Bharat ki khoj kab or kisne ki thi भारत की खोज कब और क्या थी

भारत की खोज कब और किसने की थी

इतिहास के अनुसार पुर्तगाल का एक नाविक 1497 में व्यपार  के उद्देश्य से भारत  की खोज में निकलता है  जिसका नाम  “वास्कोडिगामा “था आज के इस लेख में  1498 में वास्कोडिगामा ने भारत को कैसे खोजा Bharat ki khoj kab or kisne ki thi और वह कौन सा व्यापारी था जिसने भारत खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इस विषय पर चर्चा होते रहती हैऔर सभी को जानने को उत्सुक  होती है हेल्लो दोस्तों आज के इस लेख में आपलोगों को  भारत की खोज कैसे हुई थी BHARAT KA KHOJ KISNE KI थी, के बारे में बताने जा रहे हैं भारत एक सोने की चिड़िया वाला  देश है जहां पर अनेक खनिज संपदा भरे पड़े हैं पश्चिमी देशों को यह मत थीBHARAT KA KHOJ KISNE KI || भारत की खोज कैसे हुई थी

भारत की खोज कब और किसने की थी  |Discovery of Bharat

कि भारत नामक देश  है जो सोने की चिड़िया और वहां अनेक सोना चांदी हैं तो वे बस कहानी में सुनने को मिलता है दरसल उन्होंने भारत के बारे में कुछ पता नहीं था पश्चिम दिशा में दो देश थे पुर्तगाल और स्पेन भौगोलिक खोजो के बारे में सबसे बड़ा रूचि  था क्योंकि पुर्तगाल और स्पेन व्यापार के मामले में सबसे आगे थे और यह व्यापार करने के लिए अलग-अलग देश में जाया करते थे कि भारत की बात होती थी

उस समय भारत आज वाला  भारत नहीं थी बल्कि भारत  जिसमें अफगानिस्तान पाकिस्तान जिसे अनेक देश  शामिल थे जब पुर्तगाली को यह बात पता चला कि भारत नामक देश सोने की चिड़िया है और  वहां  बहुत अधिक सोने चांदी और खनिज सम्पदा भरा पड़ा है तो उनके अन्दर भारत की  खोज का उत्सुकता बढ़ गयी और वहां के एक नाविक को खोजने के लिए वहां के राजा द्वारा भेजा गया तो दोस्तों आज कि इस  आर्टिकल में हम लोग जानेंगे कि BHARAT KA KHOJ KISNE KI थी और कब की थी वह कौन सा व्यापारी था जो समुद्र के रास्ते पर दक्षिणी छोर केरल कालीकट बंदरगह  में आया था

1498 ME BHARAT KA KHOJ KISNE KI और वास्कोडिगामा ने भारत को कैसे खोजा ||  और वह कोंन था

इतिहास का माने  तो भारत का खोज किसने की1498 ME BHARAT KA KHOJ KISNE KI भारत का खोजने का श्रेय पुर्तगाल की एक नाविक जिसका नाम वास्कोडिगामा था जिसने भारत को खोज किया  परंतु इससे पहले भी भारत की खोज के लिए  सन 1492 ईस्वी में स्पेन का एक निवासी जिसका नाम कोलंबस था वह भारत की खोज में निकलता है परंतु वह रास्ता भटक कर  वह अमेरिका को खोज कर लेता हैं  1498 BHARAT KA KHOJ KISNE KI

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ठीक उसके 6 साल बाद भारत की खोज में पुर्तगाल का एक नाविक वास्कोडिगामा  1498 ईस्वी  में अफ्रीका महादीप के तटीय इलाके से होते हवे उत्मासा अंतदीप (Cape of Good Hope) से होते हवे  भारत के केरल  राज्य कालीकट बंदरगाह  में पहुंचकर भारत को खोज लेता है  वास्कोडिगामा एक व्यपारी था जो  समुद्र के रास्ते आने वाले पहले  पुर्तगाली व्यपारी बन जाता है जो एक व्यापार की उद्देश्य से भारत आया था जो मसाले के व्यपार करने  आया था लेकिन वास्कोडिगामा भारत को खोजने वाला पहला व्यक्ति नही था

