beautiful Waterfall Near Ranchi Jharkhand | nearest waterfall in ranchi

beautiful Waterfall Near Ranchi Jharkhand

राज्य के प्राकृतिक सुन्दरता को निखारने में वॉटरफॉल सबसे प्रमुख भूमिका निभाता है हेल्लो  दोस्तों आज के इस लेख में Jharkahnd के रांची के आस पास में मौजूद nearest waterfall in ranchi,  beautiful Waterfall Near Ranchi Jharkhand | How many waterfall in Jharkhand वॉटरफॉल के बारे  बताएँगे | आपको पता है की  हर राज्य के पर्यटन में वंहा के वॉटरफॉल उस राज्य का सबसे खुबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में अपनी भूमिका निभाता है

की प्राकृतिक सुंदरता में से कई सुंदर झरने हैं, जो राज्य की खूबसूरती को और भी बढ़ाते हैं। झारखंड के कुछ प्रमुख झरनों के बारे में निम्नलिखित लेख में विस्तार से चर्चा की जाएगी:

        हुंडरू जलप्रपात (Hundru fall)

  1. हुंडरू झरना:  झारखंड की राजधानी रांची के पास हुंडरू झरना एक प्रमुख झरना है। यह सुबर्णरेखा नदी में स्थित लगभग  98 मीटर (322 फीट) की ऊंचाई से गिरता है। पिकनिक स्पॉट के रूप में यह लोकप्रिय है क्योंकि चारों ओर हरियाली है। हुन्डरु फॉल राजधानी रांची से लगभग 48 किलोमीटर दुरी पर स्थित है | हुन्डरु फॉल जाने के लिए आप बस, ऑटो या  बाइक का इस्तेमाल कर सकते हैं

         जोन्हा जलप्रपात (Jonha falls)

  1. जोन्हा झरना (गौतमधरा के नाम से भी जाना जाता है) :  झारखंड का एक और सुंदर झरना जोन्हा झरना है, जो रांची से लगभग चालीस किलोमीटर दूर है। यहाँ घने जंगलों से घिरा है, जो पर्यटकों को शांत करता है। झरना लगभग 43 मीटर या 141 फीट की ऊंचाई से गिरता है।

         दसम फॉल जलप्रपात (Dasam fall)

  1. दसम  झरना:  रांची से लगभग 74  किलोमीटर की दूरी पर दस्सम झरना है। यह कांची नदी से बनता है, जो होर्शू-शेप्ड झरने के लिए जाना जाता है। यह खूबसूरत झरना लगभग 44 मीटर (144 फीट) की ऊंचाई से गिरता है और इसके दृश्य सुंदर हैं।

         सीता फॉल जलप्रपात (Sita fall)

  1. सीता झरना (Sita Falls):  झारखंड के  सीता झरना है। रांची से 40 किलोमीटर यह राघू  नदी पर राघु पर स्थित है जो स्वर्णरेखा नदी की  एक उपनदी है  चारो ओर  जंगल से घिरा है।  और यह जलप्रपात जोन्हा  वॉटरफॉल के नजदीक में स्थित है साथ ही माता सीता का एक मंदिर भी इस वॉटरफॉल के पास स्थित है |

        पंचघाघ जलप्रपात ( Punch ghagh)

  1. पंचघाघ झरना:  पंचघाघ झरना खुंटी से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है। इसकी पांच धाराएँ एक झरना बनाने के लिए मिलती हैं। यह जलप्रपात पांच नदी का संगम है इसलिए इसे पंचघाघ जलप्रपात भी कहते है |

       लावापनी जलप्रपात (Lawapani fall)

6.लावापनी जलप्रपात : झारखंड के लोहरदगा जिले में पेशरार प्रखंड में स्थित लावापनी जलप्रपात अपने प्रकृति सौदर्य एवं कल कल करती झरना की आवाज के  लिए लावापनी जलप्रपात लोगो को अपनी और हमेशा आकर्षित करती है |

      हिरनी जलप्रपात

7.हिरनी फॉल जलप्रपात :रांची से लगभग 58  किलोमीटर की दुरी में स्थित हिरनी जलप्रपात अपने मनमोहक एवं पिकनिक स्पॉट के लिए प्रसिद्ध हैं और यंहा हर साल नए वर्ष में लोगो का बहुत अधिक भीड़ होता है चारो ओर जंगलो से घिरा हिरनी  जलप्रपात  सबको अपनी और आकर्षित करती है |

लोध फॉल (बुढा घाघ )  झरना (Lodh Waterfall):Highest Waterfall in Jharkhand झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है |

झारखंड के रानी नेतरहाट के हरे-भरे परिदृश्य में बसा लोध झरना प्रकृति की अछूती सुंदरता का सबूत है। यह जलप्रपात Jharkhand के सबसे  ऊँचा है, जो सबको  अपनी ओर आकर्षित करता है  लोध फॉल्स (बुढा घाघ )लगभग 143 मीटर (469 फीट) की ऊंचाई के साथ झारखंड  के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है.  झारखंड के लातेहार जिले में स्थित लोध जलप्रपात एक प्राकृतिक आकर्षण है   बुढा घाघ नदी में स्थित यह नदी आगे जाकर सुगबांध जैसे पर्यटक स्थल का निर्माण करता है |

Waterfall in Jharkhand झारखंड के प्रमुख जलप्रपात

झारखंड राज्य में झरने एकमात्र प्राकृतिक सौंदर्य स्थल हैं। झारखंड में प्रसिद्ध सात nearest waterfall in ranchi जो प्रसिद्ध झरनों  में से एक है जिसका यहाँ उल्लेख है:
  1. हुंडरू  झरना: यह झारखंड की  रांचीसे  ऊँचाई लगभग 98 मीटर (322 फीट) है। यह सुबर्णरेखा नदी पर स्हैथित , जो खुले आसमान में बहती है।
  2. जोन्हा झरना: यह झारखंड की राजधानी रांची के पास में ही है और इसकी ऊँचाई लगभग 43 मीटर (141 फीट) है। यह घने जंगलों में एक प्राकृतिक के गोद में स्थित  स्थान है।
  3. दस्सम झरना: स्थान: झारखंड का तैमारा जंगलों  के मध्य एवं ऊंचाई : लगभग 44 मीटर (144 फीट) रांची से जमशेदपुर जाने वाले रास्ते में पड़ता है |
  4. सिता झरना: झारखंड के  सीता झरना है। रांची से 40 किलोमीटर यह राघू  नदी पर राघु पर स्थित है जो स्वर्णरेखा नदी की  एक उपनदी है  चारो ओर  जंगल से घिरा है।
  5. पंचघाघ वॉटरफॉल  Falls: यह खुंटी झारखंड में है और इसकी ऊँचाई लगभग 10 मीटर (33 फीट) है। यह शांतिपूर्ण वातावरण में पांच धाराओं का एकीकरण है।
  6. लावापनी जलप्रपात  Falls: झारखंड की खुंटी लगभग 55 मीटर (180 फीट) ऊँची है। जुंगल, झारखंड में, एक और प्राकृतिक सौंदर्य है।
  7. राज्रापा झरना: यह हजारीबाग, झारखंड में है, जिसकी ऊँचाई लगभग 10 मीटर (33 फीट) है। राजरप्पा मंदिर के पास है, जो धार्मिक है।

झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाने वाले कुछ महत्वपूर्ण स्थानों में से कुछ ये झरने हैं,जो  झारखंड के प्रमुख जलप्रपात पर्यटकों को आकर्षित करता है । कृपया ध्यान दें कि मौसम और स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर इन झरनों की पहुँच और स्थितियाँ बदल सकती हैं, इसलिए यात्रा की योजना बनाते समय उन्हें देखें और स्थानीय नियमों और मार्गदर्शन का पालन करें।

इसे भी पढ़े (भारत के 10 जलप्रपात के नाम )

और जब आप नदी झरने या जलप्रपात में जाने से पहले उसके बारे में अच्छे जानकारी लेकर ही पर्यटन स्थल पर जाये जिससे की आपके यात्रा में किसी प्रकार का कोई दिक्कत न हो और आप एक रोमांचकारी यादगार पल का आनंद ले सके |

beautiful Waterfall Near Ranchi Jharkhand | How many water falls are there in Ranchi Jharkhand

झारखंड का सबसे ऊंचा झरना  लोध फॉल लातेहार झारखंड का सबसे ऊँचा झरना में एक है | झारखंड झरनों का राज्य है

Jharkahnd Tourism  के बारे में और अधिक जानकारी के लिए visit कीजिये  https://tourism.jharkhand.gov.in/और झारखंड के बारे में और बिस्तार से जाने

झारखंड का जलप्रपात सबसे ऊँचा कहाँ है

  • jharkahnd के लातेहार जिला में स्थित बुढा घाघ जलप्रपात झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है जो लगभग 143 मीटर (469 फीट) की ऊंचाई के साथ झारखंड  के सबसे ऊंचे झरनों में से एक है

Rajgir MeGhumne ki Jagah | बिहार का सबसे लोकप्रिय स्थल राजगीर पर्यटक स्थल

Rajgir Me Ghumne ki Jagah

Rajgir Me Ghumne ki Jagah | बिहार का सबसे लोकप्रिय स्थल राजगीर पर्यटक स्थल

हेल्लो दोस्तों आज इस लेख के माध्यम  से Rajgir Me Ghumne ki Jagah के बारे में बताने जा रहा हूँ  , राजगीर बिहार राज्य में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थान है। और यह नालंदा जिला में पड़ता है | यह स्थान ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक महत्व रखता है। इसलिए धार्मिक लोग राजगीर जाना पसंद करते हैं राजगीर  बौद्ध और जैन धर्मों के महात्मा बुद्ध और महावीर, जिन्होंने यहाँ अपने उपदेश दिए थे, के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

