ऊटी), कूनूर, आदि इस इलाके के प्रमुख हिल स्टेशन व् पर्यटन स्थल है आप टैक्सी या ओला बुक करके सीधे आ सकते हैं | इसके साथ साथ कोयंबटूर के बारे में जानने के लिए https://www.tamilnadutourism.tn.gov.in पर्यटन से जुडी जानकारी ले सकते हैं |

कैसे पहुचे सकते हैं How to reach Coimbatore

कोयंबटूर (Coimbatore) तक पहुँचने के कई तरीके हैं, यदि आप Coimbatore की यात्रा में आ रहे हैं तो और आपको किस माधयम से आना आसान होगा तो चलिए आपको आगे बताते हैं 

1. हवाई मार्ग (Air Travel)

  • आप के पास बजट है और आप घंटो में पहुचंना चाहते हैं तो आप हवाई मार्ग चुन सकते है आप सीधे Coimbatore International Airport आ सकते हैं यहाँ आने के लिए कई घेरेलु उड़ाने जैसे दिल्औली मुंबई चेन्रनई जैसे शहरो से सीधे  हवाई सुविधा उपलब्ध है उसके बाद  आप अपना डेस्टिनेशन तक जा सकते हैं 

2. रेल मार्ग (Train Travel)

  • तमिलनाडु की कोयंबटूर रेलवे स्टेशन  एक प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन है और यहाँ आप सीधे रेल के माध्यम से आ सकते है कई प्रमुख शहर जैसे मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरू, चेन्नई से सीधी ट्रेन आती है |

3. सड़क मार्ग (Road Travel)

  • बस: के माध्यम से आप सीधे  कोयंबटूर तक आ सकते रोड नेटवर्क बहुत अछा है और रोड की यात्रा से आपको जगह की भी जानकारी जयादा होती है आप एक Advanture के साथ आ  कोयंबटूर पहुँच सकते हैं |