जिसने भारत को खोज की बल्इकि इससे पहले अरब के आक्रमण कारी  भारत पर पहले से ही प्रवेश कर चुके थे  और अपना आधिपत्य स्थापित करना चाहते थे पश्चिम के देशो को यह पता था की भारत नाम का कोई देश है , लेकिन सवाल फिर ये आता है की जब पता था की भारत नाम का कोई देश है तो पहले इसे क्यों  नही खोजा गया तो आपको बता दे की  स्थल मार्ग के माध्यम से भारत तक आना इतना आसान नही था क्योकि स्थल मार्ग में अरब के देश बीच में आ रहे थे

जिससे आना नामुमकिन था इस वजह से वे देर से भारत की खोज में आये अब बात आती है की फिर इसे कैसे खोजने की  दिलचस्प बढ़ी  पुर्तगाली स्पेन दोनों ने खोजने के लिए अपना आदमी भेजा जिसमे पुर्तगाली नाविक जिसका नाम वास्कोडिगामा था उसने भारत का खोज किया जिसे Discovery of India भी कहा जाता है

BHARAT KI KHOJ KAB OR KYA THI:- वास्कोडिगामा भारत कब आया था

इतिहास का माने तो लोग गूगल में टाइप करते हैं 1498 ME BHARAT KA KHOJ KISNE KI इस संदर्भ में  जब वास्कोडिगामासमुद्र के रास्ते 8 जुलाई 1997 को पुर्तगाल से एक नाविक जिसका नाम वास्कोडिगामा जो भारत की खोज  में निकलता है वह अपने 160 -170 नवीकृत दल के साथ एक जहाज से वह भारत की खोज की तरफ बढ़ता है वह उसी रास्ते का इस्तेमाल करते आगे बढ़ता है जिस रास्ते से बर्थोलोमयीडियाज  अफ्रीका के तटीय इलाकों से होते हुए उतमासा अंतदीप तक आया था वास्कोडिगामा  भी उसी रास्ते से  होकर  अफ्भारीका महादीप के तटीय इलाके से होते हवे भारत  के दक्षिणी क्षेत्र केरल के कालीकट बंदरगाह पर पहुंचता है

भारत की खोज कब और क्या थी| bharat ka khoj kisne ki thi और वास्कोडिगामा भारत क्यों आया था

मुझे पता होना चाहिए कि पश्चिम विश्व से व्यापारी रहे और व्यापार के मामले में सबसे आगे रहे हैं जब पुर्तगाल लिस्ट में मासी को पता चला कि भारत नामक विदेश है जो सोने का चिड़िया है और बहुत ही खनिक संपदा से भारी कौन है बहुत सोने चांदी चौराहा था तो उन देशों को दिलचस्पी इस देश पर पड़े और देश के राजाओं ने यह निश्चय किया कि हर हालत में भारत की खोज करना जरूरी है तब पुर्तगाल के राजा ने एक नाविक जिसको वास्कोडिगामा कहते हैं

एक दल के साथ तैयार किया हो भारत की खोज में भेज दिया वास्कोडिगामा मसाला का व्यापार करने के लिए भारत आया था और यहां से जब जाने लगा तो अपने साथ काली मिर्च लेकर अपने जहाज से ले गया और उसे 60 गुना अधिक लाभ पर बेचा आप पुर्तगालियों का लालच और अधिक पड़ गया और भारत में आने का निश्चय किया और यहां पर आने के उपरांत उन्होंने फैक्ट्री लगाना शुरू किया और उन्होंने ने भारत में व्यपार करना सुरु किया जब बात आती है की सन 1498 BHARAT KA KHOJ KISNE KI

 

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1498 BHARAT KA KHOJ KISNE KI? वास्कोडिगामा ने भारत को खोजा

भारत की खोज की ईस्वी में हेई ?

भारत की खोज 1498 BHARAT KA KHOJ KISNE KI गयी |

वास्कोडिगामा कोन था और भारत कैसे आया था ? वास्कोडिगामा एक पुर्तगाली नाविक था जो अफ्रीका महादीप के रास्ते से भारत तक आया था

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