गृद्धकूट पर्वत, जिसे “प्रेच्छानकूट वन” भी कहा जाता है, बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का स्थान है। Rajgir Tourist Place of Bihar | राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थल बिहार के पर्यटन स्थल में से एक है और यहाँ प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरणीय शांति का आनंद लिया जा सकता है। बौद्धों के लिए भी विश्व शांति स्तूप महत्वपूर्ण है। राजगीर के आसपास पर्यटकों के लिए प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर उद्यान, तालाब और गुफाएं हैं। यह धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जो भारतीय संस्कृति और इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ह

राजगीर : बौद्ध और जैन धर्म | राजगीर पर्यटक स्थल राजगीर में घुमने का जगह

Rajgir भारत के बिहार राज्य में एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह स्थान प्राचीन भारतीय इतिहास से जुड़ा हुआ है और बौद्ध और जैन धर्मों के द्वितीय और चौथे तीर्थंकर के विशेष स्थान माना जाता है। राजगीर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण विवरण निम्नलिखित हैं:

1.ऐतिहासिक महत्व: राजगीर बहुत पुराना है। यह स्थान भगवान महावीर, महान जैन तीर्थंकर चाँद्रप्रभ और बौद्ध धर्म के गुरु गौतम बुद्ध के काल में बहुत महत्वपूर्ण था। भगवान बुद्ध का संग्रहालय भी इसका नाम है।

2.गृद्धकूट पर्वत: राजगीर के पास एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थान है, गृद्धकूट पर्वत। यहाँ भगवान बुद्ध ने अपनी उपदेश दी थी, जिसे “प्रेच्छानकूट वन” भी कहा जाता है।

3.जैन तीर्थंकर के स्थल: राजगीर में महान जैन तीर्थंकर चाँद्रप्रभ का जन्म हुआ था. यहाँ जैन पिलगाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंदिर है।

4.बौद्ध धर्म के संग्रहालय: राजगीर में बौद्ध धर्म के संग्रहालय में दर्शनीय आदिकार्य, चित्रकला, और प्राचीन रिशिकुलों की मूर्तियां हैं।

5.रोपेवे : राजगीर में स्थित यह प्रकृति की सैर का स्थान है, जहां आप रोपवे के साथ पहाड़ों पर्वतीय दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

7.उद्यान और प्राकृतिक सौंदर्य: राजगीर के आसपास प्राकृतिक सौंदर्य से भरे उद्यान और कई ऐसे धार्मिक स्थल ,ऐतिहासिक जगहे  हैं, जो आपको शांति और स्थिरता का अनुभव कराते हैं राजगीर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थान है जो भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को महत्वपूर्ण बनाता है। धर्म, ऐतिहासिक स्थान और प्राकृतिक

 राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थल|बिहार का सबसे एतेहासिक स्थल राजगीर पर्यटक स्थल

राजगीर पर्यटक स्थल Rajgir tourist spot के कई बड़े आकर्षण हैं, जिनमें से कुछ सबसे बड़े निम्नलिखित हैं:

  1. गृद्धकूट पर्वत (Gridhakut Peak): इस पर्वत पर महात्मा बुद्ध ने अपनी शिक्षाओं को दी थी, इसलिए यह महत्वपूर्ण है। यहाँ से आप रोपेवे इंडिया का आनंद ले सकते हैं और पर्वतीय क्षेत्र की शानदार दृश्यों का भी आनंद ले सकते हैं।
  2. विश्व शांति स्तूप (World Peace Pagoda): राजगीर में बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह स्तूप पर्यावरण की शांति का प्रतीक है, साथ ही हमारे सभी जीवों के लिए शांति की प्राप्ति का भी।
  3. नालंदा विश्वविद्यालय: राजगीर के पास स्थित नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारतीय शिक्षा का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
  4. जैन मंदिर: राजगीर में चाँद्रप्रभ तीर्थंकर की उपासना के लिए कई जैन मंदिर हैं।
  5. वेणु वन (Venu Van): यह एक प्राकृतिक वन है, जो बौद्ध धर्म के गौतम बुद्ध के भाषणों का स्थान है।
  6. गृद्धकूट विहार (Gridhakut Vihar): यह बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण मोनास्टिक संग्रह है, जो बुद्ध के उपदेशों का मुख्य स्थान था।
  7. पिपपर्वा गुफाएं (Pippala Caves): ये गुफाएं बौद्ध धर्म के महात्मा महावीर के आवास के रूप में महत्वपूर्ण हैं।
  8. सप्तपर्णी गुफाएं (Saptaparni Caves): भगवान बुद्ध के बौद्ध धर्म के संग्रहालय के रूप में महत्वपूर्ण हैं, और आसपास के क्षेत्र पर्यावरणीय सौंदर्य के लिए जाना जाता है।

राजगीर एक ऐतिहासिक, धार्मिक स्थान है जो भारतीय संस्कृति और धर्म से जुड़ा हुआ है। और आज के इस लेख में आप Rajgir tourist places in hindi  के माध्ययम आपलोगों को राजगीर के बारे में रु बरु करा रहा हूँ  राजगीर में कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल भी हैं जो पर्यटक को अपने और आकर्षण एवं  देखने के लिए प्रेरित करती है   राजगीर, बिहार में जंगल सफारी बहुत ही दिलचस्प है और आदिवासी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। इस सफारी में आप प्राकृतिक सौंदर्य और अद्वितीय वन्यजीवों के करीबी दर्शन कर सकते हैं।

राजगीर में जंगल सफारी करते समय आपको निम्नलिखित प्रमुख बातें देखने को मिल सकती हैं:Rajgir tourist Places in Hindi

  1. राजगीर वाइल्डलाइफ सफारी : यह महत्वपूर्ण और सुरक्षित स्थान है जहां प्रमुख वन्यजीवों की देखभाल की जाती है। यहाँ आप टाइगर, हाथी, चीता, बाघ और अन्य वन्यजीवों के साथ जंगल में सफारी कर सकते हैं।
  2. झाड़ी दार पौधे  अभयारण्य: राजगीर वन्य जीव में आपको झाड़ी दार पेड़ पौधे ज्यादा देखेने को मिलेगा |
  3. सांकेतिक सफारी: आप वन्यजीवों के पास से गुजर सकते हैं और गाइड से वन्यजीवों के संरक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

राजगीर के जंगल सफारी का अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य आपकी यात्रा को यादगार बना सकता है। ताकि आपकी सुरक्षा सुनिश्चित हो, आपको सफारी के लिए प्राधिकृत गाइड के साथ जाना होगा।

(इसे भी पढ़े यदि आप बिहार की पर्यटन के बारे में जानना चाहते हैं ) Bhimbandh Wildlife Sanctuary

राजगीर टूरिस्ट प्लेस की सूची

1। राजगीर दृष्टिकोण: राजगीर में प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची 2। बौद्ध विश्वास: राजगीर में बौद्ध धर्म के प्रमुख स्थानों का अध्ययन ३। राजगीर की उत्पत्ति: इस स्थान की पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की खोज 4। राजगीर वन सफारी: वनस्पति दर्शन 5। राजगीर का दौरा: 6. भारतीय पर्यटकों के लिए राजगीर की सैर धार्मिक यात्रा: राजगीर के धार्मिक स्थानों का चित्रीकरण सात। बिहार की यात्रा: बिहार राज्य के पर्यटन क्षेत्र 8।

भारत में जैन धर्म: jain तीर्थस्थलों का प्रदर्शन 9। बौद्ध धार्मिक स्थान: 10. बौद्ध संग्रहालयों और स्थानों का अध्ययन राजगीर जैन धर्मशाला: जैन धार्मिक कार्यों के प्रति श्रद्धा के लिए स्थल 11। बिहार का प्राकृतिक आकर्षण: राजगीर के प्राकृतिक स्थानों की चित्रकला 12 राजगीर सफारी मार्गदर्शिका: पूर्ण वन सफारी विवरण 13। राजगीर की महत्वपूर्ण घटनाएँ: स्थान पर हुई प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं का विवरण

राजगीर में घुमने की जगह Rajgir Me Ghumne ki Jagah जिसके नाम :-

जब भी राजगीर की पर्यटन  की बात होती है तो राजगीर में घुमने की जगह सोन भंडार ,राजगीर में घुमने के घोडा का कटोरा ,तापोधार्मा मंदिर,राजगीर का ऐतिहासिक स्थान बिमिबसार जेल,राजगीर का शीशा का ब्रिज ,राजगीर का जरासंध का अखाड़ा,राजगीर का नेचर सफारी ,राजगीर की प्रसिद्ध मंदिर नौलखा मंदिर ,राजगीर का पांडूपोखर जैसे यंहा के प्रमुख पर्यटन के जगह हैं

 

राजगीर में घुमने की जगह में Rajgir Me Ghumne ki Jagah राजगीर पर्यटक स्थल ग्लास ब्रिज | Rajgir tourist places glass bridge पर्यटकों का  आकर्षण का केंद्र बन चूका राजगीर का  ग्लास ब्रिज जिसे राजगीर के नेचर सफारी के जंगलों में बनया गया है यह ग्लास भारत का दूसरा ग्लास ब्रिज है जिसमे एक बार में लगभग 35से 40 व्यक्ति जा सकते हैं  और उचाई 200फिट , लम्बाई 85, और 06 फिट चौड़ा है

shimla and manali tourist palce | | Shimla Best Places of Himachal Pradesh

shimla and manali tourist palce | | Shimla Best Places of Himachal Pradesh

shimla and manali tourist palce | | Shimla Best Places of Himachal Pradesh

उत्तर भारत में सबसे लोकप्रिय और सभी के मनपसंद  जगह कहे जाने वाले शिमला और मनाली (Shimla and Manali) में बेहतर पर्यटक स्थल कौन सा है इस संदर्भ मेरा कहना है की दोनों  हिमाचल प्रदेश के दो सबसे खूबसूरत जगह हैं इन जगहों पर हर साल लाखों पर्यटक प्रकृति की सुन्दरता को देखने के लिए आते हैं

