Kark Rekha in India कर्क रेखा भारत के इन राज्यों से होकर गुजरता है

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Kark Rekha in India

Kark Rekha in India कर्क रेखा भारत के इन राज्यों से होकर गुजरता है

हेल्लो दोस्तों आज के इस लेख कर्क रेखा  Kark Rekha in India के बारे में बताने जा रहे हैं जो की भारत के आठ राज्यों से होकर गुजरती है  जिसे “काल्पनिक रेखा ” भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण भूगोलिक रेखा है जिसका प्रभाव भारत के मौसम और जलवायु पर होता है। यह रेखा भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग को दिखाती है, साथ ही चार ऋतुओं: वसंत, ग्रीष्म ऋतु, बारिश और शरद ऋतु। कर्क रेखा का अक्षांश लगभग 23.5 डिग्री उत्तर है और देश के उत्तरी और दक्षिणी हिमालयों के बीच की कल्पना रेखा को दिखाता है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उस स्थान को बताता है जहाँ सूर्य की किरणें सीधे नीचे

netarhat kark rekha

पड़ती हैं और कैसे यह जलवायु और मौसम पर प्रभाव डालता है। कर्क  रेखा भारत Kark Rekha in India के कई राज्यों से गुजरती है, जैसे गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, दिल्ली, पश्चिमी बंगाल और अन्य। कर्क रेखा इन राज्यों के जलवायु और मौसम पैटर्न पर प्रभाव डालती है। कर्क रेखा के नीचे पड़ने से उत्तरी भारत में वसंत ऋतु की शुरुआत होती है, जब तापमान बढ़ता है और फसलों की खेती होती है। यह रेखा ग्रीष्म ऋतु में गर्म होती है, जिससे उत्तरी भारत में अधिक तापमान और जलवायु

परिवर्तन होते हैं। वर्षा ऋतु में, कर्क रेखा के पास आने से अधिक बारिश होती है, और इस समय उत्तरी भारत में मॉनसून का आगमन होता है। यह रेखा शरद ऋतु में नीचे जाती है, जब तापमान फिर से कम होता है और ठंडा होता है, जिससे मौसम और जलवायु बदलते हैं। कर्क रेखा भारतीय भूगोल (Indian Geography)का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो जलवायु और मौसम को समझने में मदद करती है और खेती, वनस्पति और जीवन के अन्य हिस्सों पर भी प्रभाव डालता है।

कर्क रेखा भारत Kark Rekha in India के आठ राज्यों से गुजरती है। ये राज्यों के नाम हैं:

1.गुजरात 2. राजस्थान 3. मध्य प्रदेश 4. छत्तीसगढ़ 5. झारखंड 6. दिल्ली स्थित विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (NCT) 7. झारखंड 8. वेस्ट बंगाल कर्क रेखा भारत के माध्यम से गुजरने से मौसम और जलवायु पर प्रभाव पड़ता है, जो दिन और रात की लम्बाई, गर्मियों और शीतकाल के बीच की ऋतुओं के आगमन को बताता है। इसका अक्षांश लगभग 23.5 डिग्री उत्तर है, जो भूमि के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से को बताता है और मौसम और जलवायु के परिवर्तनों को समझने में मदद करता है।

कर्क रेखा झारखंड के कितने जिलों से होकर गुजरती है ?

झारखंड में कर्क रेखा पश्चिम से नेतरहाट से प्रवेश करती है और रांची के मानडर से ओरमांझी होते हुवे बंगाल में प्रवेश करती है झारखंड के 05 जिलों के 05 जिलों से होकर गुजरती है कर्क रेखा ……

  1. लातेहार
  2. गुमला
  3. लोहरदगा
  4. रांची
  5. रामगढ

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Kark Rekha in India

भारत के बीचो बीच  से गुजरने से मौसम और जलवायु पर प्रभाव पड़ता है, जो दिन और रात की लम्बाई, गर्मियों और शीतकाल के बीच की ऋतुओं के आगमन को बताता है। इसका अक्षांश लगभग 23.5 डिग्री उत्तर है, जो भूमि के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से को बताता है और मौसम और जलवायु के परिवर्तनों को समझने में मदद करता है।

कर्क रेखा कितने जिलों से होकर गुजरती है jharkhand

जी हाँ दोस्तों झारखंड के पश्चिम में स्थित लातेहार जिला के प्रखंड महुवातांड में स्थित नेतरहाट के जंगलों से होकर गुजरता है कर्क रेखा झारखंड के गुमला,लातेहार,लोहरदगा,रांची,रामगढ जिलों से होकर गुजरता है |

FAQ-
कर्क रेखा किसे कहते हैं ?

दक्षिणी गोलार्थ में भी एक रेखा होती है जिसे मकर रेखा कहते हैं और मकर रेखा से कर्क रेखा की बीच की दुरी  उष्ण कटिबंधीय कहा जाता है जिसे कर्क रेखा कहते है

कर्क रेखा का मतलब क्या है?

पृथ्वी के पांच रेखावों में से एक जो मानचित्र पर परिलक्षित होती है | और यह पृथ्वी की उतरतं  अक्षांश रेखा है और यह दोपहर के समय सूर्य लम्बवत चमकता है