Jharkhand five famous temple झारखंड के 05 प्रसिद्ध मंदिर
हिंदू धर्म के अनुसार मंदिर उनके भगवानों का घर होता है आज इस लेख में झारखंड के 05 प्रसिद्ध मंदिर Jharkhand five famous temple के बारे में बात करने वाले हैं भारत के झारखंड राज्य में कई धार्मिक स्थल ऐसे हैं जहां हजार वर्ष पहले से मंदिर यहां पर स्थापित है वैसे तो सभी धर्म का अर्थ यही होता है कि सबका मालिक एक है यानी कि ईश्वर एक है परंतु मानने का जो रीति रिवाज है
वह अनेक प्रकार से अलग-अलग है हिंदू रीति रिवाज के अनुसार हिंदू लोग अपने मंदिर पर स्थान में जाकर पूजा अर्चना करते हैं ठीक उसी तरह से मुस्लिम संप्रदाय अपने मस्जिद में नमाज पढ़ते हैं ईसाई लोग अपने चर्च में ईश्वर को प्रार्थना करते हैं अन्य इसी तरह से अपने धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार भगवान को याद करते हैं आज आपको इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं कि झारखंड के 05 प्रसिद्ध मंदिर के बारे में Jharkhand five famous temple ऐसे मंदिर जो अति प्राचीन और अपने आप में प्रसिद्ध है
1. महामाया मंदिर, हापामूनी (गुमला)
झारखंड का सबसे अधिक प्राचीन एवं शक्ति पीठ मंदिर का रूपरेखा पुराने रूपरेखा की तक पर है आज भी आप मंदिर को देखेंगे तो कच्चा मकान पर ही विराजमान है,
राजधानी रांची से मार्च 105 किलोमीटर पश्चिम स्थित घाघरा नामक जगह से 3 किलोमीटर उत्तर पश्चिम महामाया मंदिर स्थित है इस मंदिर का निर्माण कल नागवंशी राजा गजघंट ने सन 1908 ईस्वी में करवाया था और इस जगह का नाम हापामुनी के नाम से जानते हैं इस मंदिर पर माता काली का मूर्ति है लोग दूर-दूर से महामाया मंदिर के दर्शन के लिए यहां पर आते हैं क्यों अपने मनोकामना पूर्ण करते हैं
2. छिन्नमस्तीके मंदिर, रजरप्पा (रामगढ़)
माता छिन्नमस्ती के मंदिर रजरप्पा रामगढ़ से लगभग 27 किलोमीटर दामोदर नदियों के संगम पर स्थित है यह एक शक्तिपीठ है और जो लोग सच्चे मन से इस स्थल पर जाकर मन्नत मांगते हैं उनका मनोकामना अवश्य पूर्ण होता है ऐसा माना जाता है कि जो भी सच्चे मन से अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए आते हैं उनका मनोकामना आवश्यक पूर्ण होता है, इस मंदिर में माता काली का भव्य मूर्ति है जिसमें माता काली का अपने सर को हाथ में लिए हुए अभी खड़ी है इस मंदिर को देखने के लिए झारखंड पश्चिम बंगाल उड़ीसा बिहार जैसे दूधराज से लोग भी यहां पर आते हैं हम अपनी मानव मनोकामना पूर्ण करते हैं
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नोट: झारखंड के गुमला जिले के टोटो गाँव के समीप आंजन धाम प्रसिद्ध है हनुमान जी के जन्म स्थल के लिए झारखंड राज्य में अनेको ऐसे धार्मिक स्थल हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए इसके लिए झारखंड पर्यटन की आधिकारिक वेबसाइट https://tourism.jharkhand.gov.in/ से आप jharkahnd के बारे में और अधिक जान सकते हैं |
3. मां उग्रतारा मंदिर, चंदवा
झारखंड की लातेहार जिला में स्थित माता उग्रतारा मंदिर प्रखंड मुख्यालय से 10 किलोमीटर रांची क्षेत्र मार्ग पर यह हजारों वर्ष पुराना शक्तिपीठ मंदिर जहां लोग झारखंड ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य के अन्य जिलों से यहां पर दर्शन के लिए आते हैं एवं अपने मनोकामना पूर्ण करके जाते हैं, वैसे इस मंदिर को बोलचाल के भाषा में नगर के नाम से जानते हैं और यह नगर चंदवा के नाम से प्रसिद्ध है
4. देवडी मंदिर, रांची
रांची जमशेदपुर मार्ग पर स्थित तमाड़ में स्थित देवी मंदिर में 16 भूजी देवी का मंदिर है भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रह चुके महेंद्र सिंह धोनी की पूजा करने के लिए यहीं पर आया करते थे कहते हैं कि सच्चे मन से यदि यहां पर मनोकामना मांगते हैं तो आपका मनोकामना पूरा हो जाता है इसी वजह से लोग दूर-दूर से जगह आते हैं और अपने श्रद्धा के अनुसार पूजा पाठ करते हैं।
5.मां भद्रकाली मंदिर, चतरा
माता भद्रकाली का मंदिर चतरा जिले के इटखोरी गांव में बादली गांव में स्थित है कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पाल काल में हुआ था जो लगभग पांचवी या 36वीं शताब्दी के आसपास स्थापित किया गया था जब आप इस मंदिर के प्रांगण में आते हैं तो आपको चारों ओर भगवान बुद्ध की मूर्तियां दिखाई देती है और साथ ही इसके चार दिवार के ऊपर लकड़ी का गहरा गड्ढा है जहां पानी रहता है
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