और यह सबसे पसंदीदा जगह भी है ठंड के दिनों में यहां पर स्नोफॉल  snowfall का मजा लिया जाता है वैसे अगर बात करें कि Shimla और  Manali में बेहतर पर्यटक स्थल कौन सा है तो दोनों अपने-अपने जगह में अपने खास है, आपको बता दे की मनाली जो है वह प्रकृति सुंदर और खेल मनोरंजन के माध्यम से आप इस जगह पर जा सकते हैं आपको इस जगह पर कोई डिस्टर्बिग नहीं होगा क्योंकि यह दिन भर वाले इलाकों से दूर है manali

और कम भीड़भाड़  वाले इलाके होने की वजह से यहां पर cycle ride, Skating  जैसे आप मजा ले सकते हैं परंतु शिमला एक crowd भीड़भाड़  वाले इलाका है और यह हिमाचल प्रदेश की राजधानी है इस वजह से यहां पर भीड़ बहुत अधिक होता है,

मनाली में घूमने का सबसे अच्छा समय Best time to visit Manali

जी हां दोस्तों हिमाचल प्रदेश  Himachal Pradesh के मनाली में घूमने का सबसे अच्छा समय दिसंबर से मार्च तक माना जा सकता है हर साल लाखों की तादाद में सैलानियों अपने परिवार फैमिली के साथ इस जगह आते हैं और काफी अच्छा समय व्यतीत कर एक रोमांचित अनुभव के साथ यहां से जाते हैं तो इस blogs पोस्ट के माध्यम से आज आपको हम बताते हैं कि  मनाली में घूमने का सबसे अच्छा समय क्या होता ह

मनाली में बेहतर पर्यटक स्थल

मनाली में सबसे घुमने का सही समय फरवरी को  माना जाता है जी हां दोस्तों फरवरी के लास्ट महीने में जब आप मालानी घूमने जाते हैं तो आपको बर्फ़बारी  का आनंद देखने को मिलता है, मनाली में प्रकृति सुंदर और मनोरजक खेल के माध्यम से स्केटिंग करने का मौका मिलता है,

शिमला जाने के लिए सबसे बेहतर समय Best Time To Visit Shimla

शिमला {shimla} जाने के लिए सबसे बेहतर कौन सा महीना होता है इस संबंध में आपको मैं बताना चाहूंगा कि यदि आप हिमाचल प्रदेश घूमने जाना चाहते हैं तो उसमें से आप शिमला या मनाली को चूज कर सकते हैं, यदि आप खेल मनोरंजन और प्राकृतिक दृश्य देखना चाहते हैं तो आपको मालानी जाना चाहिए परंतु आपको थोड़ा सा रोमांटिक इतिहास संस्कृत आकर्षण जैसे जगह का रुचि रखते हैं तो आपको शिमला जाना चाहिए स्थिति में आप दो जगह को चुनाव कर सकते हैं और अपने समय को एक अनुभव प्रदान कर सकते हैं

क्या शिमला और मनाली एक ही है

जी हां दोस्तों इस क्वेश्चन से काफी कंफ्यूजन सामने आती है इस स्थिति में आपको बता दे कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला है और शिमला से मनाली की दूरी जो है 270 किलोमीटर है इसलिए शिमला और मनाली की दूरी जो है काफी दूर है इन दोनों में कोई ज्यादा आमना सामना नहीं है काफी दूर होने की वजह से इसमें जमीन आसमान का फर्क है,

इसे भी पढ़े (नेतरहाट एक सुंदर प्राकृतिक स्वर्ग जैसा नजारा)

शिमला में बर्फबारी कब होता है  When does it snow in Shimla

जनवरी माह के खत्म होते ही फरवरी के आगमन से शिमला में स्नोफॉल या बराबरी का आनंद लिया जा सकता है उसे समय स्नोफॉल अपने चरण सीमा में होता है और यहां का खूबसूरती और चांद-कर लगा देता है हालांकि उसे समय ठंड बहुत अधिक होता है इसलिए जब भी इस समय यदि आप शिमला आते हैं तो अपने साथ ठंड का पूरे समाज साथ लेकर आए और अपने शानदार समय को शानदार बनाएं

शिमला और मनाली के प्राकृतिक आकर्षण का केंद

व्रत के छात्रों से उड़े हुए एवं उत्तर भारत के सबसे ज्यादा घूमे जाने वाला पर्यटक स्थल शिमला और मनाली है जी हां दोस्तों शिमला और मनाली में प्रकृति के कुछ ऐसे दृश्य हैं जिसे देखने के लिए लोग इस जगह आया करते हैं इसमे में से पैराग्लाइडिंग घाटी स्केटिंग, रोहतांग दर्रा व्यास कुंड जैसे यहां के प्रमुख जगह है

जहां लोग जय पसंद करते हैं आपको बता दें कि पहाड़ी क्षेत्र होने एवं इन जगहों पर चारों ओर चीड़ का वन आपको देखने को मिलता है चीड़ का वन से इन जगहों का सुंदरता में और अधिक चार चांद लग जाती है इसके साथ-साथ यहां पर धार्मिक स्थल भी हैं जैसे जाखू मंदिर, कुफरी, व्यास कुंड जैसे धार्मिक स्थल मौजूद है जहां पर लोग जाते हैं

एडवेंचर के लिए कौन सा बेहतर है मनाली या शिमला

मनाली या शिमला एक ऐसा जगह है जहां पर गर्मी की छुट्टियां हो क्या अन्य मौसम लोग यहां पर आना पसंद करते हैं क्योंकि यहां पर साहसिक खेलों के प्रशंसकों के लिए एक प्रश्न का जगह है इस जगह पर आपको ट्रैकिंग राफ्टिंग कैंपिंग और पर राइटिंग जैसे गतिविधियां आपको देखने को मिलता है खेल प्रेमियों के लिए सबसे अच्छा और सबसे सुरंग का टीका यात्रा कर सकते हैं इस जगह से आपको कुफरी इसकी रिजॉर्ट स्किन और स्नो बोर्डिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान के रूप में भी माना जाता है

कैसे आ सकते हैं शिमला और मनाली shimla or manali

यदि आप भारत के अन्य प्रदेशों से आ रहे हैं तो सबसे पहले आपको भारत की राजधानी नई दिल्ली में आना होगा वहां से आपको बस या ट्रेन या हवाई जहाज के माध्यम से आपको आना होगा यदि आप सड़क मार्ग से आते हैं तो आपको दिल्ली बस स्टैंड से आपको सीधे शिमला के लिए बस मिला जायेगा उसके बाद शिमला से छोटे-छोटे टुकड़ों में जहां भी आपको जाना है

टैक्सी या बस मिल जाएगी उसके उपरांत यदि आप हवाई मार्ग से आते हैं तो आपको कुल्लू मनाली हवाई अड्डा जो कि शहर से लगभग 45 से 50 किलोमीटर दूर है वहां आना होगा और यदि आप रेल मार्ग से आना चाहते हैं तो आपको चंडीगढ़ के रास्ते से होकर आना होगा |

कैंपिंग कर सकते हैं आप शिमला मनाली में

आजकल सोशल मीडिया वीडियो बनाने वाले या यूट्यूब पर को ज्यादातर कैंपिंग करते हैं और भारत के पर्यटक स्थल में जाकर कैंपिंग कर मजा लेते हैं आपको बता दे की शिमला में भी आप कैंपिंग कर अनु को एक्टिविटी कैप्चर कर अपने सोशल मीडिया फैंस को दिखा सकते हैं शिमला और मनाली में से बहुत सी जगह है जहां ऐसे अनेकों एक्टिविटी होती है जैसे रिवर राफ्टिंग स्क्रीन लंबी पैदल यात्रा कैंपिंग पर राइटिंग जैसे एक्टिविटी का आनंद ले और अपने दर्शकों को शेयर करें इस तरह से आप कैंपिंग कर अपना सोशल मीडिया फैंस के साथ अपने एक्सपीरियंस को शेयर कर सकते हैं

(इसे भी पढ़े ) सफर के दौरान कौन-कौन से सामान की लिस्ट रखना चाहिए

मनाली में कपल्स को कब घूमने जाना चाहिए?

कपल्स को घूमने के लिए सबसे सही समय दिसंबर और जनवरी का होता है

दिल्ली से शिमला की दुरी कितना है

मनाली में बर्फ कब गिरता है

मनाली में फरवरी के लास्ट महीने से बर्फ का गिरना शुरू हो जाता है

मनाली में बर्फबारी देखने का सबसे अच्छा समय कब होता है

मनाली में बर्फबारी देखने का सबसे अच्छा समय दिसंबर से मार्च तक का होता है

लोहरदगा में घूमने लायक पर्यटन स्थल Lohardaga Tourist Places in Jharkhand

लावापनी जलप्रपात

झारखंड राज्य में स्थित लोहरदगा जिला है जिसको बॉक्साइट नगरी के नाम से भी जानते हैं  वैसे तो लोहरदगा में घूमने लायक पर्यटन स्थल Tourist places to visit in Lohardaga लोहरदगा में  बहुत अधिक है परन्तु पहले आपको लोहरदगा के बारे में बताते हैं झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लोहरदगा जिला का स्थापना रांची से कटकर हुआ है  यह पहले रांची का अंग हुआ  करता था, “खनिज  संपदा से परिपूर्ण लोहरदगा जिला में बॉक्साइट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है  (Bauxite is found in abundance in Lohardaga district which is full of mineral wealth) साथ ही कई अनेक ऐसे प्राकृतिक पर्यटक स्थल भी है जहां पर लोग भ्रमण करने के लिए हर साल बहुत अधिक मात्रा में आते हैं बॉक्साइट नगरी होने की नाते लोहरदगा में कईलावापनी जलप्रपात

बॉक्साइट की खदानें हैं जहां से बॉक्साइट का खनन होकर बाहर सप्लाई होता है और उससे अल्मुनियम के रूप में हमें लोहा मिलता है इसके साथ-साथ आपको लोहरदगा में के छोटे-बड़े नदी झरने भी आपको देखने को मिलते हैं  (Along with this, you also get to see small and big river waterfalls in Lohardaga) तो आज के इस लेख में आपको लोहरदगा के बारे में बताने की कोशिश करेंगे तो चलिए जानते हैं लोहरदगा के बारे में

लोहरदगा क्यों प्रसिद्ध है (Why Lohardaga is famous)

लोहरदगा बॉक्साइट नगरी के नाम से प्रसिद्ध यहां पर बॉक्साइट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है जिससे जिससे फैक्ट्रियों में जाकर जिससे अलमुनियम की धातु  प्राप्त किया जाता है (Famous as Lohardaga Bauxite city, bauxite is found here in large quantities, from which aluminum metal is obtained by going to factories) लोहरदगा के बगरू पहाड़ में बॉक्साइट प्रधान है जहां से बॉक्साइट पत्थर के रूप में आता है और उसे ट्रक और ट्रेन के माध्यम से दूसरे जगह गया जाता है

लोहरदगा में घूमने की जगह कौन-कौन सी है lohardaga me ghumne ki jagah लोहरदगा की के पांच सबसे खूबसूरत जगह  Tourist Places (Five most beautiful places of Lohardaga )

1.लवापानी जलप्रपात

लावा पानी जलप्रपात लोहरदगा की सबसे प्रसिद्ध और मुख्य आकर्षण का केंद्र है यह जलप्रपात पेसरार प्रखंड में पड़ता है (Lava water waterfall is the most famous and main attraction of Lohardaga, this waterfall falls in pesrar block) जो की सुरक्षा दृष्टिकोण से अति संवेदनशील इलाका माना जाता है फिर भी हर साल सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है यह एक अच्छा पिकनिक स्पॉट है और यहां पर लोग पिकनिक में आने आते हैं

2.केकरांग जलप्रपात

लोहरदगा के (Kekrang Waterfall) बगडू पहाड़ के मध्य स्थित है और यह बानपुर डैम पश्चिम में है  , केकरांग जलप्रपात जाने के लिए आपको लोहरदगा से रास्ते होकर बानपुर के रास्ते होकर जाते हैं एक पक्की रस्ता है तो आप आसानी से जा सकते हैं

 

 

 

 

 

 

 

 

 

3.बानपुर डैम

बगरू पहाड़ी के तलहटी पर स्थित मानपुर डैम जो लोहरदगा का एक मुख्य पर्यटक स्थल के रूप में माना जाता है यह बहुत ही सुंदर और पहाड़ी को तलहटी पर मौजूद है और इसके चारों ओर बगरू पहाड़ी की हिल्स की सुंदर छोटी देखने को मिलता है आप यहां आकर अपना समय निकालकर टाइम स्पेंड कर हैं

4.नंदनी डैम (Nandani Dam)

लोहरदगा जिले में सबसे विशाल  डैम के रूप में नंदिनी दम सबसे प्रसिद्ध है (Nandini Dam is most famous as the largest dam in Lohardaga district) या डैम का मुख्य उद्देश्य यहां की किसान वर्ग के लिए पानी की सिंचाई के रूप में किया गया था जिसे नहर के माध्यम से पानी की निकासी होते हैं और यहाँ के किसान वर्ग इस डैम से नहर के माध्पायम से  पानी का उपयोग करके अपने खेतों में फसल उगाया करते हैं नंदिनी डैम बहुत बड़े  क्षेत्रफल में फैला हुआ है, बहुत बड़े भूभाग में फैले हुए और विशाल  होने के कारण इसके फाटक भी बहुत अधिक है बरसात के दिनों में इस फाटक को  खोल दिया जाता है क्योंकि इस डैम में पानी बहुत अधिक होने की वजह से पानी निकासी किया जाता है

लोहरदगा से नेतरहाट की दूरी (Lohardaga to Netarhat distance) लोहरदगा से सटे हुए जिला गुमला और लातेहार की सबसे खूबसूरत पर्सयटक स्थल  में से एक नेतरहाट जिसकी दूरी लोहरदगा से 184 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है यह एक झारखंड की सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थल में से एक है और इसी झारखंड की “रानी” भी कहा जाता है (It is one of the most beautiful tourist places in Jharkhand and is also known as the Queen of Jharkhand.) लोहरदानी की

लोहरदगा में घूमने लायक पर्यटन स्थल Lohardaga Tourist Places in Jharkhand

लोहरदगा की सबसे प्रसिद्ध जगह लावा पानी जलप्रपात

लोहरदगा का सबसे प्रसिद्ध और दर्शकों का सबसे पसंदीदा जलप्रपात में से एक लवापानी जलप्रपात पेसरार प्रखंड के लावा पानी गांव में जंगल के बीचो बीच स्थित है जोखनपुर जंगल और अतिसंवेदनशील माना जाता है परंतु पर्यटक यहां आते जाते रहते हैं और इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए आते हैं , लावा पानी के झरने चट्टानों के मध्य ऊपर से गिरते हुए नीचे की ओर आते हैं, कहां जाए तू यह बरसात के मौसम में और अधिक दिखाने लायक होता है क्योंकि गर्मी के सीजन में यहां पानी सूख जाता है जिसकी वजह से बहुत कम पानी झरने के रूप में बहती है तो नजर अच्छा नहीं दिखता है परंतु जब बरसात के दिनों में आप यहां देखने को आते हैं तो बहुत वॉटरफॉल का नजारा आपको देखने को मिलता उसेक साथ ही आप लोगो इस लेख के माध्यम से आज कुछ ऐसे जगहों के बारे में जानकारी देता हूँ जिसे आप भी एक्स्प्लोर कर सकते हैं जैसे लोहरदगा में घूमने के लिए सर्वोत्तम स्थान लावा पानी जा सकते हैं ,लोहरदगा में घूमने के लिए सबसे रोमांटिक जगह नंदनी डैम जा सकते हैं ,लोहरदगा में देखने का सबसे प्रसिद्ध ख्लेश्वर धाम जा सकते हैं, लोहरदगा में घूमने लायक आकर्षण का केंद्र 27 no पुल जा सकते हैं ,लोहरदगा का रेलवे स्टेशन के बारे में जान सकते हैं ,लोहरदगा का पर्यटन स्थल में कोराम्बे मंदिर जा सकते हैं, लोहरदगा झारखंड का लोहा नगरी आप बगडू पहाड़ जा सकते हैं ,लोहरदगा शीर्ष स्थल  लोहरदगा से नेतरहाट की दूरी कितनी है इस तरह से आप लोहरदगा के बारे में और अधिक जान सकते हैं उसके लिए आपलोगों को लोहरदगा आना होगा |

झारखंड की मल्लिका इसे भी पढ़े नेतरहाट

 

FQA-

लोहरदगा में क्या प्रसिद्ध है ? उतर लोहरदगा का सबसे प्राचीन शिव मंदिर है जिसका नाम अखिलेश्वर धाम है यह लोहरदगा के भंडरा प्रखंड में पड़ता है

लोहरदगा में क्या पाया जाता है  ?उतर लोहरदगा में  बोकसाइड पता जाता है

 

Bheem bandh vanya Jeev Abhyaran kahan hai भीमबांध क्यों प्रसिद्ध है

Bheem bandh vanya Jeev Abhyaran kahan hai

बिहार के मुंगेर जिले में स्थित ” Bheem bandh vanya Jeev Abhyaran kahan hai भीमबांध क्यों प्रसिद्ध है Bhimbandh Wildlife Sanctuary”भीमबांध वन्यजीव अभयारण्य एक रिजर्व फॉरेस्ट है जो लगभग 683 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के दक्षिण पश्चिम में फैला हुआ है और यह खड़कपुर पहाड़ियों के परस्पर जुड़ा हुआ है जो बिहार के जमुई, लखीसराय और मुंगेर के बोर्डर सटा हुआ है । भीम बांध एक Tourist Place  है और यहां पर साल भर पर्यटकों  आना जाना लगा रहता है, भीमबांध को “ Hotspring”के नाम से भी जानते हैं क्योंकि भीमबंध में गर्म पानी कुंड  है  इसी वजह से भीम बांध के तलहटी इलाकों में गरम पानी का स्रोत है और जगह जगह गर्म पानी निकलता है।

 महाभारत काल  से जुड़ा हुआ है  Bhimbandh Wild Life Sanctuary की कहानी?

Bhimbandh wildlife sanctuary का कहानी महाभारत काल से ही जुड़ा हुआ ऐसा माना जाता है कि पांडवों ने इसी भीम बांध के इलाके में अपना अस्थाई आश्रय बनाया था और पांडवों में से सबसे बड़े भीम यहां के गर्म जलधारा कि कुंड के रूप में एक बांध का निर्माण कराया था जिसके अवशेष देखने को मिलते हैं आज भी उसी बांध के नाम पर इस जगह का भीम बांध नाम रखा गया

भीमबांध क्यों प्रसिद्ध है (bhimbandh abhyaran) bheem bandh vanya jeev abhyaran kahan hai

गर्म कुंड के लिए मशहूर एवं साल भर इस जगह से गर्म पानी निकलता है मुंगेर जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित भीम बांध पहाड़ियों से गिरा हुआ भीमबांध एक प्राकृतिक एवं दर्शनीय स्थल है जहां गर्म झरने के साथ-साथ आपको वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का आनंद देखने को मिलता है यह मुंगेर जिले में पड़ता है

bhimnandh

(Bhimbandh is a natural and scenic spot where along with the hot spring you get to enjoy the Wild Life Century, it falls in Munger district)और यह खड़कपुर जानवरों के परस्पर तक क्षेत्र तक फैला हुआ है नजदीकी जिला जमुई से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खड़कपुर हवेली के नजदीक में ही  वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भीम बांध स्थित है इसके अतिरिक्त आपको यहां कई कुंड आपको देखने को मिलेंगी जैसे सीता कुंड ऋषि कुंड पंच कुमारी रामेश्वर कुंड खड़गपुर हवेली जैसे अनेक पर्यटक स्थल अपने पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करती है,

भीमबांध bhim bandh  वन्य जीव अभयारण्य में कोन-कोन से वन्य जीव पाए जाते हैं?

बात करें इसमें पाए जाने वाले वन्य जीव प्राणी की तो इसमें सबसे पहले खरगोश, बंदर, चीता,मोर,भालू ,जंगली सूअर ,तेंदुआ, बाघ, हिरण, जैसे अनेकों जीव जंतु आपको यहां पर देखने को मिलते हैं

भीमबांध अभ्यारण किसके लिए प्रसिद्ध है? Bheembandh Wildlife Sanctuary is famous for

भीम बांध वन्यजीव अभयारण्य मुख्यता एक रिजर्व फॉरेस्ट है जिसमें अनेकों जंगली जानवर पाए जाते हैं जिसमें से खरगोश जंगली सूअर भालू तेंदुआ और चीता हिरण मिल गया जैसे जीव जंतु पाए जाते हैं परंतु इसके अलावा भीम बांध गर्म कुंड के लिए भी प्रसिद्ध है जिसमें आपको गर्म झरने देखने को मिलते हैं और इसे हार्टस्ट्रिंग के नाम से भी जाना जाता है ।

कैसे आ सकते हैं

भीम बांध वन्य प्राणी में आने के लिए आपको जमुई बरियारपुर मुंगेर भागलपुर भरतपुर जैसे शहरों से होकर भीम बांध के लिए आप आ सकते हैं , भीमबांध वन्य अभारण्य आने के लिए सबसे नजदीकी शहर आपको जमुई स्टेशन से आपको सुविधा होगा जो बहुत नजदीक है

भीमबांध जाने के लिए नजदीकी शहरों की दूरी

जमुई से -30किलोमीटर

मुंगेर से- 55 किलोमीटर

लखीसराय से-

नजदीकी रेलवे स्टेशन कोन सा है ? which is the nearest railway station

भीमबांध वन्य जीव अभ्यारण्य का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जमुई है जिसका दूरी लगभग 30.9  किलोमिटर है । जो राष्ट्रीय राज्य मार्ग 333 के अंतर्गत आता है ।

 

11 Places To Visit In Netarhat (Jharkhand) In 2025

11 Places To Visit In Netarhat (Jharkhand) In 2025

“Discover Netarhat: 11 Must-Visit Gems of Jharkhand in 2025!” 🌄✨

11 Places To Visit In Netarhat (Jharkhand) In 2025

झारखण्ड राज्य में स्थित “झारखंड की रानी नेतरहाट “The Queen Of Jharkhand”  एक सुंदर प्राकृतिक Nature Of Beauty है | लोग जब गूगल में सर्च करते हैं  11 Places To Visit In Netarhat (Jharkhand) In 2025 ,Netarhat me ghumne ka jagah,Netarhat Jharkhand | Netarhat Tourism तो आपको बता दे की नेतरहाट झारखंड की एक ऐसी ब्यूटी है जिसे लोग दूर दूर से देखने आते हैं यह एक पर्वतीय इलाका है जिस वजह से पर्यटन स्थल के रूप में लोकप्रिय है और यहां पर वन्यजीव संपदा के कुछ पहाड़ों की चोटी जैसे साल के पेड़ पाइन पेड़ नाशपाती बागान नेतरहाट लेक और बॉक्साइट का खदान आपको इस इलाके में देखने को मिलता है और इसे झारखंड के “पहाड़ों का मल्लिका  भी

 

 

कहते हैं यह छोटा नागपुर पठार के अंतर्गत  आता है और राजधानी रांची से 158 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित सबसे ऊंचे पहाड़ नेतरहाट पर स्थित है जैसे ही घाटी प्रवेश करते हैं आपको लंबे-लंबे साल के पेड़ दिखाई देता है  झारखंड के सबसे खतरनाक घाटी के नाम से नेतरहाट घाटी को जानते हैं यहां पर सूर्योदय एवं सूर्यास्त का नजारा भी देख सकते हैं साथ ही छोटे बड़े वाटरफॉल भी मौजुद हैं  Netarhat Tourism (Jharkhand) (2025) आने का सबसे बेहतर समय दिसंबर से फरवरी है |

पहाड़ों का मल्लिका नेतरहाट क्यों प्रसिद्ध है (Why is Netarhat Famous For The Queen of Mountains)

झारखंड का एक ऐसी जगह जहाँ पर्यटक बार बार आना पसंद करते हैं जी हाँ नेतरहाट झारखंड का सबसे खुबसूरत जगह में से एक है इसे झारखंड का रानी होने का ख्याति प्राप्त है इसलिए NETARHAT को QUEEN OF CHHOTANAGPUR भी कहा जाता है ये अपने खुबसूरत मनमोहक प्राकृत दृश्य एवं सूर्योदय के लिए प्रसिद्ध है | सभी लोग इस खुबसूरत नेतरहाट का एक फोटो  (Netarhat ka Photo )अपने  Social Media में जरुर Share करते हैं

Netarhat का नासपाती बागान  नेतरहाट का जलवायु वातावरण अनुकूल है नासपती की खेती के लिए  

नेतरहाट पर्यटन स्थल  महत्व (Importance of Netarhat)

  • प्रकृति  सौंदर्य एवं चारों तरफ जंगलों के बीचो बीच नेतरहाट हिल स्टेशन की प्राकृतिक सौंदर्य का दीदार करना सब कोई चाहता  है झारखंड ही नहीं बल्कि झारखंड के बाहर से भी लोग झारखंड के नेतरहाट  को देखने के लिए आते हैं लंबे-लंबे साल के पेड़ पाइन का बृक्ष ऊंचे ऊंचे पेड़ और ठंडा स्थल होने का गौरव भी नेतरहाट को प्राप्त है इस वजह से लोग यहां यात्रा करने आया करते हैं |
  • गुरुकुल शिक्षा पर आधारित आध्यात्मिक आवासीय विद्यालय झारखंड में एक ऐसा स्कूल  है  जहां आज भी  गुरुकुल शिक्षा पद्धति पर आधारित अध्यात्मिक एवं अनुशासन का एक उच्च स्तरीय शिक्षा देखने को मिलता है  नेतरहाट आवासीय विद्यालय में गुरुकुल शिक्षा की तर्ज पर आज भी वहां पढ़ाई लिखाई होती है और वहां से पढ़कर विद्यार्थी आईपीएस आईएएस और  डॉक्टर ही बनते हैं
  • बॉक्साइट खदान खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड भारत में सबसे ऊपर स्थान रखता है झारखंड में विभिन्न प्रकार के खनिज संपदा हर जिले में पाया जाता है उसी में से बॉक्साइट खदान भी एक खनिज संपदा है जो नेतरहाट के इलाके में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है इसकी वजह से नेतरहाट के सुगम इलाके आपको वहां की मिट्टी और वहां के घर का बनावट लाल मिट्टी या पत्थर से दिखाई देती है जैसे ही आप नेतरहाट के सुगम वादियों में प्रवेश करते हैं आपको पाठ क्षेत्र लाल मिट्टी के घर बने जैसे दिखाई देते हैं
  • नेतरहाट झारखंड पर्यटन स्थल क्यों प्रसिद्ध है  Netarhat Tourism| things to do in netarhat

नेतरहाट पर्यटन की  विशेषता (Specialty of Netarhat Tourism

  • नेतरहाट अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध तो है ही परंतु नेतरहाट इन झारखण्ड जिस चीज के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है वह है Sunrise Point यानी उगते हुए सूरज को देखना यहां से उसका नजारा भव्य और बहुत ही रोमांचकारी लगता है इस वजह से लोग यहां पर आते हैं और उगते हुए सूरज यानी कि सनराइज का आनंद लेते हैं जिस वजह से इसे एक सनराइज प्वाइंट (Sunrise Point) भी कहा जाता है
  •  जिस तरह सनराइज प्वाइंट का आनंद लेते हैं ठीक उसी प्रकार शाम के समय यहां सनसेट पॉइंट  (Sunset Point) जो मंगोलिया पॉइंट के पास में है वहां से शाम का डूबते हुए सूरज का नजारा देखने लायक होता है शाम होते ही जब सूरज ढलने को आता है तो चारों तरफ अंधेरा छा जाता है और सूर्य पहाड़ों के मध्य होकर छिप जाता है जो कि उसका दृश्य एक अलग छाप दिखने का प्रयास करता है जिसे सनसेट पॉइंट के नाम से जानते हैं
  • पहाड़ों की मल्लिका एवं रानी होने की वजह से इसकी सुंदरता तो झलकता है ही साथ ही इसमें बसे मनमोहक चीड का पेड़ और अधिक आकर्षित करता है

नेतरहाट का मौसम कैसा रहता है netarhat temperature

नेतरहाट झारखंड का सबसे ठंढा स्थल है और यहाँ पर 12 महीने और जगह के मुकाबले नेतरहाट का  तापमान कम रहता है | सर्द ऋतू में कड़ाके के ठंठ पड़ती है झारखंड के अन्य पर्यटन स्थल के मुकाबले नेतरहाट को लोग देखना जायदा पसंद करते हैं इसलिए नेतरहाट झारखंड का सबसे लोकप्रिय स्थान में से एक है |

नेतरहाट का मुख्य आकर्षण का केंद्र (netarhat tourist places list) नेतरहाट में घुमने का जगह 

1. सनराइज प्वाइंट सनराइज प्वाइंट
2. सनसेट पॉइंट सनसेट पॉइंट
3. कोयल व्यूप्वाइंट
4. Lower ghagra jalprpat
5. अप्पर घाघरी जलप्रपात
6. Mangolia point
7. नेतरहाट आवासीय विद्यालय
8. Nashpati Bagan
9. Pine tree Bagan
10. लोध फॉल जलप्रपात
11. नेतरहाट घाटी

नेतरहाट का सबसे  देखे जाने वाले जगह (Netarhat top attractions to visit)

  • नेतरहाट इन झारखण्ड में सबसे अधिक  देखे जाने वाले प्रसिद्ध है Sunrise Point यानी उगते हुए सूरज को देखना ज्यदातर लोग इसी को देखने नेतरहाट आते हैं  सुर्युदय  को देखना एक रोमांच कारी दृश्य से कम नही लगता है इसी वजह से लोग यंहा  पर आते हैं और उगते हुए सूरज यानी कि सनराइज का आनंद लेते हैं  लोग यहाँ सेल्फी भी लेते हैं नेतरहाट का फोटो भी खिचाते हैं और इसी  वजह से इसे एक सनराइज प्वाइंट (Sunrise Point) भी कहा जाता है

नेतरहाट में कहाँ है Naina Waterfall  Netarhat || नैना जलप्रपात नेतरहाट

वैसे आप नेतरहाट घुमने जाते हैं है परन्तु क्या आपको पता है की नेतरहाट में एक और वॉटरफॉल मौजूद जो hidden है जिसे लोग कम जानते हैं जी नेतरहाट में स्थित एक ऐसा जलप्रपात जिसे लोग कम जानते हैं हिम बात कर नैना जलप्रपात का (Naina Waterfall Netarhat)  का नेतरहाट में स्थित लगभग 08 किलोमीटर अन्दर की और एक गाँव है जिसका नाम नैना गाँव है उसी के पास एक छोटा से वॉटरफॉल है जिसे नैना वॉटरफॉल कहते हैं थोडा ऑफ रोडिंग हैं पर location  बहुत ही सुंदर एवं मनमोहक है लोग अब उस स्थान पर जाने लगे हैं ,आपको रोड पर ही एक बड़ा सा गेट लगा दिया गया जो नैना गाँव की और जाने का रास्ता है |

नेतरहाट के 08 मुख्य पर्यटन जो दर्शोको को अपनी ओर खिचती हैं (8 Secret Tourist Places to Visit in Netarhat, Jharkhand)

1. सनराइज प्वाइंट सनराइज प्वाइंट
2. सनसेट पॉइंट सनसेट पॉइंट
3. कोयल व्यूप्वाइंट
4. Lower Ghagra Waterfall
5. अप्पर घाघरी जलप्रपात
6. Mangolia point
7. नेतरहाट आवासीय विद्यालय
08. लोध फॉल जलप्रपात

इसे भी पढ़े –shimla and manali tourist palce | | Shimla Best Places of Himachal Pradesh

Netarhat Jharkhand में रात में कहाँ रुके  क्या ( is netarhat safe for tourist) 

Netarhat  में रात रुकने के लिए बहुत सारे होटल हैं जिनका नाम कुछ इस तरह है निचे दिया गया है उसके अलावा पर्यटकों के लिए नेतरहाट सेफ जगह है और नेतरहाट में जो भी सैलानी आते हैं बहुत सारे कैम्पिंग लगाकर बहार ही सो जाते हैं उनको किसी तरह की कोई दिक्कत नही होती है और नेतरहाट के लोगो का भी व्यवहार बहुत अछा है वो अपने सैलानी के साथ काफी अछा तालमेल रखते हैं |

नेतरहाट के TOP 10 होटल के नाम  (netarhat visiting hotal & places list)

  • होटल प्रभात विहार 
  • रॉयल रेसेड़ेंसी
  • होटल pine valley
  • होटल ग्रीन प्लेस
  • लेक व्यू रिसोर्ट
  • होटल रवि एंड शशी
  • होटल आर्यावत
  • होटल सनराइज
  • फारेस्ट गेस्ट हाउस
  • होटल पैराडाइस
  • होटल मगोलिया प्लेस

नेतरहाट कैसे पहुचे how to reach netarhat from ranchi

यदि आप रांची से नेतरहाट को आना चाह रहे हैं तो आपको बस या वक्तिगत गाड़ी से आना होगा इसके लिए  आप को  145 किलोमीटर की दुरी तय करके आना होगा

संक्षेप -इस लेख में नेतरहाट के बारे में  बताने की कोशिश किया गया जिसमे आपको Jharkhand के रानी नेतरहाट में घुमने के जगह और अन्य पर्यटन  के बारे में अवगत कराने की कोशिश किया गया  आप नेतरहाट से जुड़े और अधिक जानाकरी के लिए official website https://latehartourism.com/ को visit कर सकते हैं आशा करता हूँ की आप लोगों को यह blogs  पसंद आया होगा |

FAQ-

1.नेतरहाट से रांची की दुरी ? ranchi to netarhat distance

उत्तर नेतरहाट से रांची की दुरी 165 किलोमीटर है |

2.नेतरहाट का तापमान ?

उत्तर-नेतरहाट का तापमान झारखंड के और जगह के मुकाबले हमेशा ठंढा रहता है इसलिए इसे झारखंड का सबसे ठंढा स्थल भी कहते हैं |

3.नेतरहाट का ऊंचाई कितनी है ?

उत्तर-नेतरहाट की ऊंचाई समुन्द्र ताल से  1071फिट है

4.नेतरहाट क्यों प्रसिद्ध है ?

उत्तर- नेतरहाट अपने मनमोहक प्राकृत सौन्दर्य एवं सूर्यादय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है |

5.नेतरहाट में क्या है ?

उत्तर-नेतरहाट में सनसेट पॉइंट, सनरायेस पॉइंट कोयल व्यू पॉइंट मंगोलिया पॉइंट,चीड वन ,उपरी निचली वाटर फॉल आदि

6.नेतरहाट के लोगो का मुख्य जीविका क्या है ?

उत्तर-नेतरहाट की जीविका कृषि के आलावा नासपती बगान और आजकल होटल भी आय का मुख्य श्रोत बन गया है |

7. नेतरहाट कहाँ है ?

उतर नेतरहाट झारखंड के लातेहार जिला में स्थित है यह Jharkhand का हिल स्टेशन के नाम से प्रसिद्ध है

 

Netarhat Tour Plan 2025 Top Hill Station in Jharkhand

Netarhat Tourism: netarhat jharkhand tourism

घुमने का शौकीन है तो Netarhat Tour Plan 2025 सिर्फ 2 दिन में झारखंड की सबसे खूबसूरत जगह को एक्स्प्लोर करें | झारखण्ड राज्य में स्थित Netarhat   की प्राकृतिक सुंदरता का बेहद खुबसूरत  नजारा  है जिसे लोग दूर दूर से देखने आते हैं यह एक पर्वतीय इलाका है जिस वजह से पर्यटन स्थल के रूप में लोकप्रिय है और यहां पर वन्यजीव संपदा के कुछ पहाड़ों की चोटी जैसे साल के पेड़ पाइन पेड़ नाशपाती बागान नेतरहाट लेक और बॉक्साइट का खदान आपको इस इलाके में देखने को मिलता है  साथ ही इसे best hill station in Jharkhand” या  “weekend destination near Ranchi भी कहा जा सकता है |

Netarhat Tourism : netarhat jharkhand tourism

Netarhat Tourism: netarhat jharkhand tourism

यह छोटा नागपुर पठार पर आता है और राजधानी रांची से 158 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में ऊंचे पहाड़ों पर स्थित  Netarhat tourist places  है जिसमे आपको घुमावदार  घाटी ,आपको लंबे-लंबे साल के पेड़ दिखाई देता है  झारखंड के सबसे खतरनाक घाटी के नाम से नेतरहाट घाटी Netarhat ghati को जानते हैं यहां पर सूर्योदय एवं सूर्यास्त का नजारा भी देख सकते हैं  झारखंड का सबसे ठंढा स्थल होने की वजह से इसे Best Hill Station in Jharkhand” और  “coolest place in Jharkhand कह सकते हैं |

नेतरहाट का नाम कैसे पड़ा कब घूमने आएं  Best time Visit Netarhat Jharkhand :thing to go 

झारखंड के लातेहार जिले में स्थित नेतरहाट जिसको पहले स्थानीय लोग”नेतुर हाट कहा करते थे, ऐसा इसलिए की पहले यहां बांस का बहुत बड़ा जंगल था जिसे स्थानीय लोग नेतूर कहते थे इसी के नाम पर धीरे-धीरे बदलाव के साथ इसका नाम बदलकर नेतरहाट कर दिया

Netarhat Tourism को Pine valley क्यों कहा जाता है

ठंडी स्थल में  पाए जाने वाला पाइन ट्री जो बहुत ही खूबसूरत कौर आकर्षक लगता है वह मुख्यतः ठंडी जगह में पाया जाता है जैसे हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड जम्मू कश्मीर दार्जिलिंग जैसे क्षेत्रों में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसी तरह झारखंड के नेतरहाट में भी Pine Tree सर्वाधिक पाया जाता है

Hil Station क्यों कहते  हैं (Pine valley of Jharkhand & pear orchard Netarhat)

हिल स्टेशन का नाम से जानने वाले नेतरहाट झारखंड में सबसे फेमस होने का दर्जा प्राप्त है इसिलए  झारखंड के “पाइन वैली नेतरहाट” को झारखंड का रानी भी कहते हैं झारखंड का मलिका भी कहा जाता है

प्राकृतिक सौंदर्य तो मानो ईश्वर ने नेतरहाट को गॉड गिफ्ट किया हुआ है शांत वातावरण और दूर शहरों से घने जंगलों  के  बीचो-बीच कल-कल यहां के जलप्रपात और ठंडे के दिनों में यहां की सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा आपको बार-बार इस हिल स्टेशन की ओर आकर्षित करती है  बस तू तो देखा जाए तो झारखंड की रानी नेतरहाट अपनी और पर्यटकों को हमेशा आकर्षित करती है और लोग हर वर्ष लाखों की संख्या में इस हिल स्टेशन में ट्रैवल करने आते हैं

Netarhat Jharkhand  ( netarhat tourist places pictures

कुछ महत्वपूर्ण तथ्य 
  • प्रकृति सौंदर्य एवं चारों तरफ जंगलों के बीचो बीच नेतरहाट हिल स्टेशन की प्राकृतिक सौंदर्य का दीदार करना सब कोई चाहता  है झारखंड ही नहीं बल्कि झारखंड के बाहर से भी लोग झारखंड के नेतरहाट  को देखने के लिए आते हैं लंबे-लंबे साल के पेड़ पाइन का बृक्ष ऊंचे ऊंचे पेड़ और ठंडा स्थल होने का गौरव भी नेतरहाट को प्राप्त है इस वजह से लोग यहां यात्रा करने आया करते हैं |
  • गुरुकुल शिक्षा पर आधारित आध्यात्मिक आवासीय विद्यालय झारखंड में एक ऐसा स्कूल  है  जहां आज भी  गुरुकुल शिक्षा पद्धति पर आधारित अध्यात्मिक एवं अनुशासन का एक उच्च स्तरीय शिक्षा देखने को मिलता है  नेतरहाट आवासीय विद्यालय में गुरुकुल शिक्षा की तर्ज पर आज भी वहां पढ़ाई लिखाई होती है और वहां से पढ़कर विद्यार्थी आईपीएस आईएएस और  डॉक्टर ही बनते हैं
  • बॉक्साइट खदान खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड भारत में सबसे ऊपर स्थान रखता है झारखंड में विभिन्न प्रकार के खनिज संपदा हर जिले में पाया जाता है उसी में से बॉक्साइट खदान भी एक खनिज संपदा है जो नेतरहाट के इलाके में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है इसकी वजह से नेतरहाट के सुगम इलाके आपको वहां की मिट्टी और वहां के घर का बनावट लाल मिट्टी या पत्थर से दिखाई देती है जैसे ही आप नेतरहाट के सुगम वादियों में प्रवेश करते हैं आपको पाठ क्षेत्र लाल मिट्टी के घर बने जैसे दिखाई देते हैं

नेतरहाट में घूमने की जगहें (Netarhat Tourist Places List):

1. सनराइज प्वाइंट (Sunrise Point in Jharkhand): नेतरहाट अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यहां से उगते सूरज का नज़ारा देखने लोग दूर-दूर से आते हैं। यह “best sunrise view in Jharkhand” के रूप में भी जाना जाता है।

2. सनसेट प्वाइंट (Sunset View in Netarhat): मंगोलिया पॉइंट के पास स्थित यह सनसेट स्पॉट रोमांटिक वाइब और शानदार दृश्य के लिए मशहूर है। यह “top romantic sunset spots in India” में गिना जाता है।

3. कोयल व्यूप्वाइंट (Koel View Point): यहां से कोयल नदी की घाटी और पीछे के पाइन जंगल का नज़ारा देखा जा सकता है। यह “nature walk Jharkhand” और “hill station photography spots” के लिए आदर्श स्थान है।

4. लोअर घाघरी जलप्रपात (Lower Ghaghri Waterfall): छोटा और शांत जलप्रपात, पिकनिक मनाने के लिए बेस्ट है। यह “hidden waterfalls near Ranchi” में खोजा जाता है।

5. अपर घाघरी जलप्रपात (Upper Ghaghri Waterfall): यह लोअर घाघरी का ही विस्तार है और ट्रैकिंग व फैमिली ट्रिप्स के लिए उपयुक्त है। “Jharkhand waterfall travel” में लोकप्रिय है।

6. मंगोलिया पॉइंट (Magnolia Point): ब्रिटिश काल की प्रेम कहानी से जुड़ा यह स्थान एक सुंदर सनसेट व्यूप्वाइंट भी है। यह “British heritage points in Jharkhand” में भी शामिल है।

7. नेतरहाट आवासीय विद्यालय (Netarhat Residential School): गुरुकुल शैली का यह विद्यालय उच्च अनुशासन के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से कई IAS और IPS अधिकारी निकले हैं। यह “top schools in Jharkhand” और “educational tourism” के रूप में भी प्रसिद्ध है।

8. नाशपाती बगान (Nashpati Bagan): सर्दी के मौसम में यहां नाशपाती के पेड़ भरपूर पाए जाते हैं। यह स्थान “fruit orchard tourism India” में आता है।

9. पाइन ट्री बगान (Pine Valley of Jharkhand): घने पाइन के जंगल नेतरहाट को “Jharkhand’s Pine Valley” बनाते हैं। यहाँ “eco-tourism hill stations in India” खोजने वाले पर्यटक आते हैं।

10. लोध फॉल (Lodh Falls): यह झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है, जो महुआडांड़ प्रखंड में स्थित है। इसे “tallest waterfall in Jharkhand” के रूप में जाना जाता है।

11. नेतरहाट घाटी (Netarhat Valley): घुमावदार सड़कें, घने जंगल और कोहरा यह घाटी “scenic ghat road in India” बनाती है। यह “road trip destinations Jharkhand” के लिए उपयुक्त है।

12. सदनी जलप्रपात (Sadni Waterfall): यह एक ऑफ-रोड ट्रेकिंग स्पॉट है, जो अब भी एक hidden gem है। इसे “offbeat waterfall trekking in India” में खोजा जाता है।

इसे भी पढ़े :-नेतरहाट Pine Valley Netarhat

 

नेतरहाट आने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Netarhat):

दिसंबर से फरवरी – यह सीज़न सबसे अच्छा माना जाता है। इस समय लोग “Netarhat weather today”, “winter travel Jharkhand” जैसे कीवर्ड खोजते हैं। (यहाँ बर्फ नहीं पड़ती, लेकिन बहुत ठंड होती है)


नेतरहाट में ठहरने की जगह (Hotels in Netarhat):

  • होटल प्रभात विहार
  • होटल पाइन वैली
  • मल्लिका होटल नेतरहाट
  • नेतरहाट आर्ट विलेज (बांस से बना इको-रिज़ॉर्ट)

रोचक तथ्य और इतिहास:

  • नेतरहाट का पुराना नाम “नेतुर हाट” था।
  • यहां की मिट्टी में बॉक्साइट पाया जाता है। “mineral rich places in Jharkhand” में शामिल है।
  • मंगोलिया पॉइंट पर एक ब्रिटिश जनरल की बेटी और चरवाहे की प्रेम कहानी प्रसिद्ध है। यह “British heritage sites in India” का हिस्सा है।

यात्रा सुझाव (Travel Tips):

  • सर्दी में गर्म कपड़े जरूर लाएं – “what to pack for Netarhat”
  • इंटरनेट कमजोर हो सकता है – “offline travel apps India” डाउनलोड कर लें
  • स्थानीय भोजन ज़रूर चखें – झारखंडी दाल, रागी रोटी – “Jharkhand local cuisine”

निष्कर्ष:

अगर आप “best unexplored places in Jharkhand”, “hidden hill stations in India” या “nature trip near Ranchi” ढूंढ रहे हैं, तो नेतरहाट 2025 में एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।

F.A.Q. – Netarhat Tour Plan 2025:

 

Q1: नेतरहाट जाने के लिए सबसे अच्छा महीना कौन सा है?
(Which is the best month to visit Netarhat?)
Ans: दिसंबर से फरवरी सबसे अच्छा समय होता है जब नेतरहाट अपनी प्राकृतिक सुंदरता की चरम सीमा पर होता है।

Q2: नेतरहाट क्यों प्रसिद्ध है?
(Why is Netarhat famous?)
Ans: यह सूर्योदय, सूर्यास्त, ठंडी जलवायु, और पाइन ट्री वैली के लिए प्रसिद्ध है। इसे झारखंड की रानी कहा जाता है।

Q3: ट्रेन के द्वारा नेतरहाट से रांची की दूरी कितनी है?
(How far is Ranchi to Netarhat by train?)
Ans: नेतरहाट में ट्रेन की सुविधा नहीं है। सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन लोहरदगा है। रांची से बस या टैक्सी द्वारा 160–165 किमी की दूरी तय करनी होती है।

Q4: झारखंड का सबसे ठंडा स्थान कौन सा है?
(Which is the coldest place in Jharkhand?)
Ans: नेतरहाट को झारखंड का सबसे ठंडा स्थान माना जाता है, जहाँ तापमान माइनस में भी चला जाता है।

Q5: गुमला से नेतरहाट की दूरी कितनी है?
(Distance between Gumla to Netarhat?)
Ans: लगभग 81 किलोमीटर है।

Q6: झारखंड की रानी किसे कहते हैं?
Ans: नेतरहाट को।

Q7: नेतरहाट में सबसे प्रसिद्ध होटल कौन-सा है?
Ans: होटल प्रभात विहार सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय होटल है, जो सरकारी टूरिज्म द्वारा संचालित है।


“भारत के 10 खूबसूरत (Waterfalls) जलप्रपात: प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं ” | 10 Beautiful Waterfalls In India: Enjoy The Natural Beauty

प्राकृतिक दृष्टिकोण से प्रकृति  (Nature) का आकर्षण का केंद्र प्रकृति में मौजूद  हर वो चीज जिसे प्रकृति ने सवांरा है उसी  कड़ी में जलप्रपात (Waterfalls) प्रकृति का सबसे  खास आकर्षण का केंद्र होता है  जी  हां दोस्तों किसी पहाड़िया चट्टान से नदी के पानी जब एक धारा के रूप में ऊपर से निचे की ओर गिरकर कर एक जलाशय  का निर्माण करता है कहने का मतलब यह है की ऊंचे पहाड़ी से जल की धारा नीचे गिरते हुए विशालकाय जलप्रपात का निर्माण करता है

जब कभी भी घूमने फिरने की बात होती है तो तो जो पर्यटक लोग हैं खूबसूरत नदी पहाड़ झरने जैसे जगहों पर घूमने का प्रयास करते हैं और अपनी जिंदगी का आनंद लेते हैं आपको बताते चलें कि भारत में अनेको ऐसे वॉटरफॉल है जिसकी खूबसूरती भारत को चार चाँद लगा देती है, जी हाँ दोस्तों आज बात करने वाले भारत के 10 ऐसे वॉटरफॉल जहाँ आप अपने यादगार लम्हों को कैद कर एक खूबसूरत यादगार लम्हे बना सकते प्रकृति के अद्भुत नजारा को आप बेहद नजदीक से जाकर उसकी सुंदर नजारा को देखकर एक अलग रोमांचकारी जिंदगी का अनुभव ले सकते हैं तो चलिए आज बताते हैं आपको भारत के कई बेहद खूबसूरत वाटरफॉल जो पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक फैला है

नोहकलिकाई फॉल्स, मेघालय (Nohkalikai Falls, Meghalaya)

भारत के उत्तर पूर्व में स्थित मेघालय में नोहकलिकाई फॉल स्थित है। यहां से बांग्लादेश की सीमा काफी नज़दीक है। जिसकी ऊँचाई भारत की सबसे अधिक ऊँचाई में मानी जाती है इस वाटर फॉल की उंचाई करीब 1110 फ़ीट है साथ ही आपको बता दें कि चेरापूंजी की दूरी 65 से 60 किलोमीटर है जबकि नोह्कलिकाइ वाटर  फॉल जो है वह चेरापूंजी से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है  बरसात के सीजन में बारिश काफी अधिक होती है क्योंकि यह चेरापूंजी का इलाका पड़ता है पर्यटक दृष्टि से यह सालों भर खुला रहता है इस तरह से मेघालय का नोह्कलिकाइ वाटरफॉल भारत का सबसे ऊंचा वाटरफॉल माना जाता है

चित्रकूट वॉटरफॉल छत्तीसगढ़ (Chitrkut Water Falls, Chhattisgarh)

छत्तीसगढ़ के इंद्रावती नदी पर स्थित चित्रकूट वॉटरफॉल छत्तीसगढ़ का इसे नियोन वाटर फॉल भी मानी जाती है यह वाटरफॉल 980 फीट ऊंचाई पर स्थित है चित्रकूट का वाटरफॉल को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं साथ ही धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यहां पर राम शिव की पूजा होती है, साथी यहां पर मेला का आयोजित भी होता है अगर बात करें यहां पर जाने की तो आप छत्तीसगढ़ के जगदलपुर स्टेशन से इस वाटरफॉल के लिए जा सकते हैं महज 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चित्रकूट वाटरफॉल आपको अपनी और आकर्षित करती है

जोग फॉल्स कर्नाटक (Jog Falls,Karnatak)

जब वाटरफॉल से बात आती है तो कर्नाटक सबसे आगे होता है जो कि कर्नाटक में घने जंगल और नदी झरने की वजह से यहां जो वाटरफॉल है विशाल का है इसी क्रम में जोग वॉटरफॉल्स भी कर्नाटक में स्थित है और यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा वाटर फॉल कही जाती है पर बात करें विश्व में तो यह 13वा स्थान रखता है घने जंगलों के बीच इस वाटरफॉल में लोग ट्रैकिंग करके भी आते हैं जो वाटरफॉल का आनंद लेते हैं

दूधसागर वॉटरफॉल गोवा (DudSagar Waterfalls Goa)

दूधसागर वॉटरफॉल के नाम से ही आप जान सकते किसी दूधसागर वाटरफॉल क्यों कहते हैं जो आपको बताना चाहेंगे कि दूधसागर वाटरफॉल दूध की तरह प्योर सफेद अब बहुत ही ऊंचा से गिरने और उसके बेहद खूबसूरत नजारा को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं इस वाटरफॉल को दूध का समुंदर भी करते हैं इसकी ऊंचाई 1017 फीट ऊंचा और 100 फीट चौड़ा है यह भी आप दूधसागर वाटरफॉल का नजारा वाकई में देखना चाहते हैं तो आप एक बार ट्रेन का सफर करके देखिए जब ट्रेन से ऑफिस से रास्ते से गुजरते हैं तो देखने से आपको एक भव्य वाटरफॉल का नजारा देखने को मिलता है , वाटरफॉल के तलहटी में रेलवे लाइन बिछी हुए हैं जिससे रेलवे यहां से गुजरती है तो रेलवे में जॉब करने वाले सफर यात्री इस वाटरफॉल को आनंद लेते हुए गुजरते हैं, इस वाटर फॉर में आने के लिए लोग ट्रैकिंग करके ऑलमोस्ट 5 से 6 घंटे का वक्त लगता है तब जाके इस वाटरफॉल पर पहुंचते हैं एवं वाटरफॉल का नजारा देखते हैं

पचमढ़ी के झरने (Punchmadhi ke Jharne)

मध्यप्रदेश भारत बीचो बीच एक ऐसा राज्य जिसमे  खूबसूरत हिल स्टेशन  पचमढ़ी घूमने की जगह और पर्यटन स्थल की रूप में विख्यात है । पंचमढ़ी  की नाम सुनते ही मध्यप्रदेश की  सारी झरने सामने आ जाती है । मध्यप्रदेश की सबसे खुबसूरत  रजत प्रपट  झरना है। इसकी ऊंचाई 106 फीट है और इसे लोग मध्यप्रदेश में सबसे अधिक देखे जाने वाले वाटर फॉल में गिने जाते हैं । इसके बाबजूद इसके आस पास और भी जलप्रपात हैं जैसे  बी फॉल झरना इस  झरना का ऊंचाई 35फिट है , जो दिखने में काफी खुबसूरत लगता है

जोन्हा जलप्रपात (Jonha Water Falls)

झारखंड को झरनों का स्रोत कह सकते हैं क्योंकि यहां पर अनगिनत झरना है उसी में से जोंहा जलप्रपात झारखंड की राजधानी रांची से महज 45 किलोमीटर की दूरी स्थित पर जोन्हा  गांव के समीप स्थित है, जोन्यहा गाँव नाम पर ही इस फोल का नाम जोन्हा  वाटरफॉल  रखा गया जो पुरुलिया राजमार्ग में स्थित है इसके साथ साथ यहां पर हुंडरू जलप्रपात, लोध जलप्रपात,दशम जलप्रपात, सीता जलप्रपात, पंचघाघ और हिरणी जलप्रपात जैसे अनेकों जलप्रपात मौजुद हैं जिसे आप explore कर सकते हैं ।

लोध जलप्रपात (Lodh Water Falls)

झारखंड का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा जलप्रपात का नाम सबसे पहले आता है तो वह है लोध Lodh जलप्रपात जो झारखंड की राजधानी रांची से 146 किलोमीटर की दूरी पर पश्चिम में स्थित नेतरहाट से महज 45 किलोमीटर लोध  जलप्रपात झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात का नाम दर्ज है यह लातेहार जिला में पड़ता है और उसकी ऊंचाई बात करें तो यह लगभग 1230 फीट ऊंचाई पर स्थित, मुख्यतः पाठ के इलाका है और Chhattisgarh Jharkhand की सीमा रेखा पर स्थित है इस जलप्रपात को दूसरा नाम “बूढ़ा घाघ” जलप्रपात के नाम से भी जानते हैं, जब कोई नेतरहाट की प्रकृति की सुगम वादियों में  घूमने को आता है तो एक बार इस वाटरफॉल को घूमने के लिए भी जरूर जाता  है झारखंड का सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा वाटर फॉल होने के नाते लोग यहां आने पसंद करते हैं और इस झरने का आनंद लेते हैं

 

कब घूमने जाए और कब घूमने नहीं जाए इन  खूबसूरत (Waterfalls) जलप्रपात: जो प्राकृतिक सौंदर्य को चार चाँद लगा देता है  Beautiful Waterfalls In India: Enjoy The Natural Beauty

water falls में

यदि आप water falls जैसे पर्यटक स्थान में घूमने जाना पसंद करते हैं तो आपको बरसात के मौसम में कतई जाना नही चाहिए क्यूंकि बरसात के मौसम में water falls में पानी बहुत अधिक तेजी और बहाव खूब होता है साथ पहाड़ों में भू संखलन का भी खतरा रहता है तो इसलिए वर्षा मौसम में पहाड़ों में घूमने का इरादा को बदल दे । यदि आप जाना चाहते हैं तो दिसंबर से फरवरी के महीने या गर्मी में